कविता - बाल श्रम और इसके विरुद्ध कानून 🚫🧒

Started by Atul Kaviraje, July 10, 2025, 10:33:10 PM

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Atul Kaviraje

दीर्घ हिंदी कविता - बाल श्रम और इसके विरुद्ध कानून 🚫🧒

बाल श्रम और इसके विरुद्ध कानून के महत्व पर एक सुंदर, अर्थपूर्ण और सरल कविता:

१. बचपन का दर्द 💔
बचपन के सपनों को, क्यों देते हैं मार?
छोटी उम्र में ही, क्यों करें ये काम?
हाथों में होनी कलम, क्यों उठाये औजार?
बाल श्रम है अभिशाप, क्यों करें ये अन्याय?
अर्थ: बच्चों के सपनों को क्यों कुचला जाता है? छोटी उम्र में ही क्यों उनसे काम कराया जाता है? उनके हाथों में कलम होनी चाहिए, क्यों वे औजार उठाते हैं? बाल श्रम एक अभिशाप है, यह अन्याय क्यों करें?

२. छीन लेता बचपन 😔
मिट्टी में सने हाथ, चेहरे पे उदासी,
खेलने की उम्र में, ढोते हैं वो बोझा भारी।
स्कूल का रास्ता, उन्हें ना दिखे,
गरीबी की आग में, बचपन ही सिके।
अर्थ: उनके हाथ मिट्टी से सने हैं, चेहरे पर उदासी है। खेलने की उम्र में वे भारी बोझ ढोते हैं। उन्हें स्कूल का रास्ता नहीं दिखता, गरीबी की आग में उनका बचपन ही जलता है।

३. कानून की पुकार ⚖️
कानून बना है, है अब ये अधिकार,
चौदह से कम उम्र, न हो कोई काम।
खतरनाक कामों से, बच्चों को बचाना,
ये है हमारी ज़िम्मेदारी, सबने ये ठानना।
अर्थ: कानून बन गया है, यह उनका अधिकार है। चौदह साल से कम उम्र के बच्चों से कोई काम नहीं कराया जाएगा। बच्चों को खतरनाक कामों से बचाना है, यह हमारी जिम्मेदारी है, हम सबने यह ठान लिया है।

४. स्वास्थ्य का खतरा 🤕
धूल-मिट्टी में काम, स्वास्थ्य पे असर,
बीमारियां घेरतीं, होता है हर डर।
छोटे से तन पर, भार ये भारी,
टूटेगी कमर, होगी बीमारी।
अर्थ: धूल-मिट्टी में काम करने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बीमारियां घेर लेती हैं और हर डर होता है। छोटे से शरीर पर यह भारी बोझ, कमर तोड़ देगा और बीमारियां पैदा करेगा।

५. शिक्षा का अधिकार 📚
शिक्षा है उनका, सबसे बड़ा शस्त्र,
ज्ञान से ही होगा, उनका भविष्य स्वस्थ।
कलम पकड़कर, वे आगे बढ़ें,
देश का नाम रोशन करें, ऊँचाइयां चढ़ें।
अर्थ: शिक्षा उनका सबसे बड़ा हथियार है, ज्ञान से ही उनका भविष्य स्वस्थ होगा। कलम पकड़कर वे आगे बढ़ें और देश का नाम रोशन करें, ऊंचाइयों को छूएं।

६. समाज का कर्तव्य 🤝
समाज को भी है, अब जागना होगा,
बाल श्रम के खिलाफ, आवाज़ देना होगा।
हर बच्चे को मिले, सुरक्षा और प्यार,
बनेगा तभी तो, एक नया संसार।
अर्थ: समाज को अब जागना होगा और बाल श्रम के खिलाफ आवाज उठानी होगी। हर बच्चे को सुरक्षा और प्यार मिले, तभी एक नया संसार बनेगा।

७. आओ करें संकल्प 🌍
आओ हम सब मिलकर, लें ये संकल्प,
हर बच्चे को दें, खुशहाल बचपन का विकल्प।
बाल श्रम को मिटाएं, करें ये वादा,
तभी तो बनेगी, भारत की मर्यादा।
अर्थ: आओ हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हर बच्चे को खुशहाल बचपन का विकल्प दें। बाल श्रम को मिटाएं, यह वादा करें, तभी भारत की मर्यादा बनेगी।

बाल श्रम मुक्त समाज बनाने के लिए हम सब मिलकर प्रयास करें। 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-11.07.2025-शुक्रवार.
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