🌳🙏 वट पूर्णिमा दिनांक: 10 जून 2025, मंगलवार-

Started by Atul Kaviraje, June 11, 2025, 09:47:38 AM

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Atul Kaviraje

नीचे वट पूर्णिमा पर सात चरणों वाली सरल, सुंदर और भक्ति भाव से भरपूर हिंदी कविता प्रस्तुत है। प्रत्येक चरण में 4 पंक्तियाँ हैं, उसके नीचे उसका संक्षिप्त अर्थ भी दिया है। साथ ही, मैं कुछ चित्रात्मक संकेत, प्रतीक और इमोजी भी शामिल कर रहा हूँ।

🌳🙏 वट पूर्णिमा
दिनांक: 10 जून 2025, मंगलवार

चरण 1
वट वृक्ष के नीचे सजी है पूजा,
सखियों संग होती है हर्ष झूम-झूम।
पति की लंबी उम्र की करते कामना,
भक्ति से भरा है ये पर्व पूर्णिमा।

अर्थ:
वट वृक्ष के नीचे महिलाओं की पूजा होती है, वे मिलकर खुशी मनाती हैं और अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। यह दिन भक्ति और प्रेम से भरा होता है।

चरण 2
सावन की झड़ी में भीगते हैं मन,
वट की छाया में मिलती है शांति।
धूप, दीप, और पुष्प से होती है सजा,
प्यार का ये पर्व है जीवन की आभा।

अर्थ:
सावन के महीने में भीगते हुए मन को वट वृक्ष की छाया शांति देती है। इस दिन पूजा को धूप, दीप और फूलों से सजाया जाता है, जो जीवन में प्रेम और आनंद लाता है।

चरण 3
पतिव्रता नारी का है ये त्यौहार,
संकल्प लिए चलती हैं वट के द्वार।
भक्ति भाव से करती हैं व्रत सावन,
सुख-समृद्धि का मिलता है वरदान।

अर्थ:
यह त्यौहार पतिव्रता महिलाओं का है, जो वट वृक्ष के पास व्रत और पूजा कर पति के लिए खुशहाली की कामना करती हैं। यह व्रत उन्हें सुख और समृद्धि का वरदान देता है।

चरण 4
वट वृक्ष है धरती का एक वरदान,
इसमें छुपा है जीवन का अनजान ज्ञान।
धरती माँ का ये प्रतीक महान,
सभी के लिए है संदेश ईमान।

अर्थ:
वट वृक्ष धरती माँ का उपहार है, जो जीवन के गहरे रहस्यों को छुपाए हुए है। यह वृक्ष सभी के लिए ईमानदारी और सद्भाव का संदेश देता है।

चरण 5
संगीत, भजन, गीतों का होता साज,
घर-आंगन में गूंजती है वंदना।
स्त्री-पुरुष का ये अनूठा बंधन,
वट पूर्णिमा का है ये ही निधान।

अर्थ:
इस दिन घर-आंगन में भजन और गीत गाए जाते हैं। यह स्त्री-पुरुष के प्रेम और कर्तव्य का बंधन दर्शाता है, जो वट पूर्णिमा के उत्सव का सार है।

चरण 6
परिवार संग मिल मनाएं हम सभी,
संस्कारों को बचाएं यही है यही।
प्यार, सम्मान का प्रतीक है यह दिन,
वट पूर्णिमा है संस्कृति की गहन।

अर्थ:
परिवार के साथ मिलकर इस दिन को मनाना चाहिए ताकि हमारी संस्कृति और संस्कार संरक्षित रहें। यह पर्व प्रेम और सम्मान का प्रतीक है।

चरण 7
आओ इस वट पूर्णिमा करें प्रण,
सहेजेंगे वृक्ष, जीवन में लाएंगे धन।
भक्ति भाव से करें हम सब पूजा,
पृथ्वी का करें हम सदा रक्षण।

अर्थ:
इस वट पूर्णिमा पर हम सभी संकल्प लें कि वृक्षों का संरक्षण करेंगे और पृथ्वी की रक्षा करेंगे, भक्ति भाव से पूजा करेंगे और जीवन में खुशहाली लाएंगे।

🌳✨ प्रतीक, चित्र और इमोजी
🌳 (वट वृक्ष)

🙏 (भक्ति और पूजा)

👩�👧�👦 (स्त्रियाँ और परिवार)

💕 (प्यार और सम्मान)

🕯� (दीप)

🌼 (पुष्प)

🎶 (भजन और संगीत)

--अतुल परब
--दिनांक-10.06.2025-मंगळवार.
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