विवस्वत सप्तमी-🙏☀️🌻

Started by Atul Kaviraje, July 02, 2025, 10:51:52 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

विवस्वत सप्तमी-

विवस्वत सप्तमी: महत्व, उपासना और संदेश 🙏☀️

आज, १ जुलाई २०२५, मंगलवार, हम विवस्वत सप्तमी का पावन पर्व मना रहे हैं। यह दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित है, जिन्हें प्रत्यक्ष देव माना जाता है और जो संपूर्ण जगत को प्रकाश, ऊर्जा तथा जीवन प्रदान करते हैं। विवस्वत सप्तमी का यह विशेष अवसर सूर्यदेव की उपासना और उनके महत्व को समझने का दिन है। यह केवल एक धार्मिक तिथि नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और आत्मिक ऊर्जा को जागृत करने का भी प्रतीक है।

विवस्वत सप्तमी का महत्व और उदाहरण (१० प्रमुख बिंदु)
भगवान सूर्य का जन्म दिवस: ☀️ विवस्वत सप्तमी को भगवान सूर्यदेव का जन्म दिवस माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान सूर्य का प्राकट्य हुआ था, जिन्होंने संपूर्ण सृष्टि को प्रकाशित किया। इस दिन उनकी पूजा-अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

** आरोग्य और स्वास्थ्य का वरदान**: 🩺 सूर्यदेव को आरोग्य का देवता माना जाता है। इस दिन सूर्य उपासना करने से शारीरिक व्याधियाँ दूर होती हैं और व्यक्ति स्वस्थ रहता है। उदाहरण के लिए, ऋषि मुनि और योगीजन सूर्य नमस्कार के माध्यम से सूर्य की ऊर्जा ग्रहण कर दीर्घायु और निरोगी जीवन जीते थे।

सकारात्मक ऊर्जा का संचार: ✨ सूर्य की किरणें सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत हैं। विवस्वत सप्तमी पर सूर्य को अर्घ्य देने और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से मन में शांति और सकारात्मकता आती है। यह हमें जीवन में नई उमंग और उत्साह प्रदान करता है।

पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति: 🕊� शास्त्रों में कहा गया है कि विवस्वत सप्तमी के दिन व्रत रखने और सूर्य देव की आराधना करने से जाने-अनजाने में हुए पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।

ज्ञान और बुद्धि का प्रकाश: 📚 सूर्य अंधकार को दूर कर प्रकाश फैलाते हैं। इसी प्रकार, सूर्य उपासना से अज्ञानता का नाश होता है और ज्ञान तथा बुद्धि का विकास होता है। विद्यार्थी इस दिन विशेष रूप से सूर्यदेव की उपासना कर सकते हैं।

धन-धान्य और समृद्धि: 💰 सूर्यदेव की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस दिन किए गए दान-पुण्य और उपासना से घर में अन्नपूर्णा का वास होता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

पितरों का आशीर्वाद:  ancestral_spirit_emoji यह दिन पितरों को तर्पण देने के लिए भी शुभ माना जाता है। सूर्यदेव पितरों के मार्गदर्शक हैं, और उनकी पूजा से पितरों को शांति मिलती है तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

जल का महत्व: 💧 सूर्य को जल अर्पित करना, जिसे अर्घ्य देना कहते हैं, अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह क्रिया सूर्य की किरणों को जल के माध्यम से शरीर में प्रवेश कराकर ऊर्जा प्रदान करती है और मन को एकाग्र करती है।

प्रकृति से जुड़ाव: 🌳 यह पर्व हमें प्रकृति और उसके तत्वों, विशेषकर सूर्य के महत्व को समझने की प्रेरणा देता है। यह हमें सिखाता है कि कैसे हम प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित कर सकते हैं और उसके प्रति कृतज्ञ हो सकते हैं।

सूर्य नमस्कार का महत्व: 🧘�♂️ विवस्वत सप्तमी के दिन सूर्य नमस्कार करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। यह एक पूर्ण शारीरिक और मानसिक व्यायाम है जो सूर्य की ऊर्जा से हमें जोड़ता है और शरीर को लचीला तथा मन को शांत बनाता है।

विवस्वत सप्तमी का यह पावन अवसर हमें सूर्यदेव की महिमा और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का सुअवसर प्रदान करता है। उनकी कृपा से हमारा जीवन प्रकाशमय और समृद्ध बने। 🙏☀️🌻

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-01.07.2025-मंगळवार.
===========================================