देवी दुर्गा की पूजा और सामाजिक सुधार में उनका योगदान - कविता-

Started by Atul Kaviraje, August 01, 2025, 10:06:34 PM

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Atul Kaviraje

देवी दुर्गा की पूजा और सामाजिक सुधार में उनका योगदान - कविता-

चरण 1: माँ दुर्गा का रूप
माँ दुर्गा शक्ति स्वरूपा, तू है जग की आधार,
महिषासुर को तूने मारा, मिटाया अहंकार।
सिंह वाहिनी, शस्त्र धारी, तू है नारी का मान,
तेरी पूजा से मिलता, जग को शुभ वरदान।

हिंदी अर्थ: यह चरण माँ दुर्गा को शक्ति का स्वरूप और जगत का आधार बताता है, जिन्होंने महिषासुर का वध करके अहंकार को नष्ट किया। उन्हें सिंहवाहिनी और शस्त्र धारण करने वाली नारी का गौरव कहा गया है, जिनकी पूजा से संसार को शुभ वरदान मिलता है।

सिंबल: 🦁, 🛡�

इमोजी सारांश: दुर्गा माँ शक्ति और नारी का गौरव। 💪👑

चरण 2: बुराई पर विजय
बुराई का जब राज बढ़ा, तूने किया संहार,
अन्याय, अत्याचारों पर, तू ही करती है वार।
अज्ञानता के अंधकार को, ज्ञान के दीप से हरती,
हर संकट से तू ही मैया, भक्तों की रक्षा करती।

हिंदी अर्थ: यह चरण बताता है कि जब बुराई बढ़ी, तो देवी ने उसका नाश किया। वे अन्याय और अत्याचारों पर प्रहार करती हैं और अज्ञानता के अंधकार को ज्ञान के दीप से दूर करती हैं। वे ही भक्तों को हर संकट से बचाती हैं।

सिंबल: 💥, ✨

इमोजी सारांश: बुराई और अंधकार को दूर करती हैं। ⚔️💡

चरण 3: नारी शक्ति का संदेश
जो कहते नारी कमजोर है, उनको तूने पाठ पढ़ाया,
तेरी शक्ति के आगे, हर नर का शीश झुकाया।
स्त्री सम्मान का तू प्रतीक, अधिकारों की पहचान,
तेरी पूजा से मिलता, नारी को आत्म-सम्मान।

हिंदी अर्थ: यह चरण नारी शक्ति के संदेश पर जोर देता है, कि कैसे देवी ने नारी को कमजोर समझने वालों को सबक सिखाया। वे स्त्री सम्मान और अधिकारों का प्रतीक हैं, और उनकी पूजा से नारी को आत्म-सम्मान मिलता है।

सिंबल: 👩�🚺, 🌟

इमोजी सारांश: नारी शक्ति और सम्मान की प्रतीक। 💃💪

चरण 4: एकता का है त्यौहार
दुर्गा पूजा का है ये मेला, जब सब मिलजुल रहते हैं,
जात-पात का भेद मिटाकर, प्रेम के गीत गाते हैं।
पंडालों में सब एक साथ, खुशियाँ बांटते जाते हैं,
सामाजिक एकता का पाठ, जन-जन को समझाते हैं।

हिंदी अर्थ: यह चरण दुर्गा पूजा को एकता का त्योहार बताता है, जहाँ सभी लोग मिलकर रहते हैं, जाति-पात का भेद मिटाकर प्रेम के गीत गाते हैं। पंडालों में सब एक साथ खुशियाँ बांटते हैं और सामाजिक एकता का संदेश देते हैं।

सिंबल: 🤝, 🤗

इमोजी सारांश: एकता और भाईचारे का उत्सव। 👨�👩�👧�👦💖

चरण 5: प्रकृति का है मान
इको-फ्रेंडली पंडाल बने, प्रदूषण को दूर भगाया,
प्रकृति का सम्मान किया, पेड़-पौधों को बचाया।
मिट्टी की मूर्तियाँ बनाकर, जल को स्वच्छ रखा है,
माँ दुर्गा के इस रूप में, पर्यावरण का भी संदेश रखा है।

हिंदी अर्थ: यह चरण पर्यावरण संरक्षण के संदेश को दर्शाता है, कि कैसे इको-फ्रेंडली पंडाल बनाकर प्रदूषण को कम किया जा रहा है। प्रकृति का सम्मान किया जा रहा है और मिट्टी की मूर्तियों से जल को स्वच्छ रखा जा रहा है।

सिंबल: ♻️, 🌳

इमोजी सारांश: पर्यावरण के अनुकूल उत्सव। 🌿🌎

चरण 6: दान और सेवा का भाव
भंडारे लगते हैं हर जगह, गरीबों को भोजन मिलता है,
सेवा और दान के भाव से, सबका मन खिलता है।
वस्त्र और ज्ञान का दान, मिलता सबको भरपूर,
माँ की कृपा से मैया, हर दुख होता है दूर।

हिंदी अर्थ: यह चरण दान और सेवा के महत्व को बताता है, कि कैसे भंडारे में गरीबों को भोजन मिलता है और वस्त्र व ज्ञान का दान किया जाता है। सेवा और दान के भाव से सबका मन प्रसन्न होता है और देवी की कृपा से दुख दूर होते हैं।

सिंबल: 🎁, 🙏

इमोजी सारांश: दान और सेवा से खुशी मिलती है। ❤️🤲

चरण 7: नई सोच, नया आधार
दुर्गा पूजा सिर्फ त्योहार नहीं, ये है नई सोच का आधार,
नारी शक्ति का सम्मान करें, मिटाएँ हर अत्याचार।
न्याय, समानता का पथ चुनें, फैलाएँ प्रेम और ज्ञान,
माँ दुर्गा से सीखें हम, बनें एक अच्छा इंसान।

हिंदी अर्थ: यह अंतिम चरण बताता है कि दुर्गा पूजा सिर्फ एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह नई सोच का आधार है। यह नारी शक्ति का सम्मान करने, अत्याचार मिटाने, न्याय और समानता का पथ चुनने और प्रेम व ज्ञान फैलाने की प्रेरणा देती है। देवी दुर्गा से सीखकर हम बेहतर इंसान बन सकते हैं।

सिंबल: 🌟, 🌍

इमोजी सारांश: नई सोच और बेहतर समाज का निर्माण। 🚀🌈

--अतुल परब
--दिनांक-01.08.2025-शुक्रवार.
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