📅 तारीख: 26 मई 2025 | दिन: सोमवार 🪔 अवसर: शनि जयंती / शनैश्चर जन्मोत्सव-

Started by Atul Kaviraje, May 26, 2025, 10:17:25 PM

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Atul Kaviraje

शनैश्चर जयंती-

🪔🌑 हिंदी लेख – "26 मई 2025 – सोमवार – शनैश्चर जयंती का महत्व व भावपूर्ण विवेचन"-

📅 तारीख: 26 मई 2025 | दिन: सोमवार
🪔 अवसर: शनि जयंती / शनैश्चर जन्मोत्सव
🙏 भाव: न्याय, संयम, तप, कर्मफल और भक्ति

🔷 भूमिका (परिचय):
हर वर्ष ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। यह दिन भगवान शनिदेव के जन्मोत्सव के रूप में श्रद्धा, भक्ति और आत्मपरिक्षण का विशेष पर्व है। 2025 में यह दिन सोमवार, 26 मई को पड़ रहा है, जो एक अत्यंत शुभ संयोग है — क्योंकि सोमवार शिवजी का दिन है और शनिदेव शिव के परम भक्त माने जाते हैं।

🌌 शनि कौन हैं? (संक्षिप्त परिचय):
शनि को नवग्रहों में सबसे प्रभावशाली और न्यायप्रिय देवता माना जाता है।
🔹 वे सूर्य देव व छाया (संवर्णा) के पुत्र हैं।
🔹 उन्हें कर्मों का फल देने वाला ग्रह कहा गया है।
🔹 वे धीरे चलने वाले ग्रह हैं – इसीलिए "शनि" (शनै: = धीरे) कहलाए।

📖 शनि जयंती का धार्मिक महत्व:
🌑 शनि की कृपा से पापों से मुक्ति मिलती है।

⚖️ यह दिन कर्म और न्याय के प्रति सजग रहने की प्रेरणा देता है।

🕉� जप, तप, दान व संयम से शनि दोष, साढ़ेसाती व ढैय्या के प्रभाव शांत होते हैं।

🌳 पीपल वृक्ष की पूजा और दीपदान विशेष फलदायी मानी जाती है।

🪔 पारंपरिक पूजन विधि:

🔸 प्रातः स्नान कर काले वस्त्र धारण करें
🔸 शनिदेव की मूर्ति पर तिल का तेल, काले तिल, नीले फूल, काली उड़द अर्पित करें
🔸 "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जप करें
🔸 पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं व दीपक जलाएं
🔸 गरीबों को काले वस्त्र, छाता, चप्पल, तिल, तेल आदि का दान करें

🪶 उदाहरण व प्रेरक कथा:
🌠 कथा – शनि का न्याय
एक राजा ने प्रजा पर अत्याचार किए। शनि ने उसकी साढ़ेसाती शुरू की। राजा ने सब कुछ खो दिया। बाद में पश्चात्ताप कर सेवा और न्याय किया, जिससे शनिदेव ने कृपा की और राज्य लौटाया।

📜 भावार्थ: शनि दंड देते हैं, परंतु पश्चात्ताप और धर्म के मार्ग पर लौटने पर क्षमा भी करते हैं।

🔮 शनि का संदेश:
🕊� न्याय करो, अन्याय मत सहो

🌿 कर्म करो, फल की चिंता न करो

⛓️ अहंकार, आलस्य और अधर्म से दूर रहो

📿 भक्ति व संयम से शनिदेव की कृपा प्राप्त करो

🔔 चिह्न और प्रतीक (Emojis व अर्थ सहित):
प्रतीक   अर्थ

🌑   अमावस्या – नई शुरुआत का दिन
⚖️   न्याय – शनिदेव का मूल स्वरूप
🛐   पूजन – श्रद्धा व नम्रता
🪔   दीपक – अंधकार में प्रकाश
🌳   पीपल – शनिदेव प्रिय वृक्ष
🛡�   रक्षण – बुरी शक्तियों से सुरक्षा
🖤   काला रंग – संयम, शक्ति, तीव्रता

🌼 शुभकामनाएं व निष्कर्ष:
शनैश्चर जयंती केवल पूजन का पर्व नहीं है, बल्कि यह दिन हमें जीवन के प्रत्येक कार्य में न्याय, धैर्य, और निष्ठा के साथ चलने की प्रेरणा देता है। यह हमें सिखाता है कि बुरे समय से घबराने की बजाय आत्मविश्लेषण करें और भगवान की भक्ति से आत्मबल प्राप्त करें।

🙏 भक्तिभावपूर्ण संदेश:
🕯� "जो न्याय का मार्ग अपनाता है, शनि उसकी रक्षा करता है। जो अधर्म करता है, शनि उसका मार्ग सुधारता है।"
💫 शुभ शनैश्चर जयंती! 💫
ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥
🙏🛐

🔔 आप और आपके परिवार पर शनिदेव की कृपा बनी रहे – यही मंगलकामना!
🌑🖤📿🪔

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-26.05.2025-सोमवार. 
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