🕉️ भवानी माता की पूजा एवं आत्मशक्ति का मार्ग – 🌺🗡️🔥🕯️📿🙏

Started by Atul Kaviraje, June 06, 2025, 10:34:43 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

भवानी माता की पूजा और आंतरिक शक्ति बढ़ाने का मार्ग-
भवानी मIतेची आराधना एवं आत्मशक्तिचातुर्य का उन्नत मार्ग-
(Worship of Bhavani Mata and the Path to Enhancing One's Inner Strength)

🕉� भवानी माता की पूजा एवं आत्मशक्ति का मार्ग – एक भक्तिभावपूर्ण कविता
🌺🗡�🔥🕯�📿🙏
(सात चरणों में 4-4 पंक्तियाँ, सरल तुकबंदी, भावार्थ सहित)

🌼 चरण 1: शक्ति की पुकार
माँ भवानी, तुम आधार हो,
भय में भी विश्वास का सार हो।
तुमसे ही हम जीते हैं,
हर युग में तुममें रीते हैं।

📜 भावार्थ:
माँ भवानी हमारे जीवन की मूल शक्ति हैं। जब भी हम डरते हैं, उनकी पूजा से हमें साहस मिलता है।

🖼� चित्र-संकेत:
🔱 भवानी माता की तस्वीर, हाथों में त्रिशूल, भक्त शीश झुकाए।

🔥 चरण 2: भक्ति से आत्मबल जागे
भक्ति करो निस्वार्थ भाव से,
उठो जीवन के हर घाव से।
मंत्र तुम्हारा दीप जला दे,
अंतर तम को दूर भगा दे।

📜 भावार्थ:
भवानी माता की भक्ति से हमारे मन के घाव भरते हैं और आत्मा में उजाला होता है।

🖼� चित्र-संकेत:
🕯� दीप जलाते हुए साधक, हृदय में उजाला।

🕉� चरण 3: कठिनाइयों में माँ का सहारा
चलो अंधेरे से उजास तक,
भरो माँ पर हर सांस तक।
विघ्न हों या पथ काँटों का,
संग हो माँ, डर ना कोई बा।

📜 भावार्थ:
भवानी माता कठिन समय में भी साथ देती हैं और हमें हर मुश्किल पार कराने की शक्ति देती हैं।

🖼� चित्र-संकेत:
🌌 काँटों भरे रास्ते पर चलता साधक, माँ का आशीर्वाद साथ।

🔱 चरण 4: शक्ति की पहचान खुद में
माँ के स्वरूप को जब जानो,
स्वयं को भीतर से पहचानो।
तुम भी हो शक्ति का सागर,
माँ की छाया से हो निर्भय नगर।

📜 भावार्थ:
भवानी माँ की भक्ति से हमें यह एहसास होता है कि उनके जैसे गुण हमारे अंदर भी हैं।

🖼� चित्र-संकेत:
👁� ध्यान करते व्यक्ति के चारों ओर तेज का आभामंडल।

📿 चरण 5: साधना से परिवर्तन
जपो 'जय भवानी' दिन-रैन,
मिट जाए मन का हर क्लेश, हर पेन।
साधना से जीवन में बहार,
माँ से जुड़कर हटे अंधकार।

📜 भावार्थ:
नियमित साधना और मंत्र जाप से मानसिक शांति और आत्मविश्वास मिलता है।

🖼� चित्र-संकेत:
📿 माला फेरते हुए साधक, आस-पास प्रकाश फैलता।

🌺 चरण 6: सेवा में ही सच्चा भक्ति भाव
माँ के चरणों में सेवा रखो,
दीन-दुखियों में भी माँ को देखो।
करुणा, प्रेम, और त्याग से जुड़ो,
भक्ति को कर्म में खुद से गढ़ो।

📜 भावार्थ:
सच्ची भक्ति सेवा में है। दूसरों की मदद कर हम भवानी माता की कृपा पा सकते हैं।

🖼� चित्र-संकेत:
🤝 वृद्ध को सहारा देता युवक, पीछे माँ भवानी मुस्कुरातीं।

🔥 चरण 7: पूर्ण आत्मशक्ति की प्राप्ति
अब ना कोई डर शेष रहे,
मन निर्मल, जीवन विशेष बने।
माँ भवानी की जो शरण पावे,
हर आत्मा दिव्य तेज को पावे।

📜 भावार्थ:
जब हम पूरी श्रद्धा से भवानी माता की आराधना करते हैं, तब आत्मा पूर्ण शक्ति से भर जाती है।

🖼� चित्र-संकेत:
🌟 प्रभा से घिरा भक्त, ऊपर माँ भवानी की कृपादृष्टि।

🙏 निष्कर्ष व प्रतीक
प्रतीक   अर्थ

🔱 त्रिशूल   आत्मशक्ति, साहस
🕯� दीपक   ज्ञान और आंतरिक प्रकाश
📿 माला   ध्यान, साधना
🌺 कमल   पवित्रता और दिव्यता
🙌 वरमुद्रा   सुरक्षा और आशीर्वाद

🌸 जय भवानी माता!
🙏 "भवानी की भक्ति से भीतर की शक्ति जागे, हर इंसान आत्मप्रकाश में आगे।" 🌟

--अतुल परब
--दिनांक-06.06.2025-शुक्रवार.
===========================================