पार्श्वनाथ का पावन निर्वाण- 🌟 पार्श्व प्रभु की जय हो 🌟

Started by Atul Kaviraje, July 31, 2025, 10:18:19 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

हिंदी कविता: पार्श्वनाथ का पावन निर्वाण-

🌟 पार्श्व प्रभु की जय हो 🌟

१.
आज पावन दिन आया है,
पार्श्व प्रभु का निर्वाण दिवस आया है।
सम्मेद शिखर की पावन भूमि से,
ज्ञान की ज्योति आज भी चमका रहा है।
अर्थ: आज पवित्र दिन है, भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण दिवस आया है। सम्मेद शिखर की पवित्र भूमि से उनकी ज्ञान की ज्योति आज भी चमक रही है।

२.
अहिंसा का पाठ पढ़ाया,
सत्य का मार्ग दिखाया।
अस्तेय और अपरिग्रह का संदेश,
दिया जग को अनुपम संदेश।
अर्थ: उन्होंने अहिंसा का पाठ पढ़ाया और सत्य का मार्ग दिखाया। उन्होंने जगत को चोरी न करने और आवश्यकता से अधिक संग्रह न करने का अनुपम संदेश दिया।

३.
राज सुख त्याग, वन में विचारे,
कठोर तप से कर्म संहारे।
काया को तपाया, मन को जीता,
मोक्ष की राह पर चला प्रणीता।
अर्थ: उन्होंने राज सुख त्याग दिया और वन में विचरण किया, कठोर तपस्या से अपने कर्मों का नाश किया। शरीर को तपाया, मन को जीता और मोक्ष के मार्ग पर चले।

४.
सर्प फन पर छाया देवे,
क्रोध को भी शांत कर देवे।
ज्ञान की वर्षा हर ओर फैले,
दुख-दारिद्र्य सब दूर करे।
अर्थ: सर्प उनके फन पर छाया करता है, वे क्रोध को भी शांत कर देते हैं। ज्ञान की वर्षा हर ओर फैलती है, और वे सभी दुख-गरीबी को दूर करते हैं।

५.
सम्यक दर्शन, ज्ञान, चरित्र,
जैन धर्म के ये तीन पवित्र।
पार्श्व प्रभु ने हमें सिखाया,
आत्म-शुद्धि का मार्ग दिखाया।
अर्थ: सम्यक दर्शन, ज्ञान और चरित्र, ये जैन धर्म के तीन पवित्र रत्न हैं। पार्श्वनाथ प्रभु ने हमें यह सिखाया और आत्म-शुद्धि का मार्ग दिखाया।

६.
सम्मेद शिखर की ऊँचाई से,
शांति का संदेश हर घर पहुँचाया।
त्याग और वैराग्य की गाथा,
पार्श्वनाथ की महिमा न्यारी था।
अर्थ: सम्मेद शिखर की ऊँचाई से उन्होंने शांति का संदेश हर घर तक पहुँचाया। त्याग और वैराग्य की उनकी कथा, पार्श्वनाथ की महिमा अनोखी थी।

७.
आज हम सब उन्हें नमन करें,
उनके आदर्शों पर हम भी चलें।
जीवन को अपने सार्थक करें,
मोक्ष की राह पर बढ़ते रहें।
अर्थ: आज हम सब उन्हें नमन करें और उनके आदर्शों पर चलें। हम अपने जीवन को सार्थक करें और मोक्ष के मार्ग पर आगे बढ़ते रहें।

--अतुल परब
--दिनांक-31.07.2025-गुरुवार.
===========================================