संत नामदेव महाराज संजीवन समाधि सोहला-🌷 नामदेवांचे दिव्य स्मरण 🌷🙏🎶🚩👑🤝💖📚

Started by Atul Kaviraje, July 22, 2025, 10:25:26 PM

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Atul Kaviraje

संत नामदेव महाराज संजीवन समाधि सोहला पर भक्तिमय हिंदी कविता-

🌷 नामदेवांचे दिव्य स्मरण 🌷

१.
२२ जुलाई का पावन दिन, पंढरपुर में आज,
नामदेव महाराज की समाधि, गूँजे भक्ति का राज।
विठ्ठल-विठ्ठल नाम जपते, भरते जीवन में साज़,
हर भक्त की आँख में भक्ति, मुख पर प्रभु का ताज।
(अर्थ: २२ जुलाई का पवित्र दिन, आज पंढरपुर में है। नामदेव महाराज की समाधि पर भक्ति का राज गूँज रहा है। विठ्ठल-विठ्ठल नाम जपते हुए जीवन में संगीत भरता है, हर भक्त की आँख में भक्ति और मुख पर प्रभु का तेज है।)
🙏🎶🚩👑

२.
ज्ञानदेव के साथी थे, भक्ति की अलख जगाई,
वारकरी संप्रदाय को, उन्होंने राह दिखाई।
जाति-भेद मिटाकर, समता का पाठ पढ़ाया,
हर एक जीव में प्रभु को, देखना सिखाया।
(अर्थ: वे संत ज्ञानेश्वर के साथी थे, उन्होंने भक्ति की अलख जगाई। उन्होंने वारकरी संप्रदाय को राह दिखाई। जाति-भेद मिटाकर समानता का पाठ पढ़ाया, हर एक जीव में प्रभु को देखना सिखाया।)
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३.
पायरी पे समाधि ली, विठ्ठल चरणों का दास,
सदैव रहे प्रभु के पास, यह थी उनकी आस।
अखंड नामस्मरण की, दी थी ऐसी लगन,
हर पल विठ्ठल नाम रटे, हर मन, हर जन।
(अर्थ: उन्होंने मंदिर की सीढ़ी पर समाधि ली, विठ्ठल के चरणों के दास के रूप में। हमेशा प्रभु के पास रहना, यही उनकी आशा थी। अखंड नामस्मरण की ऐसी लगन दी थी, कि हर मन, हर जन हर पल विठ्ठल नाम जपे।)
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४.
अभंगों की धारा बहती, कीर्तन की गूँज उठती,
भक्ति के सागर में, हर आत्मा डूबती।
मन को मिलती शांति, मिटते सारे भ्रम,
नामदेव की कृपा से, जीवन हो जाता नरम।
(अर्थ: अभंगों की धारा बहती है, कीर्तन की गूँज उठती है। भक्ति के सागर में हर आत्मा डूबती है। मन को शांति मिलती है, सारे भ्रम मिट जाते हैं। नामदेव की कृपा से जीवन नरम हो जाता है।)
🎤🌊😌

५.
सादा जीवन, उच्च विचार, थे उनके कर्म,
निर्भीड वाणी से कहते, हर धर्म में है धर्म।
समाज सेवा का भाव, था उनके रग-रग में,
ईश्वर भक्ति का मार्ग, दिखाया हर जग में।
(अर्थ: सादा जीवन, उच्च विचार उनके कर्म थे। निर्भीक वाणी से कहते थे कि हर धर्म में धर्म है। समाज सेवा का भाव उनके रोम-रोम में था, उन्होंने हर जगह ईश्वर भक्ति का मार्ग दिखाया।)
💪🌟🌍

६.
आज भी पंढरपुर में, उनकी याद आती है,
नामदेव पायरी पे, हर भक्त शीश नवाता है।
उनकी शिक्षाओं को अपनाएँ, यही है सच्ची भक्ति,
जीवन में आए सुख-शांति, मिले आत्मिक शक्ति।
(अर्थ: आज भी पंढरपुर में उनकी याद आती है, नामदेव पायरी पर हर भक्त शीश झुकाता है। उनकी शिक्षाओं को अपनाना ही सच्ची भक्ति है, जिससे जीवन में सुख-शांति आए और आत्मिक शक्ति मिले।)
🌸🙏💖

७.
प्रार्थना है प्रभु से, मिले नामदेव का ज्ञान,
भक्ति की राह पर चलें, हर एक इंसान।
पुण्यतिथी पर यही कामना, मोक्ष मिले, परम सुख,
उनके आशीर्वाद से, मिटे हर दुःख।
(अर्थ: प्रभु से यही प्रार्थना है कि नामदेव का ज्ञान मिले, हर एक इंसान भक्ति की राह पर चले। पुण्यतिथी पर यही कामना है कि मोक्ष मिले, परम सुख मिले, उनके आशीर्वाद से हर दुःख मिटे।)
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✨ इमोजी सारांश ✨
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--अतुल परब
--दिनांक-22.07.2025-मंगळवार.
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