श्री महालक्ष्मी संस्थान जत्रा- 🌷 महालक्ष्मी की महिमा-🙏🎶👑✨🌸🔔🛐💖🚶‍♀️🚶‍♂️

Started by Atul Kaviraje, July 22, 2025, 10:27:13 PM

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Atul Kaviraje

श्री महालक्ष्मी संस्थान जात्रा पर भक्तिमय हिंदी कविता-

🌷 महालक्ष्मी की महिमा 🌷

१.
२२ जुलाई, मंगलवार है, आया शुभ दिन आज,
सालशेत-कोलवा में, महालक्ष्मी का राज।
जात्रा का यह सोहला, भक्तों के मन में साज़,
मैया के चरणों में पाते, जीवन का हर काज।
(अर्थ: २२ जुलाई, मंगलवार का शुभ दिन आज आया है, सालशेत-कोलवा में महालक्ष्मी का राज है। यह जात्रा का उत्सव भक्तों के मन में संगीत भरता है, मैया के चरणों में जीवन के हर कार्य पूरे होते हैं।)
🙏🎶👑✨

२.
धवल वस्त्रा में मैया, कमल आसन पर बिराजे,
हाथों में पद्म, धन-धान्य, देती भक्तों को साजे।
मंदिर की घंटियाँ गूँजे, वातावरण भक्तिमय,
हर आँख में श्रद्धा है, हर मन में विनय।
(अर्थ: सफेद वस्त्रों में मैया कमल के आसन पर विराजमान हैं, हाथों में पद्म और धन-धान्य लिए भक्तों को सजाती हैं। मंदिर की घंटियाँ गूँज रही हैं, वातावरण भक्तिमय है, हर आँख में श्रद्धा और हर मन में विनम्रता है।)
🌸🔔🛐💖

३.
दूर-दूर से आते, भक्तगण यहाँ सारे,
मैया के दर्शन को, करते जयकारे।
अपनी मनोकामनाएँ, ले आते हैं सारे,
मैया की कृपा से, होते सब न्यारे।
(अर्थ: दूर-दूर से सारे भक्तगण यहाँ आते हैं, मैया के दर्शन को जयकारे लगाते हैं। वे अपनी मनोकामनाएँ लेकर आते हैं, मैया की कृपा से सभी विशेष हो जाते हैं।)
🚶�♀️🚶�♂️📢🌟

४.
प्रसाद बँटता है यहाँ, और लगता है भंडारा,
भूखे-प्यासे को मिलता, अन्न का सहारा।
सेवा भाव से सब मिलकर, करते हैं ये काम,
महालक्ष्मी की कृपा से, मिलता है आराम।
(अर्थ: यहाँ प्रसाद बँटता है और भंडारा लगता है, भूखे-प्यासे को अन्न का सहारा मिलता है। सेवा भाव से सब मिलकर यह काम करते हैं, महालक्ष्मी की कृपा से आराम मिलता है।)
🍲🤝😊

५.
अंधकार मिटाती मैया, फैलाती ज्ञान का प्रकाश,
हर दुख दूर करती, देती मन को आश्वास।
जीवन में सुख-समृद्धि, करती हैं भरपूर,
महालक्ष्मी की शक्ति से, होता है हर भ्रम चूर।
(अर्थ: मैया अंधकार मिटाती हैं और ज्ञान का प्रकाश फैलाती हैं, हर दुख दूर करती हैं और मन को आश्वासन देती हैं। वे जीवन में सुख-समृद्धि भर देती हैं, महालक्ष्मी की शक्ति से हर भ्रम चूर हो जाता है।)
💡🌈😌💪

६.
जात्रा का यह उत्सव, परंपरा का मान,
पीढ़ी दर पीढ़ी चलता, संस्कृति का गान।
हर वर्ष आता है यह दिन, खुशियों का संसार,
महालक्ष्मी की कृपा से, जीवन में बहार।
(अर्थ: यह जात्रा का उत्सव परंपरा का सम्मान है, पीढ़ी दर पीढ़ी संस्कृति का गान चलता है। हर साल यह दिन आता है, खुशियों का संसार लाता है, महालक्ष्मी की कृपा से जीवन में बहार आती है।)
🎉传承🎊

७.
प्रार्थना है मैया से, बनी रहे तेरी कृपा,
घर-घर में समृद्धि हो, दूर हो हर विरपा।
२२ जुलाई को पूजें हम, देवी महालक्ष्मी को,
आशीर्वाद दो मैया, भर दो हर खुशी से हमको।
(अर्थ: मैया से प्रार्थना है कि तेरी कृपा बनी रहे, घर-घर में समृद्धि हो, हर विपत्ति दूर हो। २२ जुलाई को हम देवी महालक्ष्मी को पूजते हैं, मैया हमें आशीर्वाद दो और हर खुशी से भर दो।)
🙌🏡💰💖

✨ इमोजी सारांश ✨
🙏🎶👑✨🌸🔔🛐💖🚶�♀️🚶�♂️📢🌟🍲🤝😊💡🌈😌💪🎉传承🎊🙌🏡

--अतुल परब
--दिनांक-22.07.2025-मंगळवार.
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