श्री साईं बाबा: एकता का अमर गान 📜🙏🕉️☪️💖🗣️🕌🛕✨🤲💫🕊️🌐

Started by Atul Kaviraje, July 10, 2025, 10:14:55 PM

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Atul Kaviraje

श्री साईं बाबा: एकता का अमर गान 📜

शिरडी में आए, एक फकीर बाबा,
किसी को ना जाने, कहाँ से वे बाबा।
प्रेम और ज्ञान का, दिया सबको संदेश,
ना हिंदू ना मुस्लिम, ना कोई क्लेश।
अर्थ: शिरडी में एक फकीर बाबा आए, किसी को नहीं पता था वे कहाँ से आए थे। उन्होंने सबको प्रेम और ज्ञान का संदेश दिया, कहा कि न हिंदू है, न मुस्लिम, न कोई और झगड़ा है।

द्वारकामाई उनकी, मस्जिद थी प्यारी,
सब धर्म के लोग, आते थे बारी-बारी।
धुनि की वो ज्वाला, सदा जलती रहे,
उदी की कृपा से, हर संकट टले।
अर्थ: उनकी प्यारी द्वारकामाई एक मस्जिद थी, जहाँ सभी धर्मों के लोग बारी-बारी से आते थे। धुनि की वह ज्वाला हमेशा जलती रहती थी, और उदी की कृपा से हर संकट टल जाता था।

"सबका मालिक एक", ये वचन था उनका,
भेदभाव को मिटाते, यही था मर्म उनका।
कुरान पढ़ते थे, और गीता भी सुनाते,
प्रेम की बोली से, दिलों को मिलाते।
अर्थ: "सबका मालिक एक" उनका वचन था, भेदभाव को मिटाना ही उनका उद्देश्य था। वे कुरान पढ़ते थे और गीता भी सुनाते थे, प्रेम की भाषा से दिलों को मिलाते थे।

नमाज़ भी होती थी, और आरती भी गाते,
एक ही ईश्वर को, सब में दिखाते।
गरीबों को भोजन, बीमार को दवाई,
सेवा ही भक्ति थी, यही बाबा ने सिखाई।
अर्थ: नमाज़ भी होती थी और आरती भी गाई जाती थी, वे एक ही ईश्वर को सब में दिखाते थे। गरीबों को भोजन और बीमारों को दवाई देते थे, सेवा ही भक्ति थी, यही बाबा ने सिखाया।

अमीर-गरीब, या ऊँच-नीच कोई,
सबके लिए बाबा, थे एक ही जैसे।
भक्तों की भीड़ में, ना कोई अंतर था,
प्रेम और विश्वास का, यही तो मंत्र था।
अर्थ: अमीर-गरीब, या ऊँच-नीच कोई भी हो, बाबा सबके लिए एक जैसे थे। भक्तों की भीड़ में कोई अंतर नहीं था, प्रेम और विश्वास का यही तो मंत्र था।

आज भी शिरडी में, दिखता है ये जादू,
हिंदू-मुस्लिम आते, ना कोई है काबू।
एक ही कतार में, सब शीश झुकाते,
बाबा के चरणों में, शांति वो पाते।
अर्थ: आज भी शिरडी में यह जादू दिखता है, हिंदू-मुस्लिम बिना किसी रुकावट के आते हैं। एक ही कतार में सब सिर झुकाते हैं, और बाबा के चरणों में शांति पाते हैं।

अमर है बाबा, उनका संदेश है महान,
एकता और प्रेम से, बनें भारत की शान।
उनकी शिक्षाओं को, हम जीवन में अपनाएँ,
'सबका मालिक एक', ये जग को बताएँ।
अर्थ: बाबा अमर हैं, उनका संदेश महान है, एकता और प्रेम से भारत की शान बनें। उनकी शिक्षाओं को हम जीवन में अपनाएं, और "सबका मालिक एक" यह दुनिया को बताएं।

इमोजी सारांश: 📜🙏🕉�☪️💖🗣�🕌🛕✨🤲💫🕊�🌐

--अतुल परब
--दिनांक-10.07.2025-गुरुवार.
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