🙏 संकष्टी चतुर्थी – 🪔 कविता शीर्षक: "संकटों का नाशक – श्री गणेश"

Started by Atul Kaviraje, May 16, 2025, 10:18:48 PM

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Atul Kaviraje

🙏 संकष्टी चतुर्थी – एक भक्तिभावपूर्ण दीर्घ हिंदी कविता 🙏
📅 तिथि: 16 मई, 2025 – शुक्रवार
🌙 अवसर: संकष्टी चतुर्थी (संकटों को हरने वाली गणेश जी की उपासना की रात)
🕉�✨🐘🌺🍃🌙🍽�🪔

🪔 कविता शीर्षक: "संकटों का नाशक – श्री गणेश"
🌸 चरण 1:
विघ्न विनाशक, संकट हरण,
गणपति आए हर क्षण-क्षण।
मूषक वाहन, लड्डू हाथ,
कृपा करो तुम दिन और रात।

🔎 अर्थ:
भगवान गणेश विघ्नों को हरने वाले हैं। वे हर पल हमारे साथ रहें, उनके वाहन मूषक (चूहा) और हाथ में लड्डू हमें उनकी मधुरता और शक्ति का स्मरण कराते हैं।

🌼 चरण 2:
संकष्टी की आई रात,
सच्चे मन से करों प्रभु बात।
उपासना से दूर हों दुःख,
बिन बोले भी सुनें तुम्हारा मुख।

🔎 अर्थ:
संकष्टी चतुर्थी की रात भगवान से सच्चे मन से संवाद करने का अवसर है। इस दिन की पूजा से दुख दूर होते हैं, और भगवान हमारे बिना कहे भी सब जान जाते हैं।

🌙 चरण 3:
चंद्रमा की छाया में ध्यान,
गणेश जी का लो वरदान।
करें व्रत सच्चे विश्वास से,
मिलें फल परम प्रकाश से।

🔎 अर्थ:
चतुर्थी की रात चंद्रमा की शीतल छाया में गणेश जी का ध्यान और व्रत करने से हमें उनके शुभ आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और जीवन में प्रकाश (समझ, समाधान) आता है।

🍃 चरण 4:
एकदंत, चतुर भाल,
ज्ञान का दे दे तू भंडार।
संकट से जो डरते हैं,
तेरा नाम लेकर तरते हैं।

🔎 अर्थ:
भगवान गणेश 'एकदंत' और 'चतुर' मस्तिष्क वाले हैं। वे ज्ञान के प्रतीक हैं। जो भी भक्त संकट में होते हैं, उन्हें सिर्फ गणेश नाम लेने से ही राहत मिलती है।

🌺 चरण 5:
लाल पुष्प अर्पण करें,
भक्ति भाव से मन भरें।
प्रसन्न हो गणराज जब,
बदल दे जीवन हर सब।

🔎 अर्थ:
गणेश जी को लाल फूल चढ़ाना शुभ होता है। जब हम भक्ति से पूजा करते हैं, तो वे प्रसन्न होकर हमारे जीवन की दिशा ही बदल देते हैं।

🐘 चरण 6:
बुद्धि के देव, सुख के दाता,
दुख हर लो मेरे विधाता।
परिवार में लाओ तुम शांति,
मिटे जीवन की हर भ्रांति।

🔎 अर्थ:
गणेश जी बुद्धि और सुख के देवता हैं। वे हमारे दुखों को हरते हैं और परिवार में शांति, संतुलन और स्पष्टता लाते हैं।

🕊� चरण 7:
संकष्टी की यही पुकार,
हे विनायक, करो उद्धार।
तुम बिन जीवन अधूरा है,
तेरा चरण ही सच्चा सहारा है।

🔎 अर्थ:
यह कविता संकष्टी चतुर्थी पर हमारी पुकार है कि हे गणेश जी, हमारा उद्धार करें। आपके बिना जीवन अधूरा है, आपका चरण ही हमारा एकमात्र सहारा है।

🌟 कविता का सार (Short Meaning Summary):
यह कविता संकष्टी चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश की भक्ति, पूजा, और शरणागत भाव को दर्शाती है। संकट हरने वाले गणपति की उपासना से दुखों का अंत, बुद्धि का विकास, और आत्मिक शांति मिलती है।

🎨 चित्रात्मक कल्पना (Visual Symbols & Emojis)
प्रतीक   अर्थ   Emoji
🐘   गणेश जी का स्वरूप   
🌙   संकष्टी की चंद्र रात   
🪔   पूजा की ज्योति   
🍽�   व्रत और प्रसाद   
🌺   पुष्प अर्पण   
🙏   प्रार्थना   
🕊�   शांति   
💫   आशीर्वाद   

🙏 गणपति बाप्पा मोरया 🙏
संकट हरता, सुख करता – श्री गणेश को कोटि कोटि नमन!

--अतुल परब
--दिनांक-16.05.2025-शुक्रवार.
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