दर्श अमावस्या / ज्येष्ठ अमावस्या-🌑🕯️ "अमावस्या की वंदना"

Started by Atul Kaviraje, June 26, 2025, 10:47:17 AM

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Atul Kaviraje

📅 दिनांक: 25 जून 2025 – बुधवार
🌑 विषय: दर्श अमावस्या / ज्येष्ठ अमावस्या
🪔 विधा: भक्ति भाव से पूर्ण, सरल तुकबंदी वाली दीर्घ हिंदी कविता (७ चरणों में)
🎨 शिल्प: चित्र, प्रतीक, अर्थ, इमोजी सहित

🌑🕯� "अमावस्या की वंदना"

(दर्श/ज्येष्ठ अमावस्या पर आधारित सात-चरणीय भक्ति कविता)

🌼 1. चरण:
गहन अंधेरों में जो दीप जलाए,
श्रद्धा से पितरों का मान बढ़ाए।
जल का दान करे जो भाव से,
कर्म से मोक्ष की राह अपनाए।

🕯� अर्थ:
जो अमावस्या की रात में श्रद्धा से दीप जलाकर पितरों का स्मरण करता है, वह पुण्य लाभ प्राप्त करता है और मोक्ष की ओर अग्रसर होता है।

📸 प्रतीक: 🪔🌑🌊👣

🌊 2. चरण:
जल का कलश, मंत्रों की गूँज,
तर्पण में होती आत्मा की पूँज।
श्राद्ध और स्मृति का ये उत्सव,
भावों से भरा, नितांत विशुद्ध।

🧘 अर्थ:
तर्पण और श्राद्ध केवल क्रियाएँ नहीं, बल्कि आत्मा की पवित्रता और श्रद्धा का प्रतीक हैं – पितरों की स्मृति का पावन अवसर।

📸 प्रतीक: 🏺🕉�🧘�♂️📿

🌅 3. चरण:
सूरज भी झुके आज इस दिन,
धूप करे पितरों का अभिनंदन।
तुलसी तले दीपक रौशन हो,
मन का हर कोना हो शुद्ध और धन्य।

🌿 अर्थ:
ज्येष्ठ अमावस्या पर प्रकृति भी श्रद्धांजलि देती है – तुलसी, दीप और धूप के माध्यम से आत्मिक पवित्रता की अनुभूति होती है।

📸 प्रतीक: 🌞🌿🪔🙏

🕊� 4. चरण:
कर्मों की गहराई में जो उतरे,
भवसागर को वही सहज तरें।
बिना क्रोध, मोह के जो दे अर्घ्य,
उसका जीवन बने मधुर पथ्य।

🪷 अर्थ:
अमावस्या का दिन आत्मनिरीक्षण का समय है – जब मनुष्य अपने कर्मों को सुधारता है और मोह-माया से ऊपर उठता है।

📸 प्रतीक: 🌊🧎�♂️⚖️🪷

🌌 5. चरण:
चाँद न हो फिर भी रौशनी है,
पितृ आशीर्वादों की सरगर्मी है।
अदृश्य से जुड़ती जो ये डोरी,
वहीं सच्ची श्रद्धा की कहानी है।

🌠 अर्थ:
अमावस्या की रात भले ही अंधेरी हो, लेकिन पितरों के आशीर्वाद और स्मृति से वह रात भी रौशनी से भर जाती है।

📸 प्रतीक: 🌑💫🎑🧡

🪔 6. चरण:
पित्रों का आशीष जब साथ हो,
जीवन में ना कोई विपदा हो।
वृक्ष लगाओ, जल दो, अन्न बाँटो,
वहीं सच्चा धर्म का पथ हो।

🌳 अर्थ:
ज्येष्ठ अमावस्या पर दान, जलसेवा, वृक्षारोपण व अन्नदान सच्चे श्रद्धा भाव की अभिव्यक्ति हैं – यही धर्म का सार है।

📸 प्रतीक: 🌾💧🌲🍚

🙏 7. चरण:
अमावस्या का जो अर्थ समझे,
वो जीवन के प्रकाश को गढ़े।
श्रद्धा, सेवा और संयम से,
मोक्ष का द्वार सहज खुल जाए।

🕉� अर्थ:
जो व्यक्ति अमावस्या के गूढ़ अर्थ को जान लेता है, वह अंधकार से निकलकर आत्मिक प्रकाश की ओर बढ़ता है।

📸 प्रतीक: 🧘�♀️🕊�🪔🔔

🧾 इमोजी सारांश (Emoji Summary):
🌑🪔🌿🧘�♂️🏺🕉�🕊�🌞🌾💧🌲🍚🧡⚖️🧎�♂️

🕯� समापन संदेश:
👉 दर्श अमावस्या केवल एक तिथि नहीं,
बल्कि आत्मा की गहराई से पितरों के प्रति आभार व्यक्त करने का पावन अवसर है।
यह दिन हमें सिखाता है कि—

"श्रद्धा से किया गया तर्पण,
अंधकार में भी दिव्यता की अनुभूति करा सकता है।"

--अतुल परब
--दिनांक-25.06.2025-बुधवार.
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