🌟 राष्ट्रीय सुरक्षा डोस दिवस 📅 15 मई 2025 "टीका है ढाल, जीवन की देखभाल-

Started by Atul Kaviraje, May 15, 2025, 10:26:59 PM

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Atul Kaviraje

🛡�🇮🇳 हिंदी कविता-

🌟 राष्ट्रीय सुरक्षा डोस दिवस
📅 गुरुवार, 15 मई 2025
"टीका है ढाल, जीवन की देखभाल..."
💉🛡�❤️👨�👩�👧�👦🌍👶🏽🙏🏼

🧬 कविता का परिचय:
"राष्ट्रीय सुरक्षा डोस दिवस" उस चेतना का प्रतीक है जो हमें याद दिलाता है कि जीवन की रक्षा केवल दवाओं से नहीं, बल्कि समय पर लिए गए सुरक्षा डोस (Vaccines/Preventive Doses) से होती है।
यह कविता सात चरणों में इस विषय की गंभीरता और भावनात्मक गहराई को सरल तुकबंदी के साथ प्रस्तुत करती है।

🛡� प्रथम चरण
सुई नहीं, ये रक्षक है, जीवन की यह ढाल।
एक छोटी-सी बूँद है ये, बचपन की देखभाल।
टीका बनता रक्षा-कवच, बीमारियाँ रहे टाल।
बिना भय के जीना सिखाए, हर तन को दे संबल चाल।

🔸 अर्थ:
टीकाकरण कोई डर की चीज नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा का कवच है। यह हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाता है।

💉👶🛡�🌿💪

❤️ द्वितीय चरण
माँ की गोद में पहली बार, जब टीका लगवाया था।
थोड़ा रोया, पर माँ बोली – ये रक्षा का साया था।
काँपते से हाथों ने, जीवन का दीप जलाया था।
बचपन से ही इस सुई ने, खतरे को दूर भगाया था।

🔸 अर्थ:
हमारे जीवन की शुरुआत में ही हमें पहला सुरक्षा डोस दिया जाता है। यह टीका बचपन से हमें बीमारियों से लड़ना सिखाता है।

👩�👦💉🕯�👶🧬

👨�👩�👧�👦 तृतीय चरण
कोई पोलियो, कोई खसरा, या हो टाइफॉइड का डर।
सुरक्षा डोस बना कवच, जब आया बीमारियों का फिर।
टीकाकरण के इस पर्व से, जीवन होता है निर्मल, सरस।
सुरक्षित बचपन, स्वच्छ भारत – यही है इसका असल उद्देश्य।

🔸 अर्थ:
सुरक्षा डोस हमें कई घातक बीमारियों से बचाता है। यह केवल व्यक्तिगत नहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य का विषय है।

👨�👩�👧�👦🦠🚫💪🇮🇳

🌍 चतुर्थ चरण
गाँव हो या नगर की गली, सबको टीका पहुँचना चाहिए।
धर्म, जाति या वर्ग नहीं – हर जन को इसका हक चाहिए।
स्वास्थ्य का ये लोकतंत्र है, सबको जीवन का पथ चाहिए।
टीका नहीं कोई विकल्प है, यह भविष्य का रथ चाहिए।

🔸 अर्थ:
सभी नागरिकों को समान रूप से टीका मिलना चाहिए। यह केवल स्वास्थ्य नहीं, समानता और मानव अधिकार का सवाल है।

🚜🏙�🧑�⚕️⚖️🌐

👩�⚕️ पंचम चरण
कोरोना ने जब हमें घेरा, टीका बना हथियार।
सावधानी और सुरक्षा से, हमने जीता हर वार।
हर एक डोस है जीत की राह, हर एक बूँद है प्यार।
इसने फिर से जीना सिखाया, खुला जीवन का द्वार।

🔸 अर्थ:
महामारियों के समय सुरक्षा डोस ने हमें बचाया। कोरोना काल में इसका महत्व सबने महसूस किया।

🦠💉🤲🌄🙌

🌸 षष्ठम चरण
सरकारी योजना, डॉक्टरों का साथ,
टीकाकरण है जिम्मेदारी, न कोई सौगात।
हर बच्चा, हर बुज़ुर्ग हो पाए समर्थ,
हर सुई से जुड़े भविष्य का विकासपथ।

🔸 अर्थ:
सुरक्षा डोस केवल सरकार या स्वास्थ्यकर्मी की नहीं, बल्कि हम सभी की साझा जिम्मेदारी है।

🧑�⚕️👨�⚕️📋👵👶📈

🌟 सप्तम चरण
तो आज इस दिवस पर लें हम ये प्रण,
हर जन को मिले सुरक्षा का धन।
टीकाकरण बने जन-आन्दोलन,
हर घर, हर हृदय बने इसका अनुकरण।

🔸 अर्थ:
आज के दिन हम यह संकल्प लें कि कोई भी सुरक्षा डोस से वंचित न रहे और यह आंदोलन हर दिल तक पहुँचे।

💉💪🏽🙏🏽📢👨�👩�👧�👦

🔚 निष्कर्ष:
राष्ट्रीय सुरक्षा डोस दिवस हमें याद दिलाता है कि स्वास्थ्य की बुनियाद, सुरक्षित भविष्य और सशक्त राष्ट्र की शुरुआत एक छोटी-सी सुई से होती है।
आज का टीका, कल की ताकत है।

🎨 चित्र प्रतीक और इमोजी:
💉👶🧬🛡�👨�⚕️👩�⚕️🧑�🏫📊👨�👩�👧�👦🌍🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-15.05.2025-गुरुवार.
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