रामजीबाबा पुण्यतिथि पर हिंदी कविता-🪔🌸🙏🕊️📚🌅🧑‍🦳

Started by Atul Kaviraje, July 16, 2025, 10:29:58 PM

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Atul Kaviraje

रामजीबाबा पुण्यतिथि पर हिंदी कविता-

आज है पुण्यतिथि उस संत महान की,
रामजीबाबा नाम, जिनकी है पहचान की।
मोर्शी की पावन धरती पर, जन्मे थे वे,
सेवा भाव से जीवन सारा, धन्य किया वे।
अर्थ: आज उस महान संत की पुण्यतिथि है, जिनका नाम रामजीबाबा है। वे मोर्शी की पवित्र धरती पर पैदा हुए थे, और उन्होंने सेवा भाव से अपना पूरा जीवन धन्य किया।

त्याग और भक्ति का वो अद्भुत मेल,
करुणा की उनकी धारा, था प्रेम का खेल।
हर प्राणी में देखा ईश्वर का रूप,
बांटा उन्होंने सुख, हर दुख का धूप।
अर्थ: वे त्याग और भक्ति का अद्भुत संगम थे, उनकी करुणा की धारा प्रेम का खेल थी। उन्होंने हर प्राणी में ईश्वर का रूप देखा, और सभी के सुख को बांटा, हर दुख को दूर किया।

भेदभाव की दीवारें, उन्होंने तोड़ी,
समानता का बीज, जन-जन में बोया।
अंधविश्वास को दूर किया, ज्ञान की ज्योत जलाई,
उनके वचनों से, हर आत्मा प्रकाशित पाई।
अर्थ: उन्होंने भेदभाव की दीवारों को तोड़ा, और समानता का बीज हर व्यक्ति में बोया। उन्होंने अंधविश्वास को दूर किया और ज्ञान की ज्योति जलाई, उनके वचनों से हर आत्मा ने प्रकाश पाया।

कर्म ही धर्म है, सिखाया उन्होंने,
हर कर्तव्य को निष्ठा से निभाया उन्होंने।
सादगी उनके जीवन का था आधार,
संतोष में ही पाया, सच्चा संसार।
अर्थ: उन्होंने सिखाया कि कर्म ही धर्म है, और हर कर्तव्य को निष्ठा से निभाया। सादगी उनके जीवन का आधार थी, और उन्होंने संतोष में ही सच्चा संसार पाया।

मोर्शी का धाम, पावन है आज भी,
बाबा की कृपा, बरसती है आज भी।
श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं भक्त,
उनकी याद में, हर मन है लिप्त।
अर्थ: मोर्शी का धाम आज भी पवित्र है, और बाबा की कृपा आज भी बरसती है। भक्त श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं, उनकी याद में हर मन डूबा हुआ है।

प्रेरणा बन कर वे, आज भी जीवित हैं,
उनके आदर्शों से, हम सब सीखते हैं।
चलो आज हम भी, यह प्रण करें,
बाबा के मार्ग पर, जीवन को संवारें।
अर्थ: वे आज भी प्रेरणा बनकर जीवित हैं, हम सब उनके आदर्शों से सीखते हैं। आओ आज हम भी यह प्रण करें, कि बाबा के मार्ग पर चलकर अपने जीवन को संवारें।

पुण्यतिथि यह उनकी, याद दिलाती है,
सेवा, भक्ति और प्रेम का पाठ सिखाती है।
रामजीबाबा अमर रहें, यह हमारी कामना,
उनके चरणों में शत-शत नमन, यही है भावना।
अर्थ: उनकी यह पुण्यतिथि हमें याद दिलाती है, और सेवा, भक्ति और प्रेम का पाठ सिखाती है। रामजीबाबा अमर रहें, यही हमारी कामना है, उनके चरणों में शत-शत नमन, यही हमारी भावना है।

कविता का संक्षिप्त अर्थ
यह कविता रामजीबाबा की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती है। इसमें उनके त्याग, भक्ति, समानता, कर्मयोग और सादगी के गुणों का वर्णन किया गया है। कविता भक्तों द्वारा उनके प्रति श्रद्धा और उनके आदर्शों को अपनाने के संकल्प को दर्शाती है, और यह प्रार्थना करती है कि उनकी शिक्षाएं हमेशा मार्गदर्शक बनी रहें।

कविता के लिए प्रतीक और इमोजी
दीपक/दिया: 🪔 ज्ञान और भक्ति।

कमल का फूल: 🌸 पवित्रता और आध्यात्मिक विकास।

हाथ जोड़ना: 🙏 सम्मान और प्रार्थना।

शांति का प्रतीक (कबूतर): 🕊� शांति और सद्भाव।

ज्ञान का प्रतीक (पुस्तक): 📚 शिक्षाएं और आदर्श।

आत्मा का प्रतीक (उगता सूरज): 🌅 नई शुरुआत और प्रकाश।

गुरु/संत का चित्र: 🧑�🦳 बाबा का स्मरण।

कविता का इमोजी सारांश
🪔🌸🙏🕊�📚🌅🧑�🦳

--अतुल परब
--दिनांक-16.07.2025-बुधवार.
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