हिंदी कविता: 'मृत्यु का क्षेत्र' और देवी काली का 'प्रभुत्व'-

Started by Atul Kaviraje, August 01, 2025, 10:07:20 PM

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Atul Kaviraje

हिंदी कविता: 'मृत्यु का क्षेत्र' और देवी काली का 'प्रभुत्व'

01.
अंधेरे के पार, काल की देवी, 🌑
विकराल रूप, भयावह छवि। 👁��🗨�
मृत्यु के क्षेत्र पर, तेरा ही राज, 💀
समय की धारा, तेरा ही ताज। 👑
अर्थ: काली देवी अंधेरे और समय से परे हैं, उनका स्वरूप भले ही भयानक हो, पर वे मृत्यु और समय पर शासन करती हैं।

02.
भय का पर्दा, तू ही हटाए, 👻
अहंकार को, पल में मिटाए। 💥
जीवन का सत्य, तू ही दिखाए, 🙏
मृत्यु से बढ़कर, कुछ भी नहीं पाए। 💖
अर्थ: वे भय और अहंकार का नाश करती हैं और जीवन का अंतिम सत्य, मृत्यु को स्वीकारने की प्रेरणा देती हैं।

03.
मुंडों की माला, गले में सजी, 💀
रक्त से सनी, जिह्वा है तेज़ी। 👅
विनाश का तांडव, तू ही करे, 🌪�
पर नए जीवन का, मार्ग तू ही भरे। 🌱
अर्थ: उनका विनाशकारी स्वरूप अज्ञान का नाश करता है और नए सृजन के लिए राह बनाता है।

04.
श्मशान में वास, तेरा ही धाम, 🔥
शांत मन को, दे तू ही राम। 🧘�♀️
सृष्टि का चक्र, तू ही चलाए, 🔄
हर अंत के पीछे, नई शुरुआत लाए। ✨
अर्थ: वे श्मशान में निवास करती हैं, जो वैराग्य का प्रतीक है। वे सृष्टि के चक्र को संचालित करती हैं, हर अंत में एक नई शुरुआत होती है।

05.
तू ही है शक्ति, तू ही है माया, 💫
तेरी लीला का, कोई न पाया। 🎭
बंधनों को तोड़ें, दे तू मुक्ति, ⛓️
जीवन का अर्थ, तेरी ही युक्ति। 💡
अर्थ: वे परम शक्ति और माया हैं, जो भक्तों को बंधनों से मुक्ति दिलाती हैं और जीवन का सही अर्थ सिखाती हैं।

06.
कर्म का फल, तू ही दिखाए, ⚖️
अन्याय को, तू ही मिटाए। ⚔️
तेरी शरण में, जो भी है आया, 🙏
मोक्ष का द्वार, उसने ही पाया। 🚪
अर्थ: वे न्याय करती हैं और कर्मों का फल देती हैं। जो उनकी शरण में आता है, उसे मुक्ति मिलती है।

07.
काली माँ, तेरा अद्भुत रूप, 💖
भक्ति से भरी, यह अलौकिक धूप। 🕯�
जीवन के हर पल, तेरा ही ज्ञान, 🧘�♂️
मृत्यु से परे, तेरा ही विधान। 🌌
अर्थ: काली माँ का स्वरूप अद्भुत है और उनकी भक्ति से ज्ञान प्राप्त होता है। वे जीवन और मृत्यु से परे हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-01.08.2025-शुक्रवार.
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