गाय प्रशंसा दिवस: भक्तिभावपूर्ण कविता-🐄🥛🚜♻️❤️✨🙏

Started by Atul Kaviraje, July 09, 2025, 10:35:57 AM

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Atul Kaviraje

गाय प्रशंसा दिवस: भक्तिभावपूर्ण कविता-

08 जुलाई 2025, मंगलवार को गाय प्रशंसा दिवस के पावन अवसर पर, गौमाता के चरणों में समर्पित एक भक्तिभावपूर्ण कविता:

1. गौमाता का सम्मान 🌅
आज का दिन है पावन, गौमाता का हम करें सम्मान,
आठ जुलाई है मंगल बेला, पूजें उसको, दें हम मान।
भारत की संस्कृति में, तू है जीवनदायिनी,
तेरे बिन अधूरा है जीवन, तू ही है कल्याणी।
अर्थ: आज का दिन पवित्र है, हम गौमाता का सम्मान करें। आठ जुलाई की यह मंगलमय वेला है, हम उसे पूजें और सम्मान दें। भारत की संस्कृति में, तू जीवनदायिनी है, तेरे बिना जीवन अधूरा है, तू ही कल्याण करने वाली है।

2. पोषण की तू है स्रोत 🥛
सुबह-शाम तू दूध पिलाए, देती हमें शक्ति महान।
घी, दही, माखन तेरे, हैं अमृत समान।
बच्चों को पोषण देती, वृद्धों को दे तू बल,
तेरी कृपा से ही मिलता, जीवन को हर पल।
अर्थ: सुबह-शाम तू दूध पिलाती है, हमें महान शक्ति देती है। तेरे घी, दही, और माखन अमृत के समान हैं। तू बच्चों को पोषण देती है और वृद्धों को बल प्रदान करती है। तेरी कृपा से ही जीवन को हर पल (पोषण) मिलता है।

3. खेतों की तू है साथी 🐂
हल खींचता तेरा बछड़ा, खेत को करता है तैयार।
गोबर की खाद से धरती, बनती है उपजाऊ अपार।
रसायन से मुक्ति देती, धरती का करती तू उपचार,
किसानों का तू है सच्चा मित्र, देती तू ही आधार।
अर्थ: तेरा बछड़ा हल खींचता है, खेत को तैयार करता है। गोबर की खाद से धरती बहुत उपजाऊ बनती है। तू रसायनों से मुक्ति देती है, धरती का उपचार करती है। किसानों की तू सच्ची मित्र है, तू ही उनका आधार है।

4. पर्यावरण का रक्षक 🌱
तेरे गोबर से बायोगैस बने, ऊर्जा का नया स्रोत।
धुआँ रहित चूल्हा जले, पर्यावरण को न कोई चोट।
वृक्षों को जीवन देती, जल को करती तू शुद्ध,
धरती माँ की रक्षा करती, तेरा यह दिव्य युद्ध।
अर्थ: तेरे गोबर से बायोगैस बनती है, जो ऊर्जा का नया स्रोत है। धुआँ रहित चूल्हा जलता है, पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता। तू वृक्षों को जीवन देती है, जल को शुद्ध करती है। धरती माँ की रक्षा करती है, यह तेरा दिव्य युद्ध है।

5. आरोग्य की आधारशिला 💖
तेरे गौमूत्र में शक्ति है, रोगों को हरती है तू।
आयुर्वेद की औषधियों में, तू ही तो दिखती है।
काया को दे आरोग्य, मन को दे तू शांति,
तेरी सेवा से मिलती, जीवन में परम क्रांति।
अर्थ: तेरे गौमूत्र में शक्ति है, तू रोगों को हरती है। आयुर्वेद की औषधियों में तू ही दिखती है। तू शरीर को स्वास्थ्य और मन को शांति देती है। तेरी सेवा से जीवन में परम क्रांति मिलती है।

6. भक्ति का प्रतीक 🙏
मंदिरों में तेरा वास है, तेरा ही नाम पुकारें हम।
गौसेवा से पुण्य मिलता, दूर होते सारे गम।
हर घर में तेरा पूजन हो, तेरा स्थान हो सर्वोपरि,
तेरी महिमा गाएँ हम, तेरी भक्ति में डूबकर।
अर्थ: मंदिरों में तेरा वास है, हम तेरा ही नाम पुकारते हैं। गौसेवा से पुण्य मिलता है, सारे दुख दूर होते हैं। हर घर में तेरी पूजा हो, तेरा स्थान सर्वोपरि हो। हम तेरी महिमा गाएँ, तेरी भक्ति में डूबकर।

7. संरक्षण का संकल्प 🌟
समय है अब समझने का, तेरे महत्व को जानें हम।
संरक्षण तेरा करें मिलकर, ये ही है हमारा धर्म।
गौशालाओं को दे सहारा, तेरी नस्लों को बढ़ाएँ हम,
हर जीव में देखें तुझको, ये ही है सबसे बड़ा कर्म।
अर्थ: अब समय है समझने का, हम तेरे महत्व को जानें। हम मिलकर तेरा संरक्षण करें, यही हमारा धर्म है। गौशालाओं को सहारा दें, तेरी नस्लों को बढ़ाएँ हम। हर जीव में तुझको देखें, यही सबसे बड़ा कर्म है।

चित्र, प्रतीक और इमोजी
कविता के अर्थ और भावना को दर्शाने वाले चित्र, प्रतीक और इमोजी:

चित्र/प्रतीक:

उगता सूरज (गौमाता का सम्मान) 🌅

दूध से भरा बर्तन (पोषण की तू है स्रोत) 🥛

खेत में काम करता बैल (खेतों की तू है साथी) 🐂

हरा-भरा पौधा (पर्यावरण का रक्षक) 🌱

स्वास्थ्य का प्रतीक (जैसे आयुर्वेदिक औषधि) 🌿

हाथ जोड़कर प्रार्थना (भक्ति का प्रतीक) 🙏

चमकता तारा (संरक्षण का संकल्प) 🌟

इमोजी:

🐄 गाय: गौमाता का प्रतिनिधित्व।

🥛 दूध का गिलास: पोषण और जीवन।

🚜 ट्रैक्टर/हल: कृषि और योगदान।

♻️ पुनर्चक्रण चिन्ह: पर्यावरण लाभ।

❤️ लाल दिल: भावनात्मक संबंध, प्रेम।

✨ चमक: दिव्यता और पवित्रता।

🙏 हाथ जोड़ना: श्रद्धा और सम्मान।

इमोजी सारांश
🐄🥛🚜♻️❤️✨🙏

इस गाय प्रशंसा दिवस पर, आइए हम गौमाता के प्रति अपनी श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त करें और उनके संरक्षण के लिए संकल्प लें।

--अतुल परब
--दिनांक-08.07.2025-मंगळवार.
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