जया-पार्वती व्रत समापन-🙏🌺✨🗓️💖💍🌿🌙🕉️🔔📖💧🍬🏡👨‍👩‍👧‍👦🌸

Started by Atul Kaviraje, July 13, 2025, 10:26:53 PM

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Atul Kaviraje

जया-पार्वती व्रत समापन (एक दीर्घ भक्तिपूर्ण हिंदी कविता)

1. आज है शुभ दिन, तेरह जुलाई, रविवार है आया, 🗓�
जया-पार्वती व्रत का, समापन पर्व है छाया। ✨
पाँच दिवस की तपस्या का, फल मिलने का अवसर,
माँ पार्वती और शिव का, आशीर्वाद हो सब पर। 🙏

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

आज है शुभ दिन, तेरह जुलाई, रविवार है आया: आज तेरह जुलाई, रविवार का शुभ दिन आया है।

जया-पार्वती व्रत का, समापन पर्व है छाया: जया-पार्वती व्रत का समापन पर्व छाया हुआ है।

पाँच दिवस की तपस्या का, फल मिलने का अवसर: यह पाँच दिनों की तपस्या का फल मिलने का अवसर है।

माँ पार्वती और शिव का, आशीर्वाद हो सब पर: माँ पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद सब पर हो।

2. सुहागिनों ने व्रत रखा, पति की लंबी आयु को, 💖
कन्याओं ने भी माँगा वर, शुभ जीवन की वायु को। 💍
मिट्टी के गौरी-शंकर, पूजे हर दिन भक्ति से,
जवारों को सींचा जल से, पूर्ण श्रद्धा की शक्ति से। 🌿

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

सुहागिनों ने व्रत रखा, पति की लंबी आयु को: विवाहित महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा।

कन्याओं ने भी माँगा वर, शुभ जीवन की वायु को: अविवाहित लड़कियों ने भी अच्छे जीवनसाथी और शुभ जीवन की कामना की।

मिट्टी के गौरी-शंकर, पूजे हर दिन भक्ति से: हर दिन मिट्टी के गौरी-शंकर की भक्ति से पूजा की गई।

जवारों को सींचा जल से, पूर्ण श्रद्धा की शक्ति से: जवारों को जल से सींचा गया, पूरी श्रद्धा और शक्ति के साथ।

3. निराहार रहकर, फल खाकर, निभाई ये कठिन साधना, 🌙
एकनिष्ठ मन से की है, हर पल सच्ची आराधना।
तप, त्याग और धैर्य का, यह अनुपम उदाहरण,
पार्वती माँ ने दिया है, शिव को पाकर स्वयं। 🕉�

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

निराहार रहकर, फल खाकर, निभाई ये कठिन साधना: निराहार रहकर या फल खाकर यह कठिन साधना निभाई गई।

एकनिष्ठ मन से की है, हर पल सच्ची आराधना: एकनिष्ठ मन से हर पल सच्ची आराधना की गई है।

तप, त्याग और धैर्य का, यह अनुपम उदाहरण: यह तपस्या, त्याग और धैर्य का एक अद्भुत उदाहरण है।

पार्वती माँ ने दिया है, शिव को पाकर स्वयं: पार्वती माँ ने शिव को प्राप्त करके स्वयं यह उदाहरण प्रस्तुत किया है।

4. रात भर जागरण आज है, भजन-कीर्तन की ध्वनि है, 🔔
व्रत कथाएँ गूँज रही हैं, हर मन में पावन पुनि है।
पार्वती जी के संघर्ष की, हर कहानी सुनते हैं,
शिव से मिलन की उनकी, तपस्या को गुनते हैं। 📖

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

रात भर जागरण आज है, भजन-कीर्तन की ध्वनि है: आज रात भर जागरण है, और भजन-कीर्तन की आवाजें हैं।

व्रत कथाएँ गूँज रही हैं, हर मन में पावन पुनि है: व्रत की कहानियाँ गूँज रही हैं, हर मन में पवित्रता है।

पार्वती जी के संघर्ष की, हर कहानी सुनते हैं: पार्वती जी के संघर्ष की हर कहानी सुनते हैं।

शिव से मिलन की उनकी, तपस्या को गुनते हैं: शिव से उनके मिलन की तपस्या का स्मरण करते हैं।

5. जवारों का विसर्जन होगा, नदिया में या जलाशय में, 💧
पूर्ण हुआ है व्रत हमारा, विश्वास है हृदय में।
प्रसाद वितरित होगा अब, शुद्ध और सात्विक आहार,
खुशियों से भर जाए जीवन, माँ देंगी सच्चा प्यार। 🍬

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

जवारों का विसर्जन होगा, नदिया में या जलाशय में: जवारों का विसर्जन नदी या जलाशय में होगा।

पूर्ण हुआ है व्रत हमारा, विश्वास है हृदय में: हमारा व्रत पूर्ण हो गया है, यह विश्वास हृदय में है।

प्रसाद वितरित होगा अब, शुद्ध और सात्विक आहार: अब प्रसाद वितरित होगा, जो शुद्ध और सात्विक आहार है।

खुशियों से भर जाए जीवन, माँ देंगी सच्चा प्यार: जीवन खुशियों से भर जाए, माँ सच्चा प्यार देंगी।

6. घर-घर में उत्सव का माहौल, पवित्रता है छाई, 🏡
पीढ़ियों से चली आ रही, ये अनुपम रीति भाई।
संस्कारों की ये धारा, अटूट बनी रहे सदा,
जीवन में सुख-शांति रहे, हर पल, हर क्षण कदा। 👨�👩�👧�👦

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

घर-घर में उत्सव का माहौल, पवित्रता है छाई: हर घर में उत्सव का माहौल है, पवित्रता फैली हुई है।

पीढ़ियों से चली आ रही, ये अनुपम रीति भाई: यह अद्भुत परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है।

संस्कारों की ये धारा, अटूट बनी रहे सदा: संस्कारों की यह धारा हमेशा अटूट बनी रहे।

जीवन में सुख-शांति रहे, हर पल, हर क्षण कदा: जीवन में हर पल, हर क्षण सुख-शांति रहे।

7. हे माँ गौरी, हे शिव शंकर, सुनो हमारी पुकार, 🙏
आशीष दो अपने भक्तों को, कर दो बेड़ा पार।
जया-पार्वती व्रत का फल, सभी को आज मिले,
जीवन सुखमय हो सबका, आनंद के फूल खिले। 🌸

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

हे माँ गौरी, हे शिव शंकर, सुनो हमारी पुकार: हे माँ गौरी, हे शिव शंकर, हमारी पुकार सुनो।

आशीष दो अपने भक्तों को, कर दो बेड़ा पार: अपने भक्तों को आशीर्वाद दो, उनका उद्धार करो।

जया-पार्वती व्रत का फल, सभी को आज मिले: जया-पार्वती व्रत का फल आज सभी को मिले।

जीवन सुखमय हो सबका, आनंद के फूल खिले: सबका जीवन सुखमय हो, और आनंद के फूल खिलें।

कविता का इमोजी सारांश: 🙏🌺✨🗓�💖💍🌿🌙🕉�🔔📖💧🍬🏡👨�👩�👧�👦🌸

--अतुल परब
--दिनांक-13.07.2025-रविवार.
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