हनुमान जन्म महोत्सव व्रत - हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 13, 2025, 07:32:01 PM

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Atul Kaviraje

हनुमान जन्म महोत्सव व्रत - हिंदी कविता-

चरण 1:
हनुमान जी की महिमा है अपरम्पार,
उनकी भक्ति से मिलता है सच्चा आशीर्वाद।
सूर्य जैसा तेज, वायु जैसा वेग,
हनुमान जी का भक्त कभी नहीं होता नरक में खेद।

अर्थ:
हनुमान जी की महिमा अनंत है। उनकी भक्ति से व्यक्ति को सच्चा आशीर्वाद प्राप्त होता है। वे सूर्य की तरह तेजस्वी और वायु के समान शक्तिशाली होते हैं। हनुमान जी के भक्तों को कभी भी कष्ट नहीं होता।

चरण 2:
राम के भक्त, संकटमोचन,
सच्चे प्रेम में हैं हनुमान जी रचन।
विजय के प्रतीक, अजेय वीर,
सकल दुःखों को करते हैं नष्ट, हम सबका करुणा से उद्धार।

अर्थ:
हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त हैं और हर प्रकार के संकटों को दूर करने वाले हैं। वे विजय के प्रतीक और अजेय वीर हैं, जो सभी दुःखों का नाश करते हैं और भक्तों को करुणा से उद्धार देते हैं।

चरण 3:
हनुमान के चरणों में बसी है शक्ति,
उनकी भक्ति से दूर होती हर घड़ी की पीड़ा।
वह दीननाथ हैं, आशीर्वाद से भरते हैं जीवन,
भगवान राम के प्रति उनका प्रेम है परम, सच्चा और अडिग।

अर्थ:
हनुमान जी के चरणों में शक्ति का वास है। उनकी भक्ति से जीवन में खुशियाँ आती हैं और हर कष्ट दूर हो जाता है। वे भगवान राम के प्रति अडिग प्रेम रखते हैं, जो उन्हें सच्चा भक्त बना देता है।

चरण 4:
हनुमान जी का उपदेश है बड़ा महान,
कभी न डरें, धैर्य रखें, यह है उनका विधान।
हर मुश्किल से उबारने वाले हैं वे,
उनके नाम का जाप करें, सुख प्राप्त करें।

अर्थ:
हनुमान जी का उपदेश हमें धैर्य रखने और कभी न डरने का है। वे हर मुश्किल से उबारने वाले हैं, और उनके नाम का जाप करने से जीवन में सुख मिलता है।

चरण 5:
राम के नायक, शक्तिमान हनुमान,
जो भी उन्हें पुकारे, उनका साथ है सहज।
वो हैं निर्भीक, निस्वार्थ, सच्चे साथी,
हमारे दिल में बसी रहती है उनकी महिमा, हर समय और हर एक जगह।

अर्थ:
हनुमान जी राम के परम नायक और शक्तिमान हैं। जो भी उन्हें पुकारता है, वे उसे सहज रूप से सहारा देते हैं। वे निर्भीक, निस्वार्थ और सच्चे साथी हैं, और उनकी महिमा हमेशा हमारे दिलों में बसी रहती है।

चरण 6:
हनुमान जी के बिना जीवन सुना,
उनकी कृपा से ही होते हैं संकट दूर।
उनकी भक्ति में बसा है अद्भुत बल,
उनकी शक्ति से हर काम हो जाता है हल।

अर्थ:
हनुमान जी के बिना जीवन अधूरा होता है। उनकी कृपा से सभी संकट दूर हो जाते हैं और उनकी भक्ति में अद्भुत शक्ति होती है, जो हर कार्य को संभव बना देती है।

चरण 7:
हनुमान जी के जन्म महोत्सव में मनाएं खुशी,
भक्ति और आस्था से बढ़ाएं यह खुशी।
सभी को आशीर्वाद मिले, सुख का हो संचार,
हनुमान जी का नाम ले और पाओ हर दिल से प्यार।

अर्थ:
हनुमान जी के जन्म महोत्सव में खुशी मनानी चाहिए। भक्ति और आस्था के साथ इस दिन को उत्साह से मनाएं। सभी को आशीर्वाद मिले और सुख का संचार हो। हनुमान जी का नाम लेकर हम अपने जीवन में प्यार और शांति पा सकते हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-11.04.2025-शुक्रवार.
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