योगिनी स्मार्त एकादशी-“योगिनी एकादशी – मोक्ष की सुंदर संध्या”🌼📿🙏🕉️🌙🪔🍃

Started by Atul Kaviraje, June 22, 2025, 10:03:22 AM

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Atul Kaviraje

📅 दिनांक: 21 जून 2025 – शनिवार
📜 विषय: योगिनी स्मार्त एकादशी
📝 स्वरूप: भक्तिभावपूर्ण दीर्घ हिन्दी कविता – 7 चरण (4 पंक्तियाँ प्रत्येक)
💫 शैली: सरल तुकांत, अर्थपूर्ण, श्रद्धा-भाव युक्त
🌼📿🙏🕉�🌙🪔🍃

🌺 कविता शीर्षक:
"योगिनी एकादशी – मोक्ष की सुंदर संध्या"

🌙 चरण 1:
आषाढ़ की शीतल संध्या में, जब एकादशी आए,
स्मार्त विधि से जो व्रत करे, वह पुण्यफल पाए।
योगिनी का यह पावन दिन, नर से नारायण करे,
भक्ति के सागर में डूबे जो, वह भव-सागर तरे।

📿 हिंदी अर्थ:
आषाढ़ कृष्ण पक्ष की यह एकादशी बहुत पवित्र मानी जाती है। जो गृहस्थजन श्रद्धा से स्मार्त विधि द्वारा व्रत रखते हैं, उन्हें अपार पुण्य मिलता है और मुक्ति की ओर मार्ग खुलता है।

🪔 चरण 2:
नीम, तुलसी, गंगाजल से, मन पवित्र करें,
द्वारिकाधीश के नाम जपें, तन-मन को धरे।
स्नान-ध्यान और व्रत-संयम से, हटे पाप का भार,
योगिनी की यह एकादशी, करे जीवन संवार।

🌿 हिंदी अर्थ:
योगिनी एकादशी पर शुद्ध जल से स्नान, तुलसी और गंगाजल का प्रयोग कर मन को निर्मल करना चाहिए। यह व्रत हमारे पापों को नष्ट कर जीवन को शुद्ध करता है।

🕉� चरण 3:
गृहस्थ भी पा सकते हैं, मोक्ष का सुगम द्वार,
जब करें व्रत भाव से, और नाम सुमिरन बारंबार।
नारायण की आराधना में, जो हो पूर्ण लीन,
योगिनी तब वरदान दे, सुखमय हो जीवन-तीन।

🙏 हिंदी अर्थ:
गृहस्थ लोग भी यदि नियमपूर्वक और श्रद्धा से यह व्रत करें, तो उन्हें मोक्ष का मार्ग सुलभ होता है। नारायण का ध्यान और भक्ति ही इस एकादशी की आत्मा है।

🕯� चरण 4:
भोग नहीं, योग हो जीवन, यही है एक संदेश,
तृप्ति न हो थाली से, हो मन की शांति विशेष।
एकादशी के इस व्रत से, आत्मा हो प्रकाशित,
काया में हो दिव्य तेज, अंतर हो शुद्धि से आस्तिक।

🌼 हिंदी अर्थ:
योगिनी एकादशी का सार है – भोग नहीं, योग। यह दिन हमें आत्म-संयम, सरलता और आंतरिक शुद्धि की ओर ले जाता है। उपवास से तन और तपस्या से आत्मा शुद्ध होती है।

🍃 चरण 5:
पुराणों में वर्णित कथा, राजा कुबेर की बात,
जिसने किया था भूलवश, अपवित्र आहार का साथ।
योगिनी व्रत से ही फिर, पाई उसने मुक्ति,
यह व्रत देता जीवन को, भक्ति, शक्ति और युक्ति।

📖 हिंदी अर्थ:
पुराणों में योगिनी एकादशी की महिमा के संदर्भ में बताया गया है कि राजा कुबेर को इस व्रत से मुक्ति और पुनः सम्मान मिला। यह दिन भक्ति, क्षमा और शक्ति का प्रतीक है।

🌙 चरण 6:
नवधा भक्ति से जो करे, नारायण का ध्यान,
उसके भीतर जल उठे, निर्मल आस्था की जान।
यह व्रत है केवल उपवास नहीं, यह आत्मसाक्षात्कार,
योगिनी एकादशी का दीप, करे भीतर उजियार।

🪔 हिंदी अर्थ:
यह व्रत केवल अन्न का त्याग नहीं, बल्कि आत्मा के उजाले का आरंभ है। जो व्यक्ति निष्ठा से भगवान विष्णु का स्मरण करता है, उसे अंतरात्मा की शांति प्राप्त होती है।

🌺 चरण 7:
योगिनी की कृपा से ही, भवसागर पार हो,
कर्म बंधन कटें सभी, अंतर्मन निर्मल हो।
श्रद्धा, व्रत और नाम-स्मरण से, हो पथ निर्मल साफ,
मोक्ष द्वार की यह कुंजी है, योगिनी का पावन व्रत।

🌸 हिंदी अर्थ:
योगिनी एकादशी से व्यक्ति अपने सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर मोक्ष के द्वार की ओर बढ़ता है। यह व्रत सच्चे पथ का साधन है।

🌟 कविता सारांश (भावार्थ):
यह कविता योगिनी स्मार्त एकादशी की पवित्रता, परंपरा और आध्यात्मिक महत्व को सरल तुकबंदी और भावपूर्ण शैली में प्रस्तुत करती है।
गृहस्थ जीवन में भी यह व्रत आत्मशुद्धि, पुण्य और मोक्ष प्राप्ति का सुंदर मार्ग है।

🎨 प्रतीक और भावचित्र (Emojis & Symbols):
| 🌙 | एकादशी – उपवास और शुद्धि
| 📿 | मंत्र जाप – भक्ति का मार्ग
| 🪔 | दीप – आत्मप्रकाश
| 🌼 | पुष्प – श्रद्धा का प्रतीक
| 🌿 | तुलसी – शुद्धि और आराधना
| 🕉� | ओम् – ब्रह्म चेतना
| 📖 | पुराण – परंपरा का ज्ञान

--अतुल परब
--दिनांक-21.06.2025-शनिवार.
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