अम्बाबाई का 'नवरात्रि महोत्सव' और समाज में एकता और भाईचारा-हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, July 05, 2025, 11:02:12 AM

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Atul Kaviraje

अम्बाबाई का 'नवरात्रि महोत्सव' और समाज में एकता और भाईचारा-हिंदी कविता-

चरण 1:
अम्बाबाई, कोल्हापुर की शान,
नवरात्रि में तेरा है मान।
एकता का पाठ तू सिखाती,
भाईचारे का संदेश है लाती।
अर्थ: हे अम्बाबाई, आप कोल्हापुर की शान हैं, और नवरात्रि में आपका बहुत सम्मान होता है। आप हमें एकता का पाठ सिखाती हैं और भाईचारे का संदेश लाती हैं।

चरण 2:
भक्ति की धारा, जन-जन जोड़े,
हर भेद मिटाए, मन को मोड़े।
संस्कृति का रंग, हर ओर बिखेरे,
सब मिलकर नाचें, खुशियाँ घेरे।
अर्थ: भक्ति की धारा लोगों को जोड़ती है, हर भेदभाव को मिटाती है और मन को बदल देती है। संस्कृति का रंग हर तरफ बिखरता है, और सब मिलकर नाचते-गाते हुए खुशियाँ मनाते हैं।

चरण 3:
मंदिर में सब होते हैं समान,
ना कोई बड़ा, ना छोटा इंसान।
सेवा भाव का बढ़ता अभियान,
निःस्वार्थ सहयोग का ये प्रमाण।
अर्थ: मंदिर में सभी समान होते हैं, न कोई बड़ा और न कोई छोटा इंसान होता है। सेवा भाव का अभियान बढ़ता है, यह निःस्वार्थ सहयोग का प्रमाण है।

चरण 4:
हिंदू-मुस्लिम सब एक साथ आएं,
सांप्रदायिक सद्भाव दर्शाएं।
अर्थव्यवस्था को भी गति दिलाएं,
खुशहाली से हर घर सजाएं।
अर्थ: हिंदू-मुस्लिम सभी एक साथ आते हैं और सांप्रदायिक सद्भाव दर्शाते हैं। यह महोत्सव अर्थव्यवस्था को भी गति देता है, और खुशहाली से हर घर को सजाता है।

चरण 5:
परिवार जुड़े, बंधन मजबूत हों,
पुरानी यादें ताज़ा, नए रिश्ते बनो।
बच्चे सीखें मूल्य, बड़े खुश हों,
संस्कृति से अपनी हमेशा जुड़े रहो।
अर्थ: परिवार जुड़ते हैं और बंधन मजबूत होते हैं, पुरानी यादें ताज़ा होती हैं और नए रिश्ते बनते हैं। बच्चे मूल्य सीखते हैं और बड़े खुश होते हैं, हमेशा अपनी संस्कृति से जुड़े रहें।

चरण 6:
नकारात्मकता होती है दूर,
सकारात्मक ऊर्जा का है भरपूर।
आध्यात्मिक विकास का नूर,
मन में शांति, दिल में सुरूर।
अर्थ: नकारात्मकता दूर होती है, और सकारात्मक ऊर्जा भरपूर होती है। आध्यात्मिक विकास का प्रकाश फैलता है, मन में शांति और दिल में आनंद होता है।

चरण 7:
सिंह वाहिनी, भक्तों की रखवाली,
नवरात्रि में जगती है ज्योति प्यारी।
एकता और प्रेम से भर दे दुनिया सारी,
जय हो अम्बाबाई, शक्ति तुम्हारी।
अर्थ: हे सिंह पर सवार भक्तों की रखवाली करने वाली, नवरात्रि में आपकी प्यारी ज्योति जगमगाती है। आप पूरी दुनिया को एकता और प्रेम से भर दें, हे अम्बाबाई, आपकी शक्ति की जय हो।

कविता का सार (Emoji सारंश):
साझा आस्था 🙏💖, सांस्कृतिक विविधता 🌈🎶, सामाजिक समानता 🤝👩�👩�👧�👦, सेवा भाव 🤲❤️, सांप्रदायिक सद्भाव 🕉�☪️✝️, स्थानीय अर्थव्यवस्था 💰📈, पारिवारिक संबंध 👨�👩�👧�👦🏡, युवा पीढ़ी में मूल्य 👩�🎓👨�🏫, सकारात्मकता ✨🌟, आध्यात्मिक विकास 🧘�♀️🕊�.

अम्बाबाई का नवरात्रि महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पर्व है जो समाज के विभिन्न वर्गों को एक सूत्र में पिरोता है और एकता, प्रेम तथा भाईचारे का संदेश देता है।

--अतुल परब
--दिनांक-04.07.2025-शुक्रवार.
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