जया-पार्वती व्रतारंभ: भक्तिभावपूर्ण कविता-🙏💖🌿👰‍♀️💑✨🕉️🔔🌟

Started by Atul Kaviraje, July 09, 2025, 10:34:22 AM

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Atul Kaviraje

जया-पार्वती व्रतारंभ: भक्तिभावपूर्ण कविता-

08 जुलाई 2025, मंगलवार को जया-पार्वती व्रतारंभ के पावन अवसर पर, डोमगाँव, परांडा की पवित्र भूमि को नमन करते हुए, एक भक्तिभावपूर्ण कविता:

1. सावन की शुभ बेला 🌅
सावन की शुभ बेला आई, जया-पार्वती का व्रत आया,
आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी को, पूजन का शुभ क्षण छाया।
शिव-शक्ति के मिलन का पर्व, जीवन में खुशियाँ लाता,
डोमगाँव की पावन भूमि पर, भक्ति का रंग छा जाता।
अर्थ: यह सावन की शुभ घड़ी है, जब जया-पार्वती व्रत शुरू होता है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को पूजा का शुभ समय आया है। शिव और शक्ति के मिलन का यह पर्व जीवन में खुशियाँ लाता है, और डोमगाँव की पवित्र भूमि पर भक्ति का रंग छा जाता है।

2. प्रेम की अटूट गाथा 💖
गौरी ने शिव को पाने को, कितने कष्ट उठाए थे,
तपस्या की घोर कठिन, प्रेम के पुष्प खिलाए थे।
इसीलिए यह व्रत पावन, प्रेम की राह दिखाता है,
मनचाहे वर की आस लिए, हर कन्या मन बहलाता है।
अर्थ: देवी गौरी ने भगवान शिव को पाने के लिए कितने कष्ट सहे थे, उन्होंने घोर तपस्या की और प्रेम के फूल खिलाए। इसीलिए यह व्रत पवित्र है और प्रेम का मार्ग दिखाता है, मनचाहे वर की आशा लिए हर कन्या का मन बहलाता है।

3. ज्वारे की यह कहानी 🌱
पाँच दिनों का यह तप है, अनाज का होता त्याग।
मूंग और जौ के ज्वारे, बोए जाते हर आगन।
नव जीवन का यह प्रतीक, विश्वास जगाता है,
शुद्धि और संयम से यह, जीवन को महकाता है।
अर्थ: यह पाँच दिनों का तप है, जिसमें अनाज का त्याग होता है। मूंग और जौ के ज्वारे हर आँगन में बोए जाते हैं। यह नए जीवन का प्रतीक है और विश्वास जगाता है। शुद्धि और संयम से यह व्रत जीवन को सुगंधित करता है।

4. सौभाग्य का यह वरदान 👰�♀️
विवाहिताएँ पति के हित, करती यह व्रत धारण।
दीर्घायु हो मेरे प्रियतम, यही करती है प्रार्थना।
घर में सुख और समृद्धि, संतान का वरदान मिले,
पार्वती माँ की कृपा से, हर कष्ट मिटे, हर फूल खिले।
अर्थ: विवाहित महिलाएँ पति के कल्याण के लिए यह व्रत धारण करती हैं। वे प्रार्थना करती हैं कि उनके प्रियतम की आयु लंबी हो। घर में सुख और समृद्धि मिले, संतान का वरदान प्राप्त हो। देवी पार्वती की कृपा से हर कष्ट मिटे और हर खुशी मिले।

5. पूजा का मधुर पल 🔔
सुबह सवेरे उठकर, शिव-पार्वती का ध्यान करें।
गंगाजल से स्नान कराएँ, धूप-दीप और नैवेद्य धरें।
भजन-कीर्तन गूँजें घर में, आरती की मधुर ध्वनि हो,
मन शांत हो जाए पल में, ऐसी भक्ति-रस की बनी हो।
अर्थ: सुबह जल्दी उठकर शिव-पार्वती का ध्यान करें। उन्हें गंगाजल से स्नान कराएँ, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। घर में भजन-कीर्तन गूँजे और आरती की मधुर ध्वनि हो। मन पल भर में शांत हो जाए, ऐसी भक्ति-रस से भरी हो।

6. विश्वास की यह शक्ति ✨
यह व्रत सिर्फ़ एक रस्म नहीं, यह विश्वास की है शक्ति।
जो मन से करता है अर्पण, मिलती उसे परम भक्ति।
नारी शक्ति का यह उत्सव, परंपरा का मान बढ़ाए,
भारतीय संस्कृति की गरिमा, हर दिल में जगाए।
अर्थ: यह व्रत केवल एक रस्म नहीं, बल्कि यह विश्वास की शक्ति है। जो मन से अर्पण करता है, उसे परम भक्ति मिलती है। नारी शक्ति का यह उत्सव परंपरा का सम्मान बढ़ाता है, और भारतीय संस्कृति की गरिमा हर दिल में जगाता है।

7. सुख-शांति का आशीष 🕉�
जया-पार्वती का आशीष मिले, जीवन में सुख-शांति आए।
हर बाधा हो दूर, हर मुश्किल पार हो जाए।
यह व्रत लाएगा खुशियाँ, हर घर में होगी नई भोर,
माता-पिता और गुरुजनों को, करें हम नमन बारंबार।
अर्थ: जया-पार्वती का आशीर्वाद मिले, जिससे जीवन में सुख और शांति आए। हर बाधा दूर हो और हर मुश्किल पार हो जाए। यह व्रत खुशियाँ लाएगा, और हर घर में नई सुबह होगी। माता-पिता और गुरुजनों को हम बार-बार नमन करें।

चित्र, प्रतीक और इमोजी
कविता के अर्थ और भावना को दर्शाने वाले चित्र, प्रतीक और इमोजी:

चित्र/प्रतीक:

उगता सूरज (नई भोर, शुभ बेला) 🌅

शिवलिंग और पार्वती की मूर्ति (प्रेम की अटूट गाथा) 🕉�

हरी पत्तियां/अंकुरित दाने (ज्वारे की कहानी, नव जीवन) 🌱

एक दुल्हन (सौभाग्य का वरदान) 👰�♀️

एक मंदिर में पूजा का दृश्य (पूजा का मधुर पल) 🔔

हाथ जोड़ते लोग (विश्वास की शक्ति) 🙏

हाथ में आशीर्वाद देते देवी-देवता (सुख-शांति का आशीष) ✨

इमोजी:

🙏 प्रणाम/भक्ति: श्रद्धा और प्रार्थना।

💖 चमकता दिल: प्रेम और वैवाहिक सुख।

🌿 अंकुर: वृद्धि और नवजीवन।

👰�♀️ दुल्हन: कुंवारी कन्याओं और विवाहित महिलाओं की कामना।

💑 जोड़ा: शिव-पार्वती के मिलन का प्रतीक।

✨ चमक: शुभता और दिव्य आशीर्वाद।

🕉� ओम का चिन्ह: शिव-पार्वती और आध्यात्मिकता।

🔔 घंटी: पूजा का वातावरण।

🌟 चमकता तारा: शुभता और दिव्य प्रकाश।

इमोजी सारांश
🙏💖🌿👰�♀️💑✨🕉�🔔🌟

जया-पार्वती व्रत के इस पावन अवसर पर, आपको ढेर सारी शुभकामनाएँ! यह व्रत आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए!

--अतुल परब
--दिनांक-08.07.2025-मंगळवार.
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