२७ जून, २०२५: एक विशेष शुक्रवार और मुस्लिम नव वर्ष का आरंभ 🌙🕌🌙🕌✨🙏🌟🚿📖❤️🤝

Started by Atul Kaviraje, June 28, 2025, 10:34:03 AM

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Atul Kaviraje

मुस्लिम नूतन वर्षारंभ-हिजरी सन १४४७ प्रIरंभ-

२७ जून, २०२५: एक विशेष शुक्रवार और मुस्लिम नव वर्ष का आरंभ 🌙🕌

आज, २७ जून, २०२५, शुक्रवार, का दिन कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह सप्ताह का अंत और एक नए सप्ताह की शुरुआत का संकेत देता है, लेकिन इस बार यह एक और बड़े आध्यात्मिक महत्व का दिन भी है। आज मुस्लिम कैलेंडर के अनुसार, हिजरी सन १४४७ का भी आरंभ हो रहा है, जो इस्लाम धर्मावलंबियों के लिए एक नया वर्ष लेकर आता है। यह दिन चिंतन, प्रार्थना और नए संकल्पों का संगम है।

शुक्रवार का महत्व (जुम्मे का दिन) 🕌✨
इस्लामी परंपरा में, शुक्रवार (जुम्मा) सप्ताह का सबसे पवित्र दिन माना जाता है। यह मुस्लिमों के लिए एक विशेष सभा और इबादत का दिन होता है।

१. जुम्मे की नमाज़: इस दिन दोपहर में जुम्मे की विशेष नमाज़ अदा की जाती है, जो आम नमाज़ से थोड़ी लंबी और विस्तृत होती है। इसमें खुतबा (उपदेश) शामिल होता है। यह मुस्लिमों के लिए एक साथ आकर अल्लाह की इबादत करने और एकता का प्रदर्शन करने का अवसर होता है।

उदाहरण: दुनिया भर की मस्जिदों में शुक्रवार को बड़ी संख्या में नमाज़ी एकत्रित होते हैं।

प्रतीक: 🕌🤲

२. दुआओं की कुबूलियत: मान्यता है कि शुक्रवार को की गई दुआएँ (प्रार्थनाएँ) विशेष रूप से स्वीकार की जाती हैं। मुसलमान इस दिन अल्लाह से अपनी इच्छाओं, क्षमा और मार्गदर्शन के लिए प्रार्थना करते हैं।

उदाहरण: लोग विशेष रूप से जुम्मे की नत्थी के बाद अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं।

प्रतीक: 🙏🌟

३. पाक-साफ़ाई और तैयारी: जुम्मे के दिन मुसलमान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं, गुसल (स्नान) करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, और इत्र लगाते हैं। यह शारीरिक और आत्मिक शुद्धता का प्रतीक है।

उदाहरण: घरों और मस्जिदों को साफ किया जाता है, लोग नए कपड़े पहनते हैं।

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४. सूरह अल-कह्फ़ का पाठ: कई मुसलमान इस दिन सूरह अल-कह्फ़ का पाठ करते हैं, जिसे पढ़ने से पूरे सप्ताह के लिए प्रकाश और सुरक्षा मिलने की मान्यता है।

उदाहरण: मस्जिदों में नमाज़ से पहले या बाद में इस सूरह का पाठ करते देखा जा सकता है।

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५. परोपकार और सद्भाव: शुक्रवार का दिन दान-पुण्य और परोपकार के लिए भी प्रोत्साहित करता है। लोग गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करते हैं, जिससे समाज में सद्भाव और भाईचारा बढ़ता है।

उदाहरण: मस्जिदों के बाहर दानपेटियां रखी जाती हैं, लोग गरीबों को खाना खिलाते हैं।

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मुस्लिम नव वर्ष: हिजरी सन १४४७ का आरंभ 🗓�🌙
आज, २७ जून, २०२५, मुस्लिम कैलेंडर के अनुसार १ मुहर्रम १४४७ हिजरी का पहला दिन है। यह इस्लामी नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।

६. हिजरी कैलेंडर का आधार: इस्लामी कैलेंडर का आरंभ पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के मक्का से मदीना प्रवास (हिजरत) की घटना से होता है, जो ६२२ ईस्वी में हुई थी। यह कैलेंडर चंद्र चक्र पर आधारित है, इसलिए इसके महीने पश्चिमी कैलेंडर के महीनों से बदलते रहते हैं।

उदाहरण: इस प्रवास ने इस्लाम के इतिहास में एक नए युग की शुरुआत की।

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७. मुहर्रम का महत्व: मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है। यह पवित्र महीनों में से एक है और इसका विशेष महत्व है। इस महीने में पैगंबर नूह (अलैहिस्सलाम) की नाव तूफ़ान से बची थी और पैगंबर मूसा (अलैहिस्सलाम) को फ़िरौन से मुक्ति मिली थी।

उदाहरण: इस महीने में मुसलमान विशेष रूप से रोज़े (उपवास) रखते हैं, खासकर आशूरा (१० मुहर्रम) के दिन।

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८. आशूरा का दिन: मुहर्रम के १०वें दिन को आशूरा कहा जाता है। यह शिया मुसलमानों के लिए कर्बला में इमाम हुसैन (र.अ.) की शहादत का स्मरण दिवस है, जबकि सुन्नी मुसलमान इसे मूसा (अलैहिस्सलाम) के फ़िरौन से बचाव के उपलक्ष्य में रोज़ा रखकर मनाते हैं।

उदाहरण: शिया समुदाय इस दिन शोक सभाएँ और मातम मनाता है।

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९. आत्म-चिंतन और संकल्प: नव वर्ष का आरंभ मुसलमानों के लिए आत्म-चिंतन, आत्म-सुधार और नए आध्यात्मिक संकल्प लेने का अवसर होता है। वे अपने जीवन को और अधिक इस्लामी सिद्धांतों के अनुसार ढालने का प्रयास करते हैं।

उदाहरण: लोग बुरी आदतों को छोड़ने और अच्छी आदतों को अपनाने का संकल्प लेते हैं।

प्रतीक: 🧘�♂️🌱

१०. सद्भावना और एकता का संदेश: मुस्लिम नव वर्ष का संदेश शांति, सद्भावना और वैश्विक एकता का है। यह सिर्फ एक विशेष समुदाय के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है।

उदाहरण: नव वर्ष के अवसर पर लोग एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं और बेहतर भविष्य की कामना करते हैं।

प्रतीक: 🌍🤝🕊�

निष्कर्ष:
२७ जून, २०२५ का यह शुक्रवार, जुम्मे की पवित्रता और मुस्लिम नव वर्ष हिजरी १४४७ के आरंभ का एक अनूठा संगम है। यह दिन हमें आत्मिक शुद्धि, परोपकार और भाईचारे का संदेश देता है, और सभी के लिए एक बेहतर, शांतिपूर्ण भविष्य की कामना करता है।

इमोजी सारांश:
🌙🕌✨🙏🌟🚿📖❤️🤝🗓�🕋🚢🌊🖤💧🧘�♂️🌱🌍🕊�

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-27.06.2025-शुक्रवार.
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