🎉 विशेष दिवस: हनुमान जी की वीरता और साहस पर आधारित कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 12, 2025, 10:04:37 PM

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Atul Kaviraje

🎉 विशेष दिवस: हनुमान जी की वीरता और साहस पर आधारित कविता-

📜 विषय: हनुमान और उनकी वीरता और साहस-
🌟 Hanuman's Bravery and Courage 🌟

🇮🇳 भक्तिभाव पूर्ण दीर्घ हिंदी कविता-

🪔 एक सुंदर, अर्थपूर्ण, सरल तुकबंदी वाली कविता – 7 चरणों में, प्रत्येक में 4 पंक्तियाँ।

📚 हर चरण के नीचे उसका सरल हिंदी अर्थ भी दिया गया है।

🌺 चरण 1
जन्म लिया पवनसुत वीर,
शक्ति से भरपूर था शरीर।
बचपन से ही था वो ज्ञानी,
सब देवों ने मानी उसकी कहानी।

📝 अर्थ:
हनुमान जी का जन्म पवन देव के वरदान से हुआ। बचपन से ही वे बलवान और ज्ञानी थे। सभी देवताओं ने उनकी दिव्यता को पहचाना।

🔥 चरण 2
सूरज को फल समझ उड़ चले,
शक्ति से नभ को भी कंपा डाले।
इंद्र का वज्र भी रोक लिया,
बालक ने साहस में होश लिया।

📝 अर्थ:
बचपन में हनुमान जी ने सूरज को फल समझ उड़कर खा लिया। इंद्र के वज्र से भी वे न डरे, और उनका साहस सभी को चकित कर गया।

🕊� चरण 3
सीता खोज को पार किया सागर,
लंका में जलाया दुष्टता का आगार।
रावण के नगर को जल में बदला,
भक्ति का रूप, पर वीरता में पहला।

📝 अर्थ:
हनुमान जी ने सीता माता की खोज में समुद्र पार किया, लंका जलाकर रावण के अभिमान को तोड़ा। वो भक्ति और वीरता का प्रतीक हैं।

🦁 चरण 4
राम के दूत बन कर आए,
संदेश लिए, रावण से भिड़ जाए।
अहंकार से लड़ा निर्भय हो,
रामनाम में शक्ति संजो।

📝 अर्थ:
हनुमान जी भगवान राम के दूत बनकर लंका गए। निर्भयता से रावण के अहंकार से लड़े और राम नाम की शक्ति का प्रदर्शन किया।

🕉� चरण 5
संजीवनी पर्वत उठा लाए,
लक्ष्मण को जीवन दिलवाए।
पर्वत सहित उड़ते दिखे,
विश्व ने हनुमान को नमन किए।

📝 अर्थ:
हनुमान जी ने लक्ष्मण के लिए पूरा संजीवनी पर्वत उठा लिया और प्राण बचाए। यह उनका महान बल और प्रेम दर्शाता है।

💫 चरण 6
अष्ट सिद्धि नव निधि का वर पाया,
राम के नाम में खुद को भुलाया।
सेवा, शक्ति, साहस का संग,
हनुमान है गुणों का रंग।

📝 अर्थ:
हनुमान जी को रामभक्ति के फलस्वरूप अष्ट सिद्धियाँ और नव निधियाँ प्राप्त हुईं। उन्होंने सेवा और साहस से सबका हृदय जीता।

📿 चरण 7
जो करे हनुमान का ध्यान,
दूर हो सब दुख और त्राण।
वीर, भक्त, और सहायक सदा,
हनुमान जी, तुम हो हर दिल का दवा।

📝 अर्थ:
जो भक्त हनुमान जी का ध्यान करता है, उसके दुख दूर हो जाते हैं। वे वीर, भक्त और हर संकट के सहायक हैं।

🔍 संक्षिप्त भावार्थ (Short Meaning):
यह कविता हनुमान जी की अनंत वीरता, अपार शक्ति, अपराजेय साहस और अनन्य भक्ति को समर्पित है। वे न सिर्फ रामभक्त हैं, बल्कि युगों से हर भक्त के रक्षक और सहायक बने हुए हैं।

🎨 सांकेतिक चित्र और भावनात्मक प्रतीक:
🔱🕉�🔥💪📿🚩🌊🌞🦁🙏

--अतुल परब
--दिनांक-12.04.2025-शनिवार.
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