बुद्ध और उनकी शिक्षा पद्धति - कविता-🙏🌳🧘‍♂️😔➡️💡❤️🕊️🤔🔎🌍🗣️✨💖

Started by Atul Kaviraje, July 16, 2025, 10:06:53 PM

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Atul Kaviraje

बुद्ध और उनकी शिक्षा पद्धति -  कविता-

ज्ञान की खोज में, छोड़ा राजपाट,
सिद्धार्थ ने पाया, आत्म-सपाट।
बोधगया में जब ज्ञान हुआ,
दुख से मुक्ति का मार्ग मिला।
🙏🌳
अर्थ: राजकुमार सिद्धार्थ ने ज्ञान की तलाश में अपना राज्य छोड़ दिया। बोधगया में उन्हें आत्मज्ञान प्राप्त हुआ और उन्होंने दुखों से मुक्ति का मार्ग खोजा।

मध्य मार्ग की बात सिखाई,
अति से दूर रहने की राह दिखाई।
न ज्यादा भोग, न ज्यादा तप,
संतुलन में ही सुख का है जप।
🧘�♂️
अर्थ: बुद्ध ने मध्य मार्ग का उपदेश दिया, जिसमें अत्यधिक सुख या अत्यधिक तपस्या से दूर रहने की बात कही गई। उन्होंने सिखाया कि संतुलन में ही सच्चा सुख है।

चार सत्य का ज्ञान दिया,
दुख का कारण हमें बताया।
फिर निवारण का पथ भी कहा,
अष्टांगिक मार्ग से सुख जगा।
😔➡️💡
अर्थ: बुद्ध ने चार आर्य सत्य सिखाए, दुख के कारण को समझाया, और फिर अष्टांगिक मार्ग के माध्यम से दुख से मुक्ति का मार्ग बताया।

अहिंसा का पाठ है गहरा,
प्रेम से हर मन को घेरा।
करुणा का भाव मन में लाएं,
सब जीव पर दया दिखाएं।
❤️🕊�
अर्थ: उन्होंने अहिंसा के गहरे सिद्धांत का उपदेश दिया, जिसमें सभी जीवों के प्रति प्रेम और दया का भाव रखने की बात कही गई है।

सवाल पूछो, खुद परखो,
बात मेरी यूँ न बस रटो।
अपने विवेक को जगाओ,
सत्य की राह खुद ही पाओ।
🤔🔎
अर्थ: बुद्ध ने अपने शिष्यों को उनके उपदेशों पर स्वयं प्रश्न उठाने और अपनी बुद्धि से सत्य को खोजने के लिए प्रोत्साहित किया।

भेद न कोई, न जाति-धर्म,
सबको मुक्ति का है ये मर्म।
सरल वाणी, सीधा उपदेश,
ज्ञान फैलाया हर एक देश।
🌍🗣�
अर्थ: उनकी शिक्षाएँ सार्वभौमिक थीं, बिना किसी जाति या धर्म के भेदभाव के। उन्होंने सरल भाषा में अपने उपदेश दिए और ज्ञान को हर जगह फैलाया।

निर्वाण की है वो परम शांति,
तृष्णा मिटे, दूर हो भ्रांति।
बुद्धं शरणं गच्छामि कहता मन,
जीवन हो निर्मल, पावन तन।
✨💖
अर्थ: निर्वाण परम शांति की वह अवस्था है जहाँ तृष्णा और भ्रम समाप्त हो जाते हैं। मेरा मन बुद्ध की शरण में जाता है, जिससे जीवन पवित्र और निर्मल हो जाता है।

संक्षेप में इमोजी: 🙏🌳🧘�♂️😔➡️💡❤️🕊�🤔🔎🌍🗣�✨💖

--अतुल परब
--दिनांक-16.07.2025-बुधवार.
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