शुक्रवार - 04 जुलै 2025 वडोदरा - बाढ़ प्रबंधन की तैयारी:-

Started by Atul Kaviraje, July 05, 2025, 11:06:15 PM

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Atul Kaviraje

ब्रेकिंग न्यूज़-

शुक्रवार - 04 जुलै 2025

वडोदरा - बाढ़ प्रबंधन की तैयारी: दुर्लभ स्थिति का अध्ययन और २०० प्रशिक्षित तैराकों की नियुक्ति
पिछले साल वडोदरा में बाढ़ की विपरीत परिस्थितियों का अध्ययन करने के बाद, शहर प्रशासन ने अब से ही बाढ़ प्रबंधन की तैयारी शुरू कर दी है। जुलाई महीने से २०० प्रशिक्षित 'स्विमर' (तैराक) आपातकालीन बचाव कार्यों के लिए नियुक्त किए गए हैं।

विस्तृत जानकारी:

पिछले साल का अनुभव: वडोदरा शहर पिछले कुछ सालों से बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। विशेष रूप से, पिछले साल की बाढ़ से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था, जिससे सबक लेते हुए प्रशासन ने इस साल अधिक प्रभावी उपाय करने का फैसला किया है। पिछले साल की बाढ़ की स्थिति का गहन विश्लेषण करके, कमियों और सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान की गई है।

२०० प्रशिक्षित तैराकों की नियुक्ति: बाढ़ की स्थिति में तत्काल बचाव कार्य करने के लिए २०० प्रशिक्षित 'स्विमर' यानी तैराकों की एक विशेष टीम तैयार की गई है। इन तैराकों को आपातकालीन स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने, फंसे हुए लोगों की मदद करने और आवश्यक वस्तुएँ पहुँचाने का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। उनकी नियुक्ति जुलाई महीने से की गई है, क्योंकि मानसून के दौरान बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।

आपातकालीन बचाव कार्यों के लिए तैयारी: ये प्रशिक्षित तैराक न केवल बचाव कार्य के लिए, बल्कि आपातकालीन स्थिति में राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए भी तैयार रहेंगे। उनके पास आवश्यक उपकरण, जैसे लाइफ जैकेट, रबर की नावें और अन्य सुरक्षा उपकरण उपलब्ध होंगे।

बाढ़ प्रबंधन योजना: वडोदरा नगर निगम (VMC) ने एक व्यापक बाढ़ प्रबंधन योजना तैयार की है। इसमें मानसून से पहले नालियों और सीवरों की सफाई, पानी के निकास में मदद करना और बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान करना जैसे उपाय शामिल हैं।

जागरूकता और अभ्यास: नागरिकों को बाढ़ की स्थिति के बारे में जागरूक करने और सुरक्षा उपायों को समझाने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, नियुक्त किए गए तैराकों और अन्य बचाव दलों द्वारा आपातकालीन स्थिति में कैसे काम करना है, इसका नियमित रूप से अभ्यास (ड्रिल) किया जाएगा।

समन्वय: राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), अग्निशमन विभाग और स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके काम किया जाएगा। इससे किसी भी बाढ़ की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देना संभव होगा।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-04.07.2025-शुक्रवार.
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