छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि पर कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 04, 2025, 08:08:26 PM

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Atul Kaviraje

छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि पर कविता-

प्रस्तावना: छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के महानतम शासकों में से एक थे। उन्होंने न केवल अपनी वीरता और साहस से, बल्कि अपनी नीतियों और विवेक से भी एक आदर्श प्रस्तुत किया। 3 अप्रैल को उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर, हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस दिन की याद में प्रस्तुत है एक साधारण और सरल तुकबंदी वाली कविता, जिसमें हर चरण का अर्थ भी दिया गया है।

कविता-

चरण 1: शिवाजी महाराज का नाम है गूंजता,
सभी धर्मों में आदर्श ये पंख फैलाता।
वीरता की मिसाल बने हर जन,
सच्चाई की राह में चलता ये जीवन।

अर्थ:
इस चरण में शिवाजी महाराज के नाम का गुणगान किया गया है। उनका नाम सदैव जीवित रहेगा क्योंकि उन्होंने धर्म और सत्य के मार्ग पर चलते हुए वीरता और आदर्श की मिसाल कायम की।

चरण 2: महाराष्ट्र की धरती पर हुआ अवतार,
सभी शत्रुओं का किया नाश अपार।
धैर्य, साहस और नीति का संग,
शिवाजी का जीवन रहा सच्चा रंग।

अर्थ:
यह चरण महाराज के अवतार और उनके द्वारा किये गए अपार संघर्ष को दर्शाता है। उन्होंने शत्रुओं का समूल नाश किया और अपनी नीति, धैर्य और साहस के साथ एक आदर्श स्थापित किया।

चरण 3: गुस्से में भी शांति का संदेश दिया,
शिवाजी का हर कार्य महान बना दिया।
राष्ट्र के लिए बलिदान देने वाला,
छोटे से बड़े का मित्र बनता था।

अर्थ:
इस चरण में शिवाजी महाराज के शांति और सद्भाव के संदेश को दर्शाया गया है। उनके हर कार्य में महानता और बलिदान का आदान-प्रदान था। उन्होंने सभी वर्गों के साथ मित्रवत व्यवहार किया और राष्ट्र के लिए सच्चे समर्पण की मिसाल पेश की।

चरण 4: आध्यात्मिकता और युद्ध कौशल,
हर मोर्चे पर विजय दिलाते छल।
शिवाजी महाराज का था अनुपम बल,
राष्ट्रभक्ति का था उनमें अद्वितीय जल।

अर्थ:
यह चरण शिवाजी महाराज के आध्यात्मिक विचारों और युद्ध कौशल को दर्शाता है। वे हर मोर्चे पर विजयी रहे और उनकी राष्ट्रभक्ति अद्वितीय थी। उनके बल और समर्पण का कोई मुकाबला नहीं था।

चरण 5: महाराज की सुथरी नीति और छवि,
धर्म, जाति से ऊपर उठ के बनी।
भारत की धरती पर चमकता सितारा,
हमेशा रहेगा उसका नाम सारा।

अर्थ:
इस चरण में शिवाजी महाराज की नीति और उनके योगदान को सराहा गया है। उनकी छवि धर्म और जाति से ऊपर उठकर समग्र भारत की धरोहर बनी। उनका नाम हमेशा के लिए अमर रहेगा।

चरण 6: गाथाएँ उनकी, कभी न होंगी बिसरी,
संसार में अब तक छाई उनकी नसर।
वीर शिवाजी की पुण्यतिथि पर,
सभी श्रद्धा से करें अभिनंदन।

अर्थ:
यह चरण महाराज की गाथाओं को याद करने का है। उनकी वीरता और अद्वितीय कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इस पुण्यतिथि पर हम सभी श्रद्धा से उन्हें याद करते हैं और उनके कार्यों को सलाम करते हैं।

चरण 7: शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि पर,
श्रद्धा से हर दिल उनके चरणों में रहे।
एक महान युग का आरंभ किया,
सभी को अपने कार्यों से राह दिखाया।

अर्थ:
अंतिम चरण में हम उनके पुण्यतिथि पर श्रद्धा अर्पित करते हैं। महाराज ने एक नई दिशा और युग की शुरुआत की थी, और अपने कार्यों से सबको मार्गदर्शन दिया।

चित्र और इमोजी:

🏰👑 - छत्रपति शिवाजी महाराज का राजमहल और उनकी शाही पहचान

🗡�⚔️ - युद्ध कौशल और उनकी वीरता

🙏💐 - श्रद्धांजलि और सम्मान

🇮🇳🔥 - भारतीय गौरव और राष्ट्रभक्ति

निष्कर्ष:
छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने अपनी नीतियों, वीरता और राष्ट्रीयता के साथ हर भारतीय को गर्वित किया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनकी पुण्यतिथि पर हम सभी उन्हें श्रद्धा से नमन करते हैं। उनके जीवन के आदर्शों पर चलकर हम अपने समाज और राष्ट्र के लिए महान कार्य कर सकते हैं।

🕊�🙏 जय शिवाजी महाराज! 🙏🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-03.04.2025-गुरुवार.
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