📅 दिनांक: 01 जून 2025 – रविवार-"विंध्यवासिनी माँ का आशीर्वाद" 🌺

Started by Atul Kaviraje, June 02, 2025, 10:25:15 AM

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Atul Kaviraje

🪔💐 हिंदी भक्ति-कविता: "विंध्यवासिनी पूजा"
📅 दिनांक: 01 जून 2025 – रविवार
🌸 माँ विंध्यवासिनी को समर्पित एक भक्ति-पूर्ण दीर्घ कविता
🙏 भावार्थ सहित | सरल तुकबंदी | 7 कड़वियाँ | प्रतीक, चित्र और इमोजी सहित

🌺 कविता: "विंध्यवासिनी माँ का आशीर्वाद" 🌺

🕉� कडवा 1:
विंध्य पर्वत की रानी माँ, तेज की जो खान।
दुष्टों का संहार करे, करे भक्तों का त्राण।
कमलासन पर बैठी तू, रत्नजड़ित है भान।
भक्ति में जो डूबे हैं, पाते तुझसे ज्ञान॥

📝 भावार्थ:
माँ विंध्यवासिनी शक्तिशाली देवी हैं जो दुष्टों का नाश करती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। वे कमल पर विराजमान हैं और ज्ञान की देवी हैं।
🌸🌄🪔🧘

🌟 कडवा 2:
दुर्गा रूप में आई तू, शेर पे जो सवारी।
शक्ति, शांति, स्नेह दे, करे सब पर कृपाधारी।
तलवार लिए हाथों में, रचे विजय की कहानी।
जपते हैं जो नाम तेरा, पाते हैं कल्याणी॥

📝 भावार्थ:
माँ दुर्गा के स्वरूप में विंध्यवासिनी देवी शक्तिशाली हैं, वे शेर पर सवार होकर बुराई का नाश करती हैं और अपने नाम का जप करने वाले को कल्याण देती हैं।
🦁⚔️🕉�📿

🌼 कडवा 3:
सजती ज्योति से ज्योति, मंदिर में तेरा धाम।
अर्चना और दीप जलाएं, भक्त करे प्रणाम।
मन्त्रों की वह गूंज सुन, झूमे सारा ग्राम।
तेरे चरणों की रज से, मिट जाए हर घाम॥

📝 भावार्थ:
माँ का मंदिर दिव्य प्रकाश से आलोकित होता है। भक्तों की आरती और दीप से गाँव भर जाता है भक्ति से, और माँ के चरणों की धूल से हर दुख मिट जाता है।
🪔🔔🏞�🙏

🌸 कडवा 4:
नवरात्रों में विशेष रूप, नौ दिन तू पूजी जाए।
भक्तों की हर पुकार को, माँ झट से सुन पाए।
चढ़ते फूल, नारियल, मन में श्रद्धा लाए।
जो चाहे सच्चे मन से, वर माँ से वह पाए॥

📝 भावार्थ:
नवरात्रों में माँ की विशेष पूजा होती है। माँ विंध्यवासिनी सच्चे दिल से माँगी हर मुराद पूरी करती हैं।
🥥🌺📿🙏

🌻 कडवा 5:
गर्भगृह में जो जाए, कर ले तुझसे बात।
आँखों में नीर बहाए, तुझमें देखे नाथ।
सभी द्वार खोल दे तू, जब बोले मन की बात।
तेरा नाम ही संजीवनी, सब रोगों की घात॥

📝 भावार्थ:
जो भी श्रद्धा से मंदिर में आता है, माँ उसकी भावनाओं को सुनती हैं और उसके कष्टों का अंत करती हैं।
🏯👁�💧❤️

🌷 कडवा 6:
बच्चे, बूढ़े और नर-नारी, सबको तू अपनाए।
जाति-धर्म न देखे तू, सभी पर दया लुटाए।
एक क्षण जो तुझको देखे, मन आनंद पाए।
विंध्यवासिनी माता मेरी, हर दुख को हर जाए॥

📝 भावार्थ:
माँ विंध्यवासिनी सभी को समान भाव से देखती हैं और सब पर कृपा बरसाती हैं।
🧓👶🧕👳�♂️🌈🙏

🌹 कडवा 7:
तेरा ध्यान धरूं सदा, मन में रहे प्रकाश।
कभी ना आये जीवन में, अज्ञान अंधकार।
शरण में तेरी रहूँ मैं, करूं तेरा उपकार।
विंध्यवासिनी माँ का नाम, जीवन बने साकार॥

📝 भावार्थ:
माँ विंध्यवासिनी का स्मरण करने से जीवन में प्रकाश आता है और अज्ञान दूर होता है।
🌞📖🧘�♂️🪔

🪔 संक्षिप्त अर्थ एवं संदेश:
माँ विंध्यवासिनी, दुर्गा के स्वरूप में, शक्ति और करुणा की प्रतीक हैं।
उनकी पूजा से आत्मबल, भक्ति, शांति और जीवन में स्थिरता मिलती है।
जो श्रद्धा से माँ का नाम जपते हैं, उन्हें माँ के चरणों में आशीर्वाद मिलता है।

🖼� चित्रात्मक प्रतीक और इमोजी अर्थ
इमोजी   अर्थ

🕉�   दिव्यता का प्रतीक
🦁   माँ की सवारी (शक्ति)
🪔   भक्ति का दीपक
🌺   श्रद्धा और पूजा
📿   जाप, साधना
🙏   नमन और समर्पण

जय माँ विंध्यवासिनी 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-01.06.2025-रविवार.
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