26 मई 2025, सोमवार-"शनि जयंती : न्याय और भक्ति का पर्व"-

Started by Atul Kaviraje, May 26, 2025, 10:22:14 PM

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Atul Kaviraje

🌑🙏🏼 दीर्घ हिंदी भक्ति-कविता – "शनि जयंती : न्याय और भक्ति का पर्व"-

📅 तिथि – 26 मई 2025, सोमवार
🌟 अवसर – शनि जयंती (ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या)
🌿 संयोग – अमावस्या + सोमवार (शिव पूजन का दिन)
🎨 प्रतीक: 🌑🪔🛕⚖️🌿🕉�🙏🏼📿🛡�

✍️ कविता (07 चरण × 04 पंक्तियाँ)
✨ सरल तुकबंदी | अर्थपूर्ण पंक्तियाँ | प्रत्येक चरण के नीचे उसका हिंदी भावार्थ

1️⃣
🌑 ज्येष्ठ अमावस का पावन दिन,
शनि जन्मा तब, उजियारा बिन।
अंधकार में न्याय का प्रकाश,
धैर्य और धर्म का सच्चा प्रकाश।

📖 अर्थ:
ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को जन्मे शनिदेव, जो अंधकार में भी न्याय और धर्म का प्रकाश लाने वाले हैं।

2️⃣
🪔 शिव का भक्त, तप का धनी,
क्रोध में भी समता की रजनी।
वैराग्य उसका, जीवन कठिन,
पर सच्चों को देता वह छिन-छिन।

📖 अर्थ:
शनिदेव शिव के परम भक्त हैं। उनका जीवन संयम और तप का प्रतीक है। वे न्यायप्रिय हैं और सच्चों का सदा भला करते हैं।

3️⃣
🛕 तेल, तिल और काले वस्त्र,
सेवा करें हम बिना क्लेश-वस्त्र।
दर्शन करें शनि मंदिर में जाके,
भय नहीं, विश्वास जगाके।

📖 अर्थ:
इस दिन शनिदेव को तिल, तेल, और काले वस्त्र अर्पित कर पूजा की जाती है। श्रद्धा से की गई सेवा भय को हर लेती है।

4️⃣
⚖️ न्याय का देव, कर्म का मीत,
बुरे को दंड, अच्छे को प्रीत।
न्यायप्रियता है उसका मार्ग,
पापी काँपे, भक्त हो निर्भार।

📖 अर्थ:
शनिदेव कर्म के अनुसार फल देते हैं। वे धर्म के रक्षक हैं और अन्याय का अंत करते हैं।

5️⃣
🌿 पीपल वट को जल चढ़ाओ,
सात परिक्रमा श्रद्धा से लगाओ।
शनि स्तोत्र, मंत्रों का जाप,
मन को देवे परम ताप।

📖 अर्थ:
इस दिन पीपल वृक्ष की पूजा कर, शनि मंत्रों का जाप करने से आत्मशुद्धि होती है और मन में सच्ची चेतना जागती है।

6️⃣
🕉� सोम का दिन, शिव का प्यार,
शनि जयंती दे अनुपम उपहार।
शिव-शनि का मिलन महान,
शुभ संयोगों से होता कल्याण।

📖 अर्थ:
शनि जयंती यदि सोमवार को आए, तो वह विशेष फलदायी होती है। यह शिव-शनि की एकता और कृपा का संयोग है।

7️⃣
📿 भक्ति हो सच्ची, कर्म हो शुद्ध,
शनि कृपा से मिटे हर बुद्ध।
न्याय, संयम, सेवा का मार्ग,
शनि जयंती करे जीवन निर्मल भार।

📖 अर्थ:
यदि हमारा कर्म शुद्ध और मन पवित्र हो, तो शनिदेव की कृपा से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यह दिन आत्मशुद्धि का सुअवसर है।

🌟 संक्षिप्त अर्थ और संदेश:
शनि जयंती, सिर्फ भय से नहीं बल्कि भक्ति, न्याय और आत्मनिरीक्षण से जुड़ा पर्व है। यह हमें सिखाता है कि सच्चे कर्म और संयमित जीवन ही जीवन की सच्ची पूजा है।

🙏🏼 "जो करता है संयम का आचरण,
पाता है शनि का कृपावर्षण।"

📿🛕 आपको शनि जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ
🌑🛡�⚖️🕉�🌿🙏🏼✨🪔

--अतुल परब
--दिनांक-26.05.2025-सोमवार. 
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