हिंदी कविता: ज़ेबरा की धारीदार दुनिया 🦓🌌

Started by Atul Kaviraje, July 31, 2025, 06:25:36 PM

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Atul Kaviraje

हिंदी कविता: ज़ेबरा की धारीदार दुनिया 🦓🌌

चरण 1: अफ्रीका का गौरव
अफ्रीका के मैदानों में, एक अद्भुत प्राणी, 🌍🦓
धारीदार शरीर, उसकी ही कहानी।
घोड़े का भाई वो, पर अलग पहचान, 🐴✨
ज़ेबरा है नाम उसका, अद्भुत है शान।
अर्थ: अफ्रीका के मैदानों में एक अद्भुत प्राणी रहता है, जिसका धारीदार शरीर उसकी कहानी कहता है। वह घोड़े का भाई है, पर उसकी पहचान अलग है। उसका नाम ज़ेबरा है और उसकी शान अद्भुत है।

चरण 2: धारियों का रहस्य
काली और सफेद, ये धारियां न्यारी, ⚫⚪
कोई न जाने, क्यों इतनी प्यारी।
छलावरण करती, या गर्मी हटाती, 🌳🌡�
कीड़े-मकोड़ों को, है दूर भगाती।
अर्थ: उसकी काली और सफेद धारियां अनोखी हैं, और यह कोई नहीं जानता कि वे इतनी प्यारी क्यों हैं। वे छलावरण का काम करती हैं या गर्मी दूर करती हैं, और कीड़े-मकोड़ों को भी दूर भगाती हैं।

चरण 3: घास का भोजन
घास ही भोजन, जल की तलाश, 🌿💧
सवाना में करते, अक्सर निवास।
झुंड में ये रहते, मिलजुल के सारे, 🤝👨�👩�👧�👦
खतरा हो जब भी, बचते किनारे।
अर्थ: घास उनका भोजन है और वे पानी की तलाश में रहते हैं। वे अक्सर सवाना में रहते हैं। वे झुंड में मिलकर रहते हैं और जब भी खतरा होता है, तो किनारे हो जाते हैं (खुद को बचाते हैं)।

चरण 4: सामाजिक स्वभाव
परिवार में रहते, मादा और नर, 👨�👩�👧�👦
सुरक्षा मिलती, ना कोई डर।
बच्चे भी उनके, तुरंत खड़े हों, 👶🏃�♀️
जीवन के पथ पर, आगे बढ़ें वो।
अर्थ: वे परिवार में नर और मादा के साथ रहते हैं, जिससे उन्हें सुरक्षा मिलती है और कोई डर नहीं होता। उनके बच्चे भी तुरंत खड़े होकर जीवन के पथ पर आगे बढ़ते हैं।

चरण 5: शिकारियों से बचाव
शेर और लकड़बग्घे, उनके शिकारी, 🦁🐾
भागते हैं ये जब, जान पे बनारी।
तेज इनकी रफ्तार, किक भी है भारी, ⚡🦵
अपनी सुरक्षा, करें खुद ही सारी।
अर्थ: शेर और लकड़बग्घे उनके शिकारी हैं। जब जान पर बन आती है, तो वे तेजी से भागते हैं। उनकी रफ्तार तेज होती है और उनकी किक भी बहुत मजबूत होती है, वे अपनी सुरक्षा खुद ही करते हैं।

चरण 6: खतरे में जीवन
मानव के कारण, खतरे में अब हैं, 😥🏞�
लुप्तप्राय प्रजाति, बनती है अब।
निवास खो रहा, शिकार भी जारी, 🏹
संरक्षण की है अब, बहुत तैयारी।
अर्थ: मानव गतिविधियों के कारण अब वे खतरे में हैं। कुछ प्रजातियां लुप्तप्राय बन रही हैं। उनका निवास स्थान खो रहा है और शिकार भी जारी है, इसलिए अब उनके संरक्षण के लिए बहुत तैयारी की जा रही है।

चरण 7: अद्वितीय पहचान
हर ज़ेबरा की, धारियां अलग हों, ✨🆔
जैसे इंसानों की, उंगलियाँ अलग हों।
अद्भुत ये प्राणी, प्रकृति का दान, 🎁🌍
रखें इसे सुरक्षित, करें सम्मान।
अर्थ: हर ज़ेबरा की धारियां अलग-अलग होती हैं, जैसे इंसानों की उंगलियां अलग होती हैं। यह प्राणी अद्भुत है और प्रकृति का एक दान है। हमें इसे सुरक्षित रखना चाहिए और इसका सम्मान करना चाहिए।

--अतुल परब
--दिनांक-31.07.2025-गुरुवार.
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