शुक्रवार - 04 जुलै 2025 पटना - NAAC का नया बाइनरी मूल्यांकन:-

Started by Atul Kaviraje, July 05, 2025, 10:29:51 PM

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Atul Kaviraje

ब्रेकिंग न्यूज़-

शुक्रवार - 04 जुलै 2025

पटना - NAAC का नया बाइनरी मूल्यांकन: राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों पर प्रभाव

पटना से मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की नई 'बाइनरी मूल्यांकन' प्रणाली के कारण राज्य के २०० से अधिक उच्च शिक्षण संस्थानों को अब 'मान्यता प्राप्त' (Accredited) या 'गैर-मान्यता प्राप्त' (Not Accredited) इन दो ही श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाएगा। इससे शिक्षा क्षेत्र पर बड़े परिणाम अपेक्षित हैं।

विस्तृत जानकारी:

नई बाइनरी प्रणाली: NAAC ने उच्च शिक्षण संस्थानों के मूल्यांकन के लिए पुरानी श्रेणीबद्ध (A++, A+, B, C आदि) प्रणाली को रद्द कर 'बाइनरी' (दो-स्तरीय) प्रणाली लागू की है। इसका अर्थ है कि अब संस्थानों को केवल 'मान्यता प्राप्त' या 'गैर-मान्यता प्राप्त' का प्रमाण पत्र मिलेगा। इससे मूल्यांकन प्रक्रिया अधिक सरल और बुनियादी गुणवत्ता मानकों पर केंद्रित होगी।

उद्देश्य: इस नई प्रणाली का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक उच्च शिक्षण संस्थानों को NAAC मूल्यांकन के लिए प्रोत्साहित करना है। पहले की ग्रेडिंग पद्धति के कारण कई संस्थानों को कम ग्रेड मिलने का डर रहता था, जिससे वे मूल्यांकन के लिए आवेदन नहीं करते थे। बाइनरी प्रणाली से न्यूनतम गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा।

प्रभावित संस्थानों की संख्या: बिहार राज्य में २०० से अधिक कॉलेज और विश्वविद्यालय वर्तमान में NAAC मूल्यांकन की प्रतीक्षा में हैं या उनका पुराना मूल्यांकन समाप्त हो गया है। इस नई प्रणाली का इन सभी संस्थानों पर सीधा असर पड़ेगा।

वर्तमान स्थिति: टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में बिहार में केवल दो विश्वविद्यालय (ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और बिहार कृषि विश्वविद्यालय) और ६४ कॉलेज NAAC द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। पटना विश्वविद्यालय जैसे कुछ संस्थानों का मूल्यांकन समाप्त हो गया है और उन्हें विस्तार मिला है।

मूल्यांकन प्रक्रिया: नई प्रणाली में मूल्यांकन के लिए पीअर टीम के भौतिक दौरे कम किए जाएंगे और प्रौद्योगिकी का अधिक उपयोग किया जाएगा। साथ ही, मूल्यांकन शुल्क भी कम किया जाएगा।

परिपक्वता-आधारित श्रेणीबद्ध प्रत्यायन (MBGA): बाइनरी प्रणाली के साथ-साथ, NAAC ने 'परिपक्वता-आधारित श्रेणीबद्ध प्रत्यायन' (Maturity-Based Graded Accreditation - MBGA) प्रणाली भी शुरू की है। इसमें संस्थानों को स्तर १ से स्तर ५ तक ग्रेड दिए जाएंगे। स्तर १ से ४ 'राष्ट्रीय उत्कृष्टता के संस्थान' (Institutions of National Excellence) होंगे, जबकि स्तर ५ 'बहु-विषयक अनुसंधान और शिक्षा के वैश्विक उत्कृष्टता के संस्थान' (Institutions of Global Excellence for Multi-Disciplinary Research and Education) होंगे। यह प्रणाली संस्थानों को अपनी गुणवत्ता में लगातार सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

छात्रों पर प्रभाव: नई प्रणाली से छात्रों को उच्च शिक्षण संस्थानों का चुनाव करते समय अधिक स्पष्टता मिलेगी। 'मान्यता प्राप्त' संस्थान का मतलब न्यूनतम गुणवत्ता मानक पूरे करने वाले संस्थान हैं, यह स्पष्ट हो जाएगा।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-04.07.2025-शुक्रवार.
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