श्री कल्याणस्वामी पुण्यतिथि: डोमगाँव, परांडा -भक्तिभावपूर्ण कविता-🙏💖🌟🧘🕊️🕯️

Started by Atul Kaviraje, July 09, 2025, 10:33:36 AM

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Atul Kaviraje

श्री कल्याणस्वामी पुण्यतिथि: डोमगाँव, परांडा - भक्तिभावपूर्ण कविता-

08 जुलाई 2025, मंगलवार को श्री कल्याणस्वामी की पुण्यतिथि के पावन अवसर पर, डोमगाँव, परांडा की पवित्र भूमि को नमन करते हुए, एक भक्तिभावपूर्ण कविता:

1. शांति की डगर 🌅
आज का दिन है पावन, डोमगाँव की धरती पर,
कल्याणस्वामी की पुण्यतिथि है, मन में भक्ति भरकर।
संत रामदास के प्यारे शिष्य, ज्ञान के सागर थे,
उनकी शिक्षाओं से आज भी, जीवन में उजाले हैं।
अर्थ: यह दिन डोमगाँव की धरती पर पवित्र है, क्योंकि आज कल्याणस्वामी की पुण्यतिथि है, जिसे मन में भक्ति भरकर मनाया जा रहा है। वे संत रामदास के प्रिय शिष्य थे और ज्ञान के सागर थे। उनकी शिक्षाओं से आज भी जीवन में प्रकाश है।

2. गुरुभक्ति की गाथा 💖
गुरु सेवा में लीन रहे, न छोड़ी कभी आस।
गुरु रामदास का हर वचन, था उनके लिए खास।
तन-मन-धन से समर्पित, थे वे गुरु चरणों में,
उनकी गुरुभक्ति की गाथा, गूँजे कण-कण में।
अर्थ: वे गुरु की सेवा में लीन रहते थे और उन्होंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी। गुरु रामदास का हर वचन उनके लिए खास था। वे तन, मन और धन से गुरु के चरणों में समर्पित थे। उनकी गुरुभक्ति की गाथा हर जगह गूँजती है।

3. डोमगाँव का पावन धाम 🏯
डोमगाँव है वह पावन भूमि, जहाँ ली उन्होंने समाधि।
भक्तों की भीड़ जुटती है, मिटाने को हर व्याधि।
भजन, कीर्तन, रामधुन, गूँजे हर गलियारे में,
शांति और आनंद की धारा, बहती हर किनारे में।
अर्थ: डोमगाँव वह पवित्र भूमि है जहाँ उन्होंने समाधि ली थी। भक्त अपनी हर परेशानी को दूर करने के लिए यहाँ एकत्र होते हैं। हर गली में भजन, कीर्तन और रामधुन गूँजते हैं, और शांति तथा आनंद की धारा हर जगह बहती है।

4. त्याग और वैराग्य 🧘
जीवन था उनका सादा, वैराग्य का था भाव।
मोह-माया से दूर रहे, न था कोई दुराव।
ईश्वर भक्ति में रमे रहे, हर पल, हर साँस में,
उनके त्याग से सीखें हम, सुख मिले संतोष में।
अर्थ: उनका जीवन सादा था और उनमें वैराग्य का भाव था। वे मोह-माया से दूर रहते थे और किसी से कोई द्वेष नहीं था। वे हर पल, हर साँस में ईश्वर भक्ति में लीन रहते थे। हम उनके त्याग से सीखते हैं कि संतोष में ही सुख मिलता है।

5. ज्ञान का प्रकाश 🕯�
अज्ञान का अँधेरा दूर किया, ज्ञान का दीपक जलाया।
धर्म का मार्ग दिखाया, जीवन को सफल बनाया।
उनके उपदेशों में है, सच्ची राहों का बोध,
मिलता है उनसे प्रेरणा, हर मन को शुद्ध करे सोध।
अर्थ: उन्होंने अज्ञान के अंधेरे को दूर किया और ज्ञान का दीपक जलाया। उन्होंने धर्म का मार्ग दिखाया और जीवन को सफल बनाया। उनके उपदेशों में सच्ची राहों का ज्ञान है, उनसे प्रेरणा मिलती है जो हर मन को शुद्ध करती है।

6. समाज सेवा का भाव 🕊�
सिर्फ भक्ति ही नहीं थी, था समाज सेवा का भी भाव।
प्रेम और सद्भाव का, फैलाया उन्होंने प्रभाव।
सबको साथ ले चलने का, दिया उन्होंने संदेश,
उनके आदर्शों पर चलें, मिटा दें सारे क्लेश।
अर्थ: उनकी भक्ति ही नहीं, बल्कि समाज सेवा का भी भाव था। उन्होंने प्रेम और सद्भाव का प्रभाव फैलाया। उन्होंने सभी को साथ लेकर चलने का संदेश दिया। हम उनके आदर्शों पर चलें और सभी दुखों को मिटा दें।

7. अमर विरासत 🌟
उनकी यह पुण्यतिथि, हमें याद दिलाती है।
उनकी अमर विरासत, हमें राह दिखाती है।
कल्याणस्वामी का नाम, सदा रहेगा अमर,
उनकी शिक्षाएँ हमें दें, सुखमय जीवन का सबर।
अर्थ: उनकी यह पुण्यतिथि हमें याद दिलाती है। उनकी अमर विरासत हमें रास्ता दिखाती है। कल्याणस्वामी का नाम हमेशा अमर रहेगा, और उनकी शिक्षाएँ हमें सुखमय जीवन का धैर्य दें।

चित्र, प्रतीक और इमोजी
कविता के अर्थ और भावना को दर्शाने वाले चित्र, प्रतीक और इमोजी:

चित्र/प्रतीक:

उगता सूरज (नई शुरुआत, शांति) 🌅

हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए व्यक्ति (गुरुभक्ति) 🙏

डोमगाँव समाधि मंदिर (पावन धाम) 🏯

कमल का फूल (वैराग्य, शुद्धता) 🌸

जल रहा दीपक (ज्ञान का प्रकाश) 🕯�

हाथ मिलाते लोग (समाज सेवा, सद्भाव) 🤝

ऊपर उठता तीर (अमर विरासत, प्रेरणा) ⬆️

इमोजी:

🙏 प्रणाम/श्रद्धांजलि: भक्ति और सम्मान।

💖 चमकता दिल: गुरु के प्रति प्रेम।

🌟 चमकता तारा: ज्ञान और प्रेरणा।

🧘 ध्यान करता व्यक्ति: त्याग और वैराग्य।

🕊� शांति का प्रतीक: पवित्रता और सद्भाव।

🕯� मोमबत्ती: ज्ञान का प्रकाश।

🎉 पार्टी पॉपर: जीवन का उत्सव (साधना का आनंद)।

🕉� ओम का चिन्ह: आध्यात्मिक शक्ति।

इमोजी सारांश
🙏💖🌟🧘🕊�🕯�🎉🕉�

यह पुण्यतिथि हमें श्री कल्याणस्वामी के जीवन से प्रेरणा लेकर, अपने जीवन को अधिक सार्थक बनाने का अवसर दे।

--अतुल परब
--दिनांक-08.07.2025-मंगळवार.
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