"बुद्ध और उनके शिष्य"

Started by Atul Kaviraje, June 18, 2025, 10:10:42 PM

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Atul Kaviraje

(बुद्ध और उनके शिष्य)-
(Buddha and His Disciples)
Buddha and his followers-

यह रही एक सुंदर, अर्थपूर्ण, सीधी-सादी और भक्ति-भावपूर्ण दीर्घ हिंदी कविता —

विषय: "बुद्ध और उनके शिष्य"
(With 7 चरण, प्रत्येक में 4 पंक्तियाँ + हर चरण का सरल अर्थ, प्रतीक व इमोजी 🌼🕊�🪷)

🪷 बुद्ध और उनके शिष्य
(Buddha and His Disciples)

🌸 चरण 1:
ध्यान में लीन हुए सिद्धार्थ, छोड़ दिया दरबार।
शांति खोजी बन में जाकर, तोड़ा मोह-जाल संसार।
वृक्ष तले पाया बोध, बन गए बुद्ध महान।
अज्ञान की रज से उठे, बने करुणा का प्रमाण।

🪷 अर्थ:
राजकुमार सिद्धार्थ ने राजसी जीवन त्याग दिया। वन में ध्यान के माध्यम से उन्होंने ज्ञान प्राप्त किया और बुद्ध बने — करुणा और ज्ञान के प्रतीक।

🔹 प्रतीक: ध्यान मुद्रा 🧘, पीपल वृक्ष 🌳, त्याग ⚖️

🕊� चरण 2:
प्रेम दिया हर प्राणी को, बैरी को भी माफ़ किया।
शांति बनी उनका संदेश, द्वेष को कभी ना जिया।
बिन बोले जो सिखा गए, सत्य और संयम का पथ।
बुद्ध ने जग को दिखाया, मन की निर्मल रथ।

🌿 अर्थ:
बुद्ध ने शत्रु से भी बैर नहीं रखा। उनके उपदेश शांति और संयम पर आधारित थे — उनका जीवन स्वयं शिक्षा बन गया।

🔹 प्रतीक: शांत चेहरा 😊, कमल 🪷, शांति का चक्र 🔄

🌟 चरण 3:
आया जब अंगुलिमाल, रक्त से भीगा तन था।
बुद्ध ने कहा, "रुको भाई", बदला उसका मन था।
हिंसा छोड़ बना भिक्षु, पाया सच्चा ग्यान।
शिष्य बना वह बुद्ध का, छोड़ दिया अभिमान।

🔥 अर्थ:
अंगुलिमाल जैसे खूंखार डाकू को भी बुद्ध के एक वाक्य ने परिवर्तित कर दिया। यह परिवर्तन करुणा और संयम की शक्ति को दर्शाता है।

🔹 प्रतीक: रुकता हुआ क्रोध 😠✋, परिवर्तन 🔄, शिष्यत्व 🙏

🌼 चरण 4:
अनाथपिंडिक सेठ भी, धन में नहीं था गर्व।
बुद्ध के वचन सुनकर, दिल में जागा सर्व।
श्रावस्ती में विहार बना, जहां बुद्ध ने ध्यान किया।
धन से नहीं, मन से पूजा, और सबक़ लिया।

💰 अर्थ:
अनाथपिंडिक जैसे धनवानों ने भी बुद्ध के मार्ग को अपनाया — उन्होंने सेवा और भक्ति को धन से ऊपर माना।

🔹 प्रतीक: सेवा 🤝, दान 🪙, भक्ति ❤️

🌻 चरण 5:
अम्रपाली नगरवधू, सुनी बुद्ध की बात।
त्याग दिया मोहजाल सब, अपनाया सच्ची मात।
शिष्य बनी प्रेम से, साध्वी बन संन्यासी।
बुद्ध ने कहा, "सभी में सम है प्रभु की झाँकी।"

🧘�♀️ अर्थ:
अम्रपाली जैसी स्त्रियाँ, जिन्हें समाज तिरस्कृत करता था, उन्होंने भी बुद्ध से जीवन का मार्ग पाया।

🔹 प्रतीक: नारी शक्ति ♀️, परिवर्तन 🌼, समानता ⚖️

🌾 चरण 6:
राहुल से कहा बुद्ध ने, "धर्म ही असली राज।"
पिता नहीं, गुरु बन कर, सिखाया त्याग का ताज।
बुद्ध के पुत्र ने भी, पहन लिया भिक्षु चोला।
त्याग दिया मोहपाश को, पकड़ी सत्य की डोला।

👣 अर्थ:
बुद्ध ने अपने पुत्र राहुल को भी गुरु के रूप में शिक्षा दी। उन्होंने परिवार में भी आत्मज्ञान का बीज बोया।

🔹 प्रतीक: गुरु-शिष्य संबंध 📿, त्याग ✨, सच्चा ज्ञान 📘

🔔 चरण 7:
संसार को जो सिखाया, करुणा, ध्यान, विवेक।
बुद्ध के शिष्यों ने फैलाया, उनका गूढ़ सन्देश नेक।
आज भी वह जीवित हैं, हर शांत विचार में।
बुद्ध एक पथ हैं, चलते हैं संसार व्यवहार में।

🌍 अर्थ:
बुद्ध केवल व्यक्ति नहीं, एक विचार और मार्ग हैं। उनके शिष्य उनके संदेश को आज भी जी रहे हैं।

🔹 प्रतीक: धम्म चक्र 🔃, ज्ञान दीप 🪔, ध्यान मुद्रा 🧘�♂️

🌺 समापन वाक्य:
"बुद्ध और उनके शिष्य — एक यात्रा है आत्मा से आत्मा तक,
जहाँ धर्म, शांति और करुणा ही सच्चा मार्ग है।" 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-18.06.2025-बुधवार.
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