अण्णाभाऊ साठे, जन-जन के शाहीर-

Started by Atul Kaviraje, August 01, 2025, 10:33:06 PM

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Atul Kaviraje

भक्तिभाव पूर्ण दीर्घ हिंदी कविता-

अण्णाभाऊ साठे, जन-जन के शाहीर-

आज का दिन है गौरव का, 📅
एक महान शाहीर के जन्म का।
अण्णाभाऊ साठे, तेरा नाम अमर,
दलितों की आवाज़, हर मन में बसी।
अर्थ: आज का दिन गौरव का है, एक महान कवि के जन्म का। अण्णाभाऊ साठे, आपका नाम अमर है, दलितों की आवाज हर मन में बसी हुई है।

1. संघर्षों से गढ़ा जीवन
वाटेगाँव की धरती से उठकर, 🌄
संघर्षों से जीवन को गढ़कर।
तू बना 'शाहीर', जनता का मीत,
गाया दलितों का, हर एक गीत।
अर्थ: वाटेगाँव की धरती से उठकर और संघर्षों से अपने जीवन को गढ़कर, तुम जनता के मित्र और कवि बने, दलितों का हर गीत गाया।

2. शब्दों का जादू
कलम तेरी तलवार थी, शब्द थे तीर, ✒️
बदल दिया समाज का, हर तकदीर।
उपन्यास, कहानियाँ, लिखे तूने नाटक,
'फकीरा' से जगाया, हर दिल में पाठक।
अर्थ: तुम्हारी कलम तलवार थी, और शब्द तीर थे, तुमने समाज की हर तकदीर बदल दी। तुमने उपन्यास, कहानियाँ और नाटक लिखे, 'फकीरा' जैसी रचनाओं से हर दिल में पाठक जगाया।

3. 'पोवाडा' और 'लावणी' का स्वर
'पोवाडा' से तूने, इतिहास रचाया, 🎶
'लावणी' में जीवन का, दर्द सुनाया।
जन-जन को जोड़ा, अपनी कला से,
अन्याय के खिलाफ, भरी प्रेरणा से।
अर्थ: 'पोवाडा' से तुमने इतिहास रचा और 'लावणी' में जीवन का दर्द सुनाया। तुमने अपनी कला से लोगों को जोड़ा और अन्याय के खिलाफ प्रेरणा भरी।

4. दलितों की आवाज़
शोषित, वंचित, तेरे अपने थे, ✊
उनके सपनों को, तूने ही जिया।
'दलित साहित्य' का, तू बना जनक,
हर अँधेरे को, तूने ही मिटाया।
अर्थ: शोषित और वंचित लोग तुम्हारे अपने थे, तुमने उनके सपनों को जिया। तुम 'दलित साहित्य' के जनक बने, तुमने हर अँधेरे को मिटाया।

5. साम्यवादी विचारधारा
लाल सलाम तेरा, साम्यवाद था, 🚩
मजदूरों-किसानों का, साथ था।
अन्याय के खिलाफ, सदा लड़ा तू,
समता का संदेश, सदा ही दिया तू।
अर्थ: तुम्हारा लाल सलाम साम्यवाद का प्रतीक था, तुमने मजदूरों और किसानों का साथ दिया। तुमने अन्याय के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी और समानता का संदेश दिया।

6. मुंबई का संघर्ष
मुंबई की सड़कों पर, किया संघर्ष, 🏙�
झोपड़पट्टियों में देखा, जीवन का स्पर्श।
हर कहानी तेरी, यथार्थ थी,
गरीबों की आवाज़, तेरी ही बात थी।
अर्थ: तुमने मुंबई की सड़कों पर संघर्ष किया, झोपड़पट्टियों में जीवन का अनुभव किया। तुम्हारी हर कहानी यथार्थ थी, गरीबों की आवाज तुम्हारी ही बात थी।

7. अमर तेरी विरासत
अण्णाभाऊ साठे, अमर तेरी गाथा, ✨
अज्ञान मिटाया, उठाया सबका माथा।
प्रेरणा है तू सबकी, हर एक पल,
तेरी जयंती पर, करते हैं नमन। 🙏
अर्थ: अण्णाभाऊ साठे, तुम्हारी गाथा अमर है, तुमने अज्ञान मिटाया और सबका सिर उठाया। तुम हर पल सबकी प्रेरणा हो, तुम्हारी जयंती पर हम तुम्हें नमन करते हैं।

दीर्घ कविता का इमोजी सारांश:
अण्णाभाऊ साठे 📚🎤। संघर्ष ✊, शब्द-जादू ✒️। पोवाडा 🎶, लावणी 🎵। दलितों की आवाज़ 🗣�। साम्यवाद 🚩। मुंबई संघर्ष 🏙�। प्रेरणा ✨। नमन 🙏।

--अतुल परब
--दिनांक-01.08.2025-शुक्रवार.
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