12 जून 2025, गुरुवार-विश्व बाल श्रम निषेध दिवस –“बचपन मत छीनो”

Started by Atul Kaviraje, June 13, 2025, 11:24:40 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

प्रस्तुत है "विश्व बाल श्रम निषेध दिवस" (📅 12 जून 2025, गुरुवार) के अवसर पर एक भक्तिभाव-पूर्ण, अर्थपूर्ण, सीधी-सादी और तुकांत हिंदी कविता — जिसमें 07 चरण (कडवियाँ), प्रत्येक में 4 पंक्तियाँ, साथ ही हर चरण का सरल हिंदी अर्थ, 🎨 प्रतीक/इमोजी 🧸📚⚖️🎨 और एक संक्षिप्त सारांश भी शामिल हैं।

🚸 कविता: "बचपन मत छीनो"

🗓� विषय: विश्व बाल श्रम निषेध दिवस – 12 जून 2025, गुरुवार
🎯 भावना: जागरूकता, संवेदना और संकल्प

1️⃣ चरण
🧒 किताब की जगह उठे ईंट पत्थर,
छोटे हाथों से बनते छत और दर।
खेल-कूद की उम्र में बोझ का भार,
क्या यही है बच्चों का संसार?

🔸 अर्थ:
जब बच्चों के नन्हें हाथों में किताबें होनी चाहिए, वहाँ मजदूरी के बोझ थमा दिए जाते हैं। यह उनके प्राकृतिक बचपन का हनन है।

🖼� प्रतीक: 📚➡️🧱 / ⚽➡️🔨

2️⃣ चरण
🥀 बालक जो सपने सजाते हैं,
उन्हें हालात क्यों रुलाते हैं?
शोषण की ये काली छाया,
बचपन की रोशनी क्यों खाए?

🔸 अर्थ:
बच्चे भी सपने देखते हैं, लेकिन गरीबी और लालच उन्हें शोषण की ओर धकेल देता है। इससे उनका मासूम जीवन अंधकारमय हो जाता है।

🖼� प्रतीक: 🌈🚫 / 😢🎈

3️⃣ चरण
⚖️ शिक्षा है अधिकार, न कोई एहसान,
हर बच्चे को मिले ज्ञान का स्थान।
ना फैक्ट्री, ना दुकान की दीवार,
स्कूल हो उनका एकमात्र द्वार।

🔸 अर्थ:
शिक्षा बच्चों का मूल अधिकार है। उन्हें मजदूरी नहीं, बल्कि स्कूल और ज्ञान की दुनिया मिलनी चाहिए।

🖼� प्रतीक: 🏫📘🚸

4️⃣ चरण
💡 एक दिन काम की उम्र आएगी,
पर अभी तो स्याही में कहानी समाएगी।
तपस्या हो पढ़ाई की शुरुआत,
तभी बनेगा उज्ज्वल भारत।

🔸 अर्थ:
बच्चों को काम करने का वक्त भी मिलेगा, पर अभी उनका ध्यान सिर्फ पढ़ाई और जीवन निर्माण पर होना चाहिए।

🖼� प्रतीक: ✍️🧠🕯�🇮🇳

5️⃣ चरण
🎨 बचपन हो रंगों से भरा,
न कि धुएँ और धूल से सना।
हँसी-ठिठोली हो जीवन का हिस्सा,
न कि मजदूरी का कोई किस्सा।

🔸 अर्थ:
बचपन को रचनात्मक, रंगीन और आनंददायक होना चाहिए — न कि श्रम, प्रदूषण और गरीबी से ग्रस्त।

🖼� प्रतीक: 🎈🖍�🌻☁️

6️⃣ चरण
🗣� आवाज उठाएँ सब मिलकर,
बच्चों की दुनिया संवारें सुंदर।
कानूनों का हो पालन सख्त,
हर हाथ में हो किताब और वक्त।

🔸 अर्थ:
समाज को मिलकर बाल श्रम के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। कानून का पालन कर हर बच्चे को अवसर मिलना चाहिए।

🖼� प्रतीक: 📣📜🛑📖

7️⃣ चरण
🌟 वादा करें इस दिन पर,
हर बच्चे को दें उज्ज्वल अवसर।
बचपन रहे खुशहाल, स्वच्छ और हँसता,
यही हो हमारा संकल्प सच्चा।

🔸 अर्थ:
इस विशेष दिन पर हम यह संकल्प लें कि हम बच्चों को उनके बचपन का अधिकार दिलाएँगे और समाज से बाल श्रम हटाएँगे।

🖼� प्रतीक: 👐🌈👦👧

✨ कविता का सार (Short Summary):
"विश्व बाल श्रम निषेध दिवस" हमें यह याद दिलाता है कि बच्चों को शिक्षा, खेल, और सुरक्षित जीवन का अधिकार है। बाल श्रम उनके अधिकारों का हनन है और इसे रोकना हम सबकी नैतिक और सामाजिक ज़िम्मेदारी है।

"हर बच्चा पढ़ेगा, तभी देश बढ़ेगा!" 🇮🇳📘

🧾 प्रतीक / इमोजी सारणी
प्रतीक / इमोजी   अर्थ
📚   शिक्षा और ज्ञान
🧒👧   मासूम बचपन और हकदार बच्चे
⚖️   न्याय और अधिकार
🏭🔨   बाल श्रम का प्रतीक
🎨🎈   खुशियों और रंगों का बचपन
📣🚫   विरोध और जागरूकता
🌟🙏   संकल्प और सामाजिक जागृति

💬 समापन संदेश:
✋ आइए, बच्चों से उनके सपने न छीनें।
उन्हें शिक्षा, सुरक्षा और स्वतंत्रता दें —
क्योंकि एक शिक्षित बचपन ही, एक समृद्ध राष्ट्र की नींव है। 🇮🇳

🎉 विश्व बाल श्रम निषेध दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🎉
📚⚖️🛑👧👦💙

--अतुल परब
--दिनांक-12.06.2025-गुरुवार.
===========================================