01 जून 2025 – रविवार-"माँ-बाप की मूरत – ईश्वर का रूप"

Started by Atul Kaviraje, June 02, 2025, 10:27:50 AM

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Atul Kaviraje

🙏🌍✨

भक्ति-भावपूर्ण दीर्घ हिंदी कविता
📅 तिथि: 01 जून 2025 – रविवार
🎉 अवसर: विश्व माता-पिता दिवस
👩�👦�👦 विषय: माता-पिता — जीवनदाता, पथप्रदर्शक और परम स्नेह का स्वरूप
✍️ शैली: अर्थपूर्ण, सरल, तुकबंदी सहित 7 चरणों की कविता (प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ और इमोजी सहित)

🌸 कविता शीर्षक:
"माँ-बाप की मूरत – ईश्वर का रूप"

🪔 चरण 1:
माँ है ममता की मूरत, पिता छाया बन जाए,
हर दुख दर्द मिटा दें, प्यार से राह दिखाए।
बिन कहे सब जानें, आंखों में पढ़ते भाव,
ऐसे प्यारे माता-पिता, दुनिया में दुर्लभ छाव॥
🔹 अर्थ: माता-पिता हमारी भावनाओं को बिना कहे समझते हैं और जीवनभर छाया जैसे हमारी रक्षा करते हैं।
👩�👦�👦❤️🌿🛐

🌼 चरण 2:
पहली सीख उन्हीं से मिलती, शब्दों का ज्ञान,
चलना, गिरना, फिर उठना, जीवन का पहचान।
उनकी गोदी में सारा, संसार समा जाए,
बचपन की वो मधुर यादें, मन को बहलाए॥
🔹 अर्थ: माँ-बाप ही पहले शिक्षक होते हैं, जिनसे हम जीवन जीने की कला सीखते हैं।
📚👶🎓👣

🌷 चरण 3:
सपनों में रंग भरें, हर मंज़िल तक लाएँ,
अपने सुख को तजकर, हमारे होंठों पे मुस्कान लाएँ।
उनकी मेहनत से ही, संवरता हर जीवन,
वो सच्चे नायक हैं, बनते सदा कारण॥
🔹 अर्थ: अपने बच्चों की खुशी के लिए माता-पिता त्याग करते हैं और उन्हें आगे बढ़ने में सहारा देते हैं।
🎨💪😊🚀

🌺 चरण 4:
जब थक जाएं जीवन से, माँ-पिता बनें आधार,
दुःख की हर आँधी में, बनते विश्वास की दीवार।
हाथ थामे रखते हैं, जब गिरने लगे कदम,
उनके बिना अधूरा है, जीवन का हर क्षण॥
🔹 अर्थ: माता-पिता जीवन की हर कठिनाई में संबल बनते हैं।
🤝🧱⛈️🛡�

🌻 चरण 5:
आज का दिन है उनका, करें दिल से प्रणाम,
कभी ना हो उपेक्षा, ना आए दूरी का नाम।
गले लगाएँ, शुक्रिया कहें, भाव से करें नमन,
'माँ-पिता के चरणों में, बसा हर सुखधन'॥
🔹 अर्थ: इस विशेष दिन पर हमें अपने माता-पिता को आदर व धन्यवाद देना चाहिए।
🙏🌹💖🎁

🌸 चरण 6:
जो अनकहे करते सब, वो कभी न जताते,
सारे ख्वाब हमारे, आँखों में सजाते।
उनके बिना न रोशनी, न सवेरा है,
माँ-बाप हैं तो ही जीवन सुनहरा है॥
🔹 अर्थ: माँ-बाप चुपचाप हमारे लिए सब कुछ करते हैं, उनके बिना जीवन अधूरा है।
🌅👁�🌈🕯�

🌼 चरण 7:
चलो करें आज संकल्प, करेंगे उनका मान,
हर रोज़ करें सेवा, यही हो सच्चा दान।
ईश्वर के रूप हैं वो, यही सच्चा दर्शन,
'माँ-पिता की सेवा से, मिलता है मोक्ष का वन'॥
🔹 अर्थ: हमें न केवल एक दिन, बल्कि हर दिन माता-पिता का सम्मान और सेवा करनी चाहिए।
🛐🌳💐🤲

✨ संक्षिप्त भावार्थ:
"विश्व माता-पिता दिवस" हमें यह याद दिलाने का दिन है कि हमारे जीवन की असली पूंजी हमारे माता और पिता हैं। उनका प्रेम, त्याग और मार्गदर्शन अनमोल है। यह कविता उस गहराई को समर्पित है जो उनके प्रेम में है — एक निःस्वार्थ, निर्मल और दिव्य प्रेम।

🖼� प्रतीक और इमोजी सारणी:
इमोजी   अर्थ

👩�👦�👦   माता-पिता और संतान का संबंध
🙏   कृतज्ञता और सम्मान
🎁   उपहार और स्नेह
🌸   शुद्ध प्रेम
🛐   ईश्वरतुल्य सेवा
🌿   संरक्षण
🎓   शिक्षा और जीवन की शुरुआत

🎉 विश्व माता-पिता दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ!
🙏 माता-पिता का आशीर्वाद सदा बना रहे 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-01.06.2025-रविवार.
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