"मेरी ओर देखो, मेरे प्रिय"

Started by Atul Kaviraje, April 01, 2025, 07:00:23 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

"मेरी ओर देखो, मेरे प्रिय"

छंद 1
प्रिय, मेरी ओर एक बार देखो,
मेरे प्रिय, मुझसे दूर मत रहो।
दुनिया इंतज़ार कर सकती है, क्या तुम नहीं देखते,
तुम वो रोशनी हो जिसका मैं सपना देखता हूँ।

अर्थ: वक्ता अपने प्रियतम के ध्यान की लालसा और इच्छा व्यक्त करता है, इस बात पर ज़ोर देता है कि उन्हें कितनी ज़रूरत है और उनका कितना ख्याल रखा जाता है।

छंद 2
सारा श्रृंगार तुम्हारे लिए किया गया है,
मैंने अपने बेहतरीन परिधान पहने हैं।
लेकिन यह तुम्हारी नज़र है जिसे मैं चाहता हूँ,
मेरे दिल की लौ को जलाने के लिए।

अर्थ: वक्ता इस बात पर ज़ोर देता है कि उन्होंने इस पल के लिए कैसे तैयारी की है, उम्मीद है कि उनके प्रियतम की नज़र उनकी दुनिया को रोशन करेगी, ठीक वैसे ही जैसे एक चिंगारी एक लौ को जलाती है।

छंद 3
तुम्हारी खामोशी शब्दों से ज़्यादा ज़ोर से बोलती है,
मैं तुम्हारी मीठी आवाज़ सुनने के लिए तरसता हूँ।
तुम्हारी मौजूदगी में, मुझे अपनी शांति मिलती है,
तुम्हारे बिना, मेरे पास कोई विकल्प नहीं है।

अर्थ: यहाँ, वक्ता इस बात पर विचार करता है कि कैसे प्रिय के शब्दों की अनुपस्थिति का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। वे अपने प्रियजन की उपस्थिति के लिए तरसते हैं क्योंकि इससे उन्हें शांति और खुशी मिलती है।

छंद 4
कृपया, मेरी ओर देखें और मुस्कुराएँ,
आपकी नज़र ही वह दुनिया है जिसे मैं थामे हुए हूँ।
आपकी एक सरल नज़र, प्रिय,
मेरे सभी सपनों को सोने में बदल देती है।

अर्थ: वक्ता वर्णन करता है कि उनके प्रियजन की मुस्कान और नज़र कितनी कीमती हैं। यह उनकी दुनिया को बदल देती है और सब कुछ और अधिक सुंदर बना देती है।

छंद 5
मैं आपके स्पर्श का धैर्यपूर्वक इंतज़ार करता हूँ,
यह वह गर्मजोशी है जिसे मुझे महसूस करने की ज़रूरत है।
आपका आलिंगन, आपकी प्यार भरी बाहें,
हर घाव और दर्द को भर देती हैं।

अर्थ: वक्ता का प्यार भी आराम और उपचार का स्रोत है। वे अपनी आत्मा को फिर से पाने के लिए स्नेह और निकटता का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।

छंद 6
आपकी आँखों में, मैं अपना भविष्य देखता हूँ,
प्यार और सपनों की एक बहुत प्यारी दुनिया।
आप हमेशा मेरे साथ हैं,
मेरा दिल एकदम सही धड़कता है।

अर्थ: वक्ता अपने प्रियजन के साथ एक उज्ज्वल भविष्य की कल्पना करता है, जहाँ प्रेम और सपने आपस में मिलकर चिरस्थायी आनंद और संतुष्टि पैदा करते हैं।

छंद 7
तो, कृपया फिर से मुँह न मोड़ें,
मेरी ओर देखें और प्रेम को खिलने दें।
मैं तुम्हारा हूँ, और तुम मेरी हो,
साथ में, हम अपना खुद का कमरा बना लेंगे।

अर्थ: वक्ता अपने प्रियतम से विनती करता है कि वे मुँह न मोड़ें। वे अपने प्रेम को पूरी तरह से अपनाना चाहते हैं, एक ऐसा जीवन बनाना चाहते हैं जिसमें उनका बंधन बढ़ सके और फले-फूले।

निष्कर्ष:

यह कविता ध्यान और स्नेह के लिए एक हार्दिक निवेदन है, जो वक्ता द्वारा अपने प्रियतम के लिए महसूस किए जाने वाले गहरे भावनात्मक जुड़ाव को व्यक्त करती है। प्रत्येक छंद दर्शाता है कि वे अपने प्रेम, अपनी निगाह और अपनी उपस्थिति को पूर्ण महसूस करने के लिए कितना तरसते हैं। वक्ता का मानना ��है कि केवल अपने प्रियतम के साथ ही उनकी दुनिया आनंद और शांति से भरी हो सकती है। ✨💖

विज़ुअल और इमोजी:

💖💫 (विशेष बंधन के लिए प्यार और चमक)

🌹👁� (आँखें जो सब कुछ संभालती हैं)

🌹❤️ (स्नेह की गर्माहट)

💞🌟 (सपनों से भरा भविष्य)

💕 (प्यार और एकजुटता का प्रतीक)

यह कविता इंतज़ार, लालसा और किसी प्रियजन में पूर्णता पाने के बारे में है

--अतुल परब
--दिनांक-01.04.2025-मंगळवार.
===========================================