वैशाख मास का प्रारम्भ - 28 अप्रैल, 2025 - सोमवार-

Started by Atul Kaviraje, April 30, 2025, 09:30:10 PM

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Atul Kaviraje

वैशाख मास का प्रारम्भ-

वैशाख मास का प्रारम्भ - 28 अप्रैल, 2025 - सोमवार-

वैशाख मास भारतीय पंचांग के अनुसार साल का दूसरा महीना होता है। यह महीना विशेष रूप से हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस महीने में अनेक धार्मिक त्यौहार, व्रत, और विशेष पूजा-अर्चनाएँ होती हैं। वैशाख मास की शुरुआत से ही विशेष पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है, और भक्तों को इसके दौरान भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा को और अधिक प्रगाढ़ करने का अवसर मिलता है।

वैशाख मास में वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा विशेष महत्व रखती है, और इसे बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को याद करते हुए उनका सम्मान किया जाता है। इस महीने में नदी स्नान और पवित्र तर्पण का भी विशेष महत्व है।

इस महीने में अक्षय तृतीया भी मनाई जाती है, जो नए काम शुरू करने और पवित्र कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है। वैशाख मास को भगवान श्रीविष्णु के उपासना का महीना भी माना जाता है, खासकर वैशाख एकादशी के दिन विशेष व्रत किए जाते हैं।

हिंदी कविता: वैशाख मास का प्रारम्भ-

🎉 चरण 1:
वैशाख माह आया है सुखद सन्देश,
सभी को मिले शांति, समृद्धि, और प्रेम।
भगवान की कृपा से हो सबका उद्धार,
धर्म की राह पर चलें हम सच्चे नायक।
अर्थ: वैशाख मास ने सुख और शांति का संदेश दिया है। भगवान की कृपा से सभी का उद्धार हो, और हम सत्य और धर्म की राह पर चलें।

🌟 चरण 2:
नदियों में स्नान करके पाओ पुण्य,
विश्वास से जुड़ो, छूटे बुराई का गुनाह।
धार्मिक कार्यों में मन से लगो,
हर कार्य को पूरी निष्ठा से करो।
अर्थ: नदी स्नान से पुण्य मिलता है और विश्वास से बुराई को दूर किया जा सकता है। हमें धार्मिक कार्यों में समर्पण और निष्ठा से लगना चाहिए।

🌱 चरण 3:
अक्षय तृतीया पर शुरू करें नया काम,
कृपा से हर इच्छा हो पूरी, बिना किसी घमंड के।
जीवन में सुख-शांति और धन की हो वृद्धि,
इसी माह में हो जीवन सफल और सजीव।
अर्थ: अक्षय तृतीया पर नए कार्य शुरू करने से सफलता मिलती है। जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि की वृद्धि होती है।

💪 चरण 4:
वैशाख में भगवान श्रीविष्णु का ध्यान,
जपों उनके मंत्र और करो व्रत पालन।
धर्म के मार्ग पर चलें सच्चे दिल से,
तभी तो जीवन में मिलें परम सुख का वरदान।
अर्थ: वैशाख मास में भगवान श्रीविष्णु का ध्यान और उनका मंत्र जपने से जीवन में सुख और पुण्य की प्राप्ति होती है। धर्म के रास्ते पर चलकर हम परम सुख प्राप्त कर सकते हैं।

चित्र और इमोजी

प्रतीक   अर्थ
🌟   शुभ और पवित्र माह की शुरुआत
🕉�   भगवान श्रीविष्णु का ध्यान
🛁   पुण्य स्नान, शुद्धता और ताजगी
💫   समृद्धि, सफलता, और नई शुरुआत
🌿   प्रकृति, ताजगी और पुनर्निर्माण
🎉   खुशी, उत्सव, और धार्मिक आशीर्वाद

वैशाख मास का महत्व
वैशाख मास का महत्व विशेष रूप से इस समय के धार्मिक पर्वों और उपास्य देवताओं के साथ जुड़ा हुआ है। इस महीने में धार्मिक कर्म जैसे कि स्नान, दान, व्रत, और पूजा का आयोजन किया जाता है। व्रतों का पालन करके व्यक्ति पुण्य और आत्मिक शांति की प्राप्ति करता है।

हमारे पुराणों और शास्त्रों में वैशाख मास को विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा का माह माना गया है। इस माह में भगवान विष्णु के भक्त उनकी आराधना करके उनके आशीर्वाद से जीवन में समृद्धि प्राप्त करते हैं।

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, वैशाख मास के दौरान जितनी अधिक पूजा-अर्चना, ध्यान और तपस्या की जाती है, उतनी ही अधिक पुण्य की प्राप्ति होती है। यह महीना भक्तों के लिए एक शुद्धता और दिव्यता का प्रतीक है।

समाप्ति संदेश
"वैशाख मास का प्रारम्भ आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आए। इस पवित्र माह में भगवान की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहे।" 🌿🎉

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-28.04.2025-सोमवार.
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