श्री टेम्बेस्वामी पुण्यतिथि: एक भक्तिपूर्ण स्मरण-🙏

Started by Atul Kaviraje, June 27, 2025, 10:47:39 AM

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Atul Kaviraje

श्री टेम्बेस्वामी पुण्यतिथि: एक भक्तिपूर्ण स्मरण
आज, 26 जून 2025, गुरुवार को, हम श्री टेम्बेस्वामी की पुण्यतिथि मना रहे हैं। श्री टेम्बेस्वामी केवल एक संत नहीं थे, वे मानवता के सेवक, धर्म के रक्षक और आत्मज्ञान के प्रचारक थे। उनकी पुण्यतिथि को हम एक स्मृति पर्व की तरह मनाते हैं, जो श्रद्धा, ध्यान और साधना को समर्पित होता है। 🙏

भक्तिभावपूर्ण कविता
यह कविता श्री टेम्बेस्वामी को समर्पित है, जो उनकी महानता और शिक्षाओं को दर्शाती है:

पहला चरण:

दिव्य ज्योति बनकर आए,
ज्ञान का पथ दिखलाए।
मानवता की सेवा में,
जीवन अपना लुटाए।

अर्थ: टेम्बेस्वामी एक दिव्य प्रकाश के रूप में आए, जिन्होंने हमें ज्ञान का मार्ग दिखाया। उन्होंने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में समर्पित कर दिया। ✨

दूसरा चरण:

धर्म की रक्षा की,
अज्ञानता दूर भगाई।
अंधकार में डूबे मन को,
सत्य की राह दिखाई।

अर्थ: उन्होंने धर्म की रक्षा की और अज्ञानता को दूर भगाया। उन्होंने उन मनों को सत्य का मार्ग दिखाया जो अंधकार में खो गए थे। 🛡�

तीसरा चरण:

शांत स्वरूप, सौम्य मुस्कान,
हर हृदय में थे विराजमान।
प्रेम, करुणा का सागर,
बांटते थे सुख, ज्ञान।

अर्थ: उनका स्वरूप शांत था और मुस्कान सौम्य। वे हर किसी के हृदय में बसते थे। वे प्रेम और करुणा के सागर थे, जो सभी को सुख और ज्ञान बांटते थे। ❤️

चौथा चरण:

आत्मज्ञान का संदेश,
हर घर तक पहुँचाया।
मोक्ष का मार्ग दिखाया,
भवसागर पार कराया।

अर्थ: उन्होंने आत्मज्ञान का संदेश हर घर तक पहुंचाया। उन्होंने मोक्ष का मार्ग दिखाया और लोगों को इस संसार रूपी सागर को पार करने में मदद की। 💡

पांचवा चरण:

शिष्य बने उनके अनगिनत,
पाए जीवन में आनंद।
उनके चरणों में रहकर,
हो गए सारे दुःख बंद।

अर्थ: उनके अनगिनत शिष्य बने जिन्होंने अपने जीवन में आनंद पाया। उनके चरणों में रहकर उनके सभी दुःख समाप्त हो गए। 👣

छठा चरण:

पुण्यतिथि यह आज,
स्मरण है उनका खास।
श्रद्धा सुमन अर्पित कर,
पाएं हम उनका आशीष।

अर्थ: आज उनकी पुण्यतिथि है, उनका यह स्मरण बहुत खास है। हम श्रद्धा के फूल अर्पित करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। 💐

सातवां चरण:

हे टेम्बेस्वामी प्रभु,
करो कृपा हम पर अब।
ज्ञान, भक्ति दे दो हमको,
नमन करें तुम्हें सब।

अर्थ: हे टेम्बेस्वामी प्रभु, अब हम पर कृपा करो। हमें ज्ञान और भक्ति दो, हम सभी आपको नमन करते हैं। 🙏

कविता का सारांश 📝
यह कविता श्री टेम्बेस्वामी की महिमा का गुणगान करती है, जो एक संत, मानवता के सेवक और आत्मज्ञान के प्रचारक थे। उनकी पुण्यतिथि पर, हम उन्हें याद करते हैं और उनके द्वारा दिखाए गए ज्ञान, भक्ति और प्रेम के मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं। यह एक अवसर है अपनी श्रद्धा और साधना को समर्पित करने का।

--अतुल परब
--दिनांक-26.06.2025-गुरुवार.
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