🕌✨ कविता शीर्षक: "विशालगढ़ की पावन पुकार" 🕊️⛰️

Started by Atul Kaviraje, June 09, 2025, 11:18:42 AM

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Atul Kaviraje

यह रही 8 जून, रविवार को मनाए जाने वाले "विशालगढ़ उरुस" पर्व पर आधारित एक भावपूर्ण, सरल, सात-चरणों वाली भक्ति रस से ओतप्रोत लंबी हिंदी कविता, जिसमें हर चरण में चार पंक्तियाँ और उसके नीचे सरल हिन्दी में अर्थ, साथ ही चित्रात्मक प्रतीक (इमोजी) दिए गए हैं।

🕌✨ कविता शीर्षक: "विशालगढ़ की पावन पुकार" 🕊�⛰️

🕌 चरण 1
विशालगढ़ की धरती बोले,
शिव-बावाओं के चरण डोले।
पीर की दरगाह में दीप जले,
भक्ति से मन के द्वार खुले। 🕌🕯�⛰️🙏

अर्थ:
विशालगढ़ की ऐतिहासिक भूमि शिवाजी महाराज के पदचिन्हों से पावन है। यहां की दरगाह पर श्रद्धा से दीप जलते हैं और भक्तों का मन निर्मल होता है।

🧕🧑�🤝�🧑 चरण 2
न हिन्दू, न मुसलमान,
यहाँ प्रेम ही है एक पहचान।
पीर बाबा की छांव में आए,
सब मज़हब संग गले लगाए। 💞☪️🕉�🕊�

अर्थ:
विशालगढ़ उरुस एकता और भाईचारे का प्रतीक है। यहां सभी धर्मों के लोग मिलकर प्रेम से पूजा करते हैं।

🏞� चरण 3
गड़ की चोटी, गगन से बात,
शिवाजी की वीरता की बात।
जहाँ भक्ति हो और वीर गाथा,
वह भूमि हो सच्ची आराधना। ⚔️🗻🔱💫

अर्थ:
विशालगढ़ न केवल आध्यात्मिक स्थल है बल्कि यह वीरता की प्रेरणा भी देता है। यहां भक्ति और शौर्य दोनों एक साथ पूज्य हैं।

🔔 चरण 4
उरुस में बजते ढोल-नगाड़े,
भक्तजनों के सजे इबादत थाले।
प्रेम के फूल चढ़ते बाबा पे,
दिल में रौशनी, मन हो शांते। 🥁🌺🕯�🧎�♂️

अर्थ:
उरुस के दिन माहौल भक्ति से भर जाता है, संगीत, चादर और प्रेम के फूलों से बाबा की दरगाह सजी होती है।

🌙 चरण 5
चाँदनी रात, मन शीतल करे,
पीर की नज़रों से दुःख टले।
हर श्रद्धा में बस एक ही बात,
सच्चे दिल से माँग प्रभात। 🌙🕊�🌸🌄

अर्थ:
इस पर्व की रातें शांति से भर देती हैं। पीर बाबा के आशीर्वाद से मन को सुकून मिलता है और नई सुबह की ओर आशा जगती है।

💃 चरण 6
झूमते भक्त, दुआओं की चाल,
हर दिल से उठे इक सवाल।
कैसे न हो ये भूमि महान?
जहाँ भक्ति भी है और बलिदान। 🧎�♀️💫🕌⚔️

अर्थ:
इस उत्सव में भक्त झूमते हैं, दुआ माँगते हैं और इस ऐतिहासिक धरती को नमन करते हैं जहां आस्था और वीरता का संगम है।

🕯� चरण 7
हे बाबा! दे दो एक नज़र,
हम सब पर बनी रहे तेरी असर।
प्रेम, शांति और श्रद्धा रहे,
हर दिल में विशालगढ़ बसे। 🙏🌹🕊�🏞�

अर्थ:
अंत में पीर बाबा से प्रार्थना है कि वे सभी भक्तों को आशीर्वाद दें — उनके मन में हमेशा प्रेम, श्रद्धा और एकता बनी रहे।

🌟 मुख्य प्रतीक व इमोजी सारांश:
🕌 = दरगाह

🕊� = शांति व एकता

🪔🕯� = भक्ति

⚔️ = वीरता

🌙 = सूफी भाव, शीतलता

🌺 = प्रेम व श्रद्धा के फूल

💞 = धर्मों की एकता

🏞� = ऐतिहासिक विशालगढ़ की भूमि

--अतुल परब
--दिनांक-08.06.2025-रविवार.
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