🙏 हिंदी कविता 🙏 "भगवान विठोबा का गूढ़ अर्थ और उनका पूजनीय स्वरूप"

Started by Atul Kaviraje, May 28, 2025, 10:10:53 PM

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Atul Kaviraje

भगवान विठोबा का गूढ़ अर्थ और उनका पूजनीय स्वरूप-
(भगवान विट्ठल और उनके पूजित रूप के गूढ़ अर्थ)
(Lord Vitthal and the Hidden Meanings of His Worshipped Form)

🙏 भक्ति भावपूर्ण दीर्घ हिंदी कविता 🙏
"भगवान विठोबा का गूढ़ अर्थ और उनका पूजनीय स्वरूप"
(Lord Vitthal and the Hidden Meanings of His Worshipped Form)
🌿🪔👣📿🌸🙏

📜 चरण 1: पंढरपुर में खड़ा एक देव
पंढरपुर में खड़ा है एक देव,
दोनों हाथ कमर पर, भाव से सेव।
ना स्वर्ण मुकुट, ना वैभव शेष,
फिर भी भक्ति में उसका विशेष।
🛕👑

📝 अर्थ:
भगवान विठोबा (विठ्ठल) पंढरपुर में सरल वेश में खड़े हैं, हाथ कमर पर टिकाए हुए। उनका भव्य रूप सादगी में छिपा है, जो उन्हें और भी पूज्य बनाता है।
🕊�

📜 चरण 2: भक्त पुंडलिक की गाथा है गूढ़
पुंडलिक की सेवा से प्रभु प्रसन्न,
दरवाजे पर खड़े, मन से मग्न।
न किया बुलावा, न रखा मान,
सेवा में ही प्रभु का स्थान।
🛏�🚪

📝 अर्थ:
भगवान विठोबा का खड़ा होना भक्त पुंडलिक की सेवा भावना को दर्शाता है। भगवान खुद दरवाज़े पर खड़े रहे, क्योंकि पुंडलिक माता-पिता की सेवा में लीन थे।
🌼

📜 चरण 3: कमर पर हाथ, प्रतीक है धैर्य
कमर पर हाथ, ना क्रोध, ना घात,
धैर्य और प्रतीक्षा की है ये बात।
"मैं यहीं हूँ" – ये भाव कहे,
भक्त के प्रेम में ईश्वर भी बहे।
🤲👣

📝 अर्थ:
विठोबा का खड़ा रहना और हाथ कमर पर रखना प्रतीक है धैर्य और समर्पण का – वे अपने भक्तों की प्रतीक्षा में भी सहज हैं।
🪷

📜 चरण 4: गहरा है ये सरल सा रूप
ना रत्न, ना राजसी राजदंड,
बस भक्तों का प्रेम, उनका प्रचंड।
काले पत्थर में भक्ति की झलक,
उस रूप में झाँके आत्मा की चमक।
🪨💫

📝 अर्थ:
विठोबा का रूप सादा है – काले पत्थर से निर्मित, किन्तु वह गहराई लिए हुए है। यह दर्शाता है कि ईश्वर वैभव से नहीं, प्रेम से पूज्य हैं।
🕉�

📜 चरण 5: वारकरी चलें भाव से भरे
वारकरी जन पंढरी को जाएँ,
विठ्ठल नाम में मगन हो जाएँ।
डिंडी, भजन, आंसुओं की धारा,
हर कदम पर हो मंगल ध्वनि प्यारा।
🎶🚶�♂️📿

📝 अर्थ:
वारकरी भक्तगण भावविभोर होकर विठोबा के दर्शन के लिए डिंडी यात्रा करते हैं, जिसमें भक्ति और श्रद्धा की गंगा बहती है।
🛤�

📜 चरण 6: बालक रूप, पिता समान छाया
बालक से लगें, फिर भी गंभीर,
माता तुलसी से प्रेम गम्भीर।
हर भक्त के जीवन में एक सहारा,
विठोबा हैं सच्चा सहचर हमारा।
🌿👶

📝 अर्थ:
विठोबा का स्वरूप कभी बालक-सा भोला, कभी पिता-सा गंभीर। वे भक्तों के दुख-दर्द समझने वाले परम सखा हैं।
💖

📜 चरण 7: हे विठोबा, तू ही आधार
हे विठोबा, तुझमें ही मेरा संसार,
तू ही प्राण, तू ही उद्धार।
तेरे स्वरूप में है सबका जीवन,
भक्ति में तुझसे हो मिलन।
🙏🌸

📝 अर्थ:
अंततः भक्त विठोबा से प्रार्थना करता है कि वह उन्हें अपने हृदय में स्थिर करे। भगवान विठोबा ही उसके जीवन का केंद्र हैं।
🪔

🖼� प्रतीक और अर्थ सारणी
प्रतीक   अर्थ

🛕   पंढरपुर – तीर्थ स्थल
👣   प्रतीक्षा और सेवा भाव
🪨   काले पत्थर में निहित भक्ति
📿   नाम जप और वारकरी परंपरा
🌿   तुलसी – भक्ति और पवित्रता
🚪   पुंडलिक की सेवा प्रतीक
🙏   समर्पण और प्रेम

🌟 निष्कर्ष:
भगवान विठोबा का स्वरूप सादा होने पर भी अत्यंत गूढ़ और गहन है। वह भक्ति, धैर्य, सेवा और प्रेम के ऐसे प्रतीक हैं, जो हमें आत्मा से जोड़ते हैं।

"जो विठ्ठल का नाम जपते हैं,
वो प्रेम की शक्ति को अपनाते हैं।"

--अतुल परब
--दिनांक-28.05.2025-बुधवार.
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