🌾 बैसाखी – पंजाब का रंग-बिरंगा त्योहार 🌾-

Started by Atul Kaviraje, April 15, 2025, 09:22:47 PM

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Atul Kaviraje

🌾 बैसाखी – पंजाब का रंग-बिरंगा त्योहार 🌾-
(एक सुंदर, सरल तुकबंदी में 7 चरणों की हिंदी कविता, अर्थ सहित)

🔶 चरण 1:
बैसाखी आई, खुशियाँ लाई,
खेतों में हरियाली छाई।
धान, गेंहू की फसल लहराई,
पंजाब की धरती मुस्काई।

अर्थ:
बैसाखी के आगमन से पंजाब में खुशियाँ फैलती हैं। खेतों में नई फसलें लहलहाती हैं और धरती आनंदित होती है।

🔶 चरण 2:
ढोल की थाप पर नाचे गबरू,
भंगड़ा करे, गूंजे हर चहुँओर ध्रुप।
गिद्धा करे पंजाब की नारी,
हर घर में हो वैसाखी की तैयारी।

अर्थ:
पंजाब के लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर भंगड़ा और गिद्धा नृत्य करते हैं। हर घर में बैसाखी को लेकर उत्साह और तैयारियाँ होती हैं।

🔶 चरण 3:
बैसाखी है नववर्ष की पहचान,
खुशियाँ बाँटे हर इंसान।
सिखों का यह पावन त्यौहार,
खालसा पंथ की हुई थी शुरुआत अपार।

अर्थ:
बैसाखी सिखों के लिए नववर्ष का प्रतीक है और इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना हुई थी। यह दिन पूरे समाज के लिए एक नई शुरुआत लेकर आता है।

🔶 चरण 4:
गुरु गोविंद सिंह ने लिया संकल्प,
धर्म की रक्षा का किया विकासत विकल्प।
पांच प्यारों से की एकता की बात,
खालसा पंथ दिया नया सौगात।

अर्थ:
बैसाखी पर गुरु गोविंद सिंह जी ने पांच प्यारों के साथ मिलकर खालसा पंथ की स्थापना की, जो धर्म, एकता और साहस का प्रतीक बना।

🔶 चरण 5:
स्वर्ण मंदिर में होती पूजा,
सच्ची श्रद्धा से सब करते सेवा।
लंगर चलता, लोग मिल बाँटते,
भक्ति में सब मन एक साथ झूमते।

अर्थ:
बैसाखी पर स्वर्ण मंदिर में विशेष पूजा होती है। भक्त सेवा भाव से लंगर बाँटते हैं और एक साथ मिलकर त्योहार मनाते हैं।

🔶 चरण 6:
फसल कटने की होती है खुशी,
किसानों के जीवन में आती है रौशनी।
धरती माता को करते प्रणाम,
उनके श्रम का करते हैं सम्मान।

अर्थ:
बैसाखी फसल की कटाई का पर्व है। किसान इस दिन अपनी मेहनत का फल पाकर प्रसन्न होते हैं और धरती मां को धन्यवाद देते हैं।

🔶 चरण 7:
पर्व ये है मेल और भाईचारे का,
संस्कृति की खुशबू हर द्वारे का।
बैसाखी हमें सिखाती है संदेश,
प्रेम, शांति और विकास विशेष।

अर्थ:
बैसाखी का त्योहार हमें भाईचारा, प्रेम और सांस्कृतिक एकता का संदेश देता है। यह हमें एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

🎨 प्रतीक और इमोजी:

🌾 फसलें (समृद्धि का प्रतीक)

🕉� धार्मिक आस्था का प्रतीक

🕺💃 भंगड़ा-गिद्धा (उत्सव और संस्कृति)

🙏 श्रद्धा और आभार

🕌 स्वर्ण मंदिर (सिख धर्म की आस्था)

🍛 लंगर (सेवा और समानता)

🇮🇳 भारतीय परंपरा और गर्व

📜 संक्षिप्त सारांश (Short Meaning):
बैसाखी पंजाब और सिख धर्म का प्रमुख त्योहार है। यह फसल कटाई की खुशी के साथ-साथ खालसा पंथ की स्थापना का स्मरण भी कराता है। इस दिन किसान, श्रमिक, और हर वर्ग के लोग मिलकर सांस्कृतिक उत्सव, भक्ति, और सेवा के माध्यम से जीवन का उत्सव मनाते हैं। यह दिन हमें समानता, भाईचारे, और संघर्ष में सफलता का संदेश देता है।

🙏 बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🙏

"वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह!"

--अतुल परब
--दिनांक-14.04.2025-सोमवार.
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