संकष्ट चतुर्थी - हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, April 17, 2025, 09:40:58 PM

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Atul Kaviraje

संकष्ट चतुर्थी - हिंदी कविता-

प्रस्तावना:
संकष्ट चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह दिन विशेष रूप से उन भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपने जीवन के संकटों से मुक्ति प्राप्त करने के लिए इस व्रत को करते हैं। इस दिन विशेष रूप से गणपति बप्पा की पूजा की जाती है, जिससे जीवन की समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। संकष्ट चतुर्थी के दिन भक्त मन और तन से भगवान गणेश की पूजा करते हैं, और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए दिनभर उपवासी रहते हैं। यह व्रत सभी भक्तों के लिए एक अवसर है अपने पापों से मुक्ति पाने और भगवान की कृपा प्राप्त करने का।

कविता:

चरण 1:
संकष्ट चतुर्थी आई है बप्पा की पूजा का दिन,
गणेश जी के चरणों में समर्पित करें अपना मन।
ध्यान से करें गणेश का ध्यान और पूजा करें सच्चे,
संकट मिटाने बप्पा, आशीर्वाद देंगे सच्चे।

अर्थ:
संकष्ट चतुर्थी का दिन भगवान गणेश की पूजा का दिन है। इस दिन भगवान गणेश के चरणों में श्रद्धा से अपना मन समर्पित करना चाहिए। बप्पा की पूजा करने से जीवन के सभी संकट समाप्त होते हैं और सच्चे दिल से आशीर्वाद प्राप्त होता है।

चरण 2:
ध्यान लगा कर बप्पा की कृपा पाओ जीवन में सुख,
उनकी महिमा से हर संकट होता है दूर और सुख।
संकटमोचन गणेश जी की पूजा करें श्रद्धा से,
सभी संकटों का नाश करें, बप्पा की शक्ति से।

अर्थ:
गणेश जी के ध्यान से जीवन में सुख और समृद्धि आती है। उनकी महिमा से जीवन के सभी संकटों का निवारण होता है। बप्पा की पूजा सच्चे श्रद्धा भाव से करनी चाहिए ताकि वे जीवन में आशीर्वाद दें और सभी कठिनाईयों से उबारें।

चरण 3:
रातभर व्रत रखें, चंद्रमा को देखे बिना सोए,
गणपति बप्पा की पूजा में मनुष्य दिन रात खोए।
संकष्टों से मुक्ति मिलती है भक्तों को उनकी पूजा से,
उनके आशीर्वाद से होती है सभी खुशियों की दस्तक।

अर्थ:
संकष्ट चतुर्थी पर व्रत रखने और चंद्रमा का दर्शन किए बिना पूजा करने से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं। बप्पा की पूजा करने से जीवन में खुशियों और समृद्धि का आगमन होता है।

चरण 4:
बप्पा के चरणों में बसा है सुख, समृद्धि का राही,
उनकी पूजा से सभी दुख दूर होते हैं सच्चे भाई।
संकष्ट चतुर्थी की रात में बप्पा का ध्यान करें,
उनके आशीर्वाद से हर दुख से मुक्ति पाएंगे हम।

अर्थ:
भगवान गणेश के चरणों में सुख और समृद्धि का वास है। बप्पा की सच्चे मन से पूजा करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं। संकष्ट चतुर्थी पर उनका ध्यान करने से हमें जीवन की सभी कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।

चरण 5:
हर भक्त की मनोकामना होती है पूरी इस दिन,
बप्पा की पूजा से बढ़ता है आशीर्वाद का सिलसिला नित।
संकष्ट चतुर्थी का पर्व है सुखों का संदेश,
सभी को दें बप्पा सुख और समृद्धि का आशीर्वाद विशेष।

अर्थ:
संकष्ट चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश से सुख और समृद्धि का आशीर्वाद पाने का दिन है। इस दिन हर भक्त की इच्छाएं पूरी होती हैं, और बप्पा की कृपा से जीवन में खुशहाली आती है।

चरण 6:
भगवान गणेश का नाम ले कर दुखों से छुटकारा पाओ,
उनके आशीर्वाद से जीवन में खुशियां लाओ।
संकष्ट चतुर्थी पर पूजा करो श्रद्धा भाव से,
बप्पा की कृपा से पाओ तुम जीवन में शांति का रास।

अर्थ:
भगवान गणेश का नाम लेने से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है। उनकी पूजा करने से जीवन में शांति और सुख का वास होता है। संकष्ट चतुर्थी पर सच्चे श्रद्धा से उनकी पूजा करें और जीवन को खुशहाल बनाएं।

चरण 7:
आज संकष्ट चतुर्थी का पर्व आया है मनमोहक,
गणपति बप्पा की कृपा से जीवन हो जाता है सुखमय।
सभी भक्तों को बप्पा का आशीर्वाद मिले आज,
संकष्ट दूर हो, जीवन में हो मंगल और हर काम हो राज।

अर्थ:
संकष्ट चतुर्थी का दिन विशेष रूप से भगवान गणेश के आशीर्वाद से सभी भक्तों के जीवन को सुखमय बना देता है। इस दिन पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं, और हर काम में सफलता मिलती है।

चित्र, प्रतीक और इमोजी:

चित्र: गणेश जी की मूर्ति, पूजा का सामान, दीपक, चंद्रमा।

प्रतीक: 🙏 – श्रद्धा, 🐘 – हाथी (गणेश), 🕯� – दीपक, 🌙 – चंद्रमा, 🍬 – लड्डू (गणेश जी का प्रिय भोग)।

इमोजी: 🙏💫🌺🎉🕯�

निष्कर्ष: संकष्ट चतुर्थी का व्रत हमारे जीवन को भगवान गणेश की कृपा से समृद्ध बनाता है। यह दिन संकटों से मुक्ति और आशीर्वाद की प्राप्ति का दिन है। हमें इस दिन गणेश जी की पूजा सच्चे श्रद्धा भाव से करनी चाहिए ताकि हम सभी दुखों से मुक्त हो सकें और जीवन में सुख-शांति का अनुभव कर सकें। 🙏🎉🍬

--अतुल परब
--दिनांक-16.04.2025-बुधवार.
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