July 3rd, 2025:THURSDAY- मुंबई कोस्टल रोड परियोजना का दूसरा चरण शुरू:-

Started by Atul Kaviraje, July 04, 2025, 06:53:10 PM

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Atul Kaviraje

आज की ब्रेकिंग न्यूज़-

July 3rd, 2025:THURSDAY-

मुंबई कोस्टल रोड परियोजना का दूसरा चरण शुरू: विस्तृत जानकारी
आज, 3 जुलाई 2025 को मुंबई (Mumbai) में यातायात भीड़ को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। बहुप्रतीक्षित सागरी किनारा रस्ता (Coastal Road) परियोजना के दूसरे चरण के निर्माण कार्य का आज औपचारिक रूप से शुभारंभ हुआ। इस चरण के पूरा होने पर दक्षिण मुंबई से उत्तर मुंबई के बीच यात्रा अधिक तेज और सुगम हो जाएगी।

प्रमुख बिंदु:
परियोजना का नाम और उद्देश्य: इस परियोजना को अस्थायी रूप से 'मुंबई कोस्टल रोड - चरण 2' (Mumbai Coastal Road - Phase 2) कहा जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य शहर में बढ़ते यातायात के बोझ को कम करना, यात्रा का समय बचाना, ईंधन की बचत करना और पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम करना है।

चरण 1 की प्रगति: परियोजना का पहला चरण (दक्षिण मुंबई) पहले ही पूरा होकर आंशिक रूप से यातायात के लिए खोल दिया गया है, जिसने दादर और बांद्रा क्षेत्रों में यातायात को काफी हद तक सुगम बनाया है। दूसरे चरण का निर्माण इसी सफलता पर आधारित है।

दूसरे चरण के मार्ग और विशेषताएँ:

यह चरण आमतौर पर बांद्रा-वर्ली सी-लिंक (Bandra-Worli Sea Link) के उत्तरी भाग से विरार (Virar) तक विस्तारित होने की योजना है।

इसमें कई फ्लाईओवर (flyovers), पुल (bridges), एलिवेटेड सड़कें (elevated roads) और सुरंगें (tunnels) शामिल होंगी।

इस चरण में बांद्रा से वर्सोवा सी-लिंक (Bandra-Versova Sea Link) का समावेश भी अपेक्षित है, जो कोस्टल रोड को और विस्तार देगा।

उद्घाटक और उपस्थिति: इस दूसरे चरण के निर्माण कार्य के शुभारंभ अवसर पर महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री (Chief Minister), उपमुख्यमंत्री और मुंबई महानगरपालिका (BMC) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने परियोजना के महत्व को रेखांकित किया।

आर्थिक और पर्यावरणीय विचार: यह परियोजना बड़ी होने के कारण इसके लिए बड़ी मात्रा में धन की आवश्यकता होगी। साथ ही, निर्माण करते समय पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे।

रोजगार सृजन: इस भव्य निर्माण परियोजना से बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन (Job Creation) को बढ़ावा मिलेगा, जिससे निर्माण क्षेत्र के श्रमिकों को लाभ होगा।

यातायात में सुधार: यह चरण पूरा होने पर, पश्चिमी उपनगरों से दक्षिण मुंबई की ओर या इसके विपरीत दिशा में जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। यात्रा का समय वर्तमान की तुलना में लगभग 30-40% कम होने की उम्मीद है।

परियोजना की समय-सीमा: इस दूसरे चरण को पूरा होने में अनुमानित रूप से 4 से 5 साल का समय लगने का अनुमान है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.07.2025-गुरुवार.
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