अण्णाबुवा महाराज पुण्यतिथि: एक भक्तिपूर्ण कविता-

Started by Atul Kaviraje, June 30, 2025, 11:22:26 AM

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Atul Kaviraje

अण्णाबुवा महाराज पुण्यतिथि: एक भक्तिपूर्ण कविता-

चरण 1
आज पुण्यतिथि अण्णाबुवा की, मिरज भूमि पावन है।
संगली जिले की यह महिमा, भक्ति का यह सावन है।
ज्ञान की ज्योति जलाई तुमने, अंधकार को दूर किया,
जीवन भर बस परोपकार में, अपना जीवन झूम दिया।

अर्थ: आज अण्णाबुवा महाराज की पुण्यतिथि है, जिससे मिरज की भूमि पवित्र हो गई है। यह सांगली जिले की महिमा है और भक्ति का मौसम है। आपने ज्ञान का दीपक जलाकर अज्ञानता को दूर किया और जीवन भर दूसरों की भलाई में अपना जीवन समर्पित कर दिया। 🏞�✨

चरण 2
बचपन से ही संत बने तुम, ईश्वर भक्ति में लीन हुए,
सांसारिक सुख तज कर तुमने, वैराग्य में विलीन हुए।
गुरुओं से ली दीक्षा तुमने, पाया गहरा ज्ञान अनंत,
अध्यात्म के पथ पर बढ़कर, कहलाए तुम सच्चे संत।

अर्थ: बचपन से ही आप संत बन गए और ईश्वर की भक्ति में लीन रहे। आपने सांसारिक सुखों का त्याग कर वैराग्य को अपनाया। आपने गुरुओं से दीक्षा लेकर अनंत ज्ञान प्राप्त किया और आध्यात्म के मार्ग पर चलकर सच्चे संत कहलाए। 🧘�♂️📖

चरण 3
प्रेम, दया, करुणा सिखाई, सब जीवों में प्रभु को देखा,
भेदभाव को दूर भगाया, मिटा दी हर जाति की रेखा।
छुआछूत का खंडन कीना, समता का संदेश दिया,
समाज सुधारक बनकर तुमने, जग को पावन कर दिया।

अर्थ: आपने प्रेम, दया और करुणा सिखाई और सभी जीवों में ईश्वर को देखा। आपने भेदभाव को दूर किया और जातिगत सीमाओं को मिटा दिया। आपने छुआछूत का खंडन किया और समानता का संदेश दिया, इस प्रकार एक समाज सुधारक के रूप में दुनिया को पवित्र किया। ❤️🤝

चरण 4
कीर्तन, भजन, प्रवचनों से, भक्ति रस बरसाया तुमने,
लाखों के जीवन में आकर, नया उजाला लाया तुमने।
मिरज और सांगली के कण-कण में, तेरी महिमा गाई जाती,
भक्तों के हर कष्ट मिटाए, जब तेरी यादें आतीं।

अर्थ: आपने अपने कीर्तन, भजन और प्रवचनों से भक्ति का रस बरसाया और लाखों लोगों के जीवन में नया प्रकाश लाए। मिरज और सांगली के हर कण में आपकी महिमा गाई जाती है, और जब भी आपकी याद आती है, भक्तों के हर दुख दूर हो जाते हैं। 🎶🌟

चरण 5
चमत्कारों की गाथाएँ तेरी, आज भी सबको भाती हैं,
तेरी कृपा और दया की बातें, हर मन को शांति देती हैं।
निर्बलों का बल बने तुम, दुखियों का सहारा थे,
ईश्वर रूपी अवतार बनके, जग के तारणहारा थे।

अर्थ: आपकी चमत्कारों की कहानियाँ आज भी सभी को पसंद आती हैं, और आपकी कृपा और दया की बातें हर मन को शांति देती हैं। आप कमजोरों की शक्ति और दुखियों का सहारा थे; ईश्वर के अवतार बनकर आप दुनिया के उद्धारकर्ता थे। 💫🕊�

चरण 6
पुण्यतिथि यह पावन बेला, हम सब तुमको नमन करें,
तेरी शिक्षाओं को अपनाकर, जीवन को सुंदर करें।
शांति, प्रेम और सद्भाव से, हम सबका जीवन भर जाए,
अण्णाबुवा महाराज, तेरी जय हो, तेरी महिमा बढ़ती जाए।

अर्थ: यह पवित्र पुण्यतिथि का अवसर है, हम सभी आपको नमन करते हैं। आपकी शिक्षाओं को अपनाकर हम अपने जीवन को सुंदर बनाएं। हमारा जीवन शांति, प्रेम और सद्भाव से भर जाए। अण्णाबुवा महाराज, आपकी जय हो, आपकी महिमा बढ़ती रहे। 🕯�🙏

चरण 7
तेरा संदेश अमर रहे, युगों-युगों तक गूँजता रहे,
हर हृदय में भक्ति की ज्वाला, तेरी प्रेरणा से जलती रहे।
यह धरती पावन बनी रहे, तेरे आशीर्वाद से सदा,
अण्णाबुवा महाराज को शत-शत नमन, यही है हमारी श्रद्धा।

अर्थ: आपका संदेश अमर रहे और युगों-युगों तक गूंजता रहे। हर हृदय में भक्ति की ज्वाला आपकी प्रेरणा से जलती रहे। यह धरती आपके आशीर्वाद से हमेशा पवित्र बनी रहे। अण्णाबुवा महाराज को शत-शत नमन, यही हमारी श्रद्धा है। 💖🌍

कविता का इमोजी सारांश
अण्णाबुवा महाराज पुण्यतिथि 🗓� मिरज, सांगली 📍 पावन भूमि 🙏 ज्ञान और भक्ति ✨ परोपकारी जीवन 💖 बचपन से संत 🧘�♂️ गुरु ज्ञान 📖 प्रेम, दया, करुणा ❤️�🩹 समानता का संदेश 🤝 समाज सुधारक 🌍 कीर्तन, भजन 🎶 चमत्कारी गाथाएँ 🌟 दुखियों का सहारा 💪 पवित्र बेला 🕯� शिक्षाओं का पालन ✅ शांति, प्रेम, सद्भाव 🕊� अमर संदेश 📜 प्रेरणा 🔥 आशीर्वाद 😇 नमन 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-29.06.2025-रविवार.
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