श्रावणी सोमवार शिवपूजन - 4 अगस्त 2025-🕉️💧🌿🧘‍♂️✨🍃🌼🔔🐚💖🙏

Started by Atul Kaviraje, August 04, 2025, 10:15:01 PM

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Atul Kaviraje

भक्तिभाव पूर्ण दीर्घ हिंदी कविता-

श्रावणी सोमवार शिवपूजन - 4 अगस्त 2025-

चरण १:
आज है पावन श्रावण का दिन, (आज श्रावण का पवित्र दिन है,)
पहला सोमवार, मन हुआ लीन। (पहला सोमवार है, मन लीन हो गया।)
शिव शंभु की महिमा अपार, (भगवान शिव की महिमा अपरंपार है,)
भक्ति से भर उठे संसार। (संसार भक्ति से भर उठा है।)
अर्थ: यह श्रावण माह का पहला पवित्र सोमवार है, जिसमें मन भगवान शिव की भक्ति में डूब गया है। भगवान शिव की महिमा अनंत है और उनकी भक्ति से पूरा संसार परिपूर्ण है।

चरण २:
भोलेनाथ को प्यारा यह मास, (यह महीना भोलेनाथ को बहुत प्रिय है,)
हर कण में उनका ही वास। (हर कण में उनका ही निवास है।)
जल, बेलपत्र, चढ़ाएँ प्रेम से, (जल और बेलपत्र प्रेम से चढ़ाएँ,)
कृपा बरसेगी शिवजी की हम पे। (हम पर शिवजी की कृपा बरसेगी।)
अर्थ: यह श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और वे हर जगह विराजमान हैं। प्रेम से जल और बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा हम पर निश्चित रूप से बरसेगी।

चरण ३:
शिवमूठ की है आज प्रथा, (आज शिवमूठ की प्रथा है,)
तिल चढ़ाएँ मिटेगी व्यथा। (तिल चढ़ाने से सारी पीड़ा मिट जाएगी।)
शनि देव भी होंगे प्रसन्न, (शनि देव भी प्रसन्न होंगे,)
जीवन में आएगा सुख, धन। (जीवन में सुख और धन आएगा।)
अर्थ: आज शिवमूठ चढ़ाने की परंपरा है। पहले सोमवार को तिल चढ़ाने से सारी दुख और पीड़ा दूर हो जाएगी। ऐसा करने से शनि देव भी प्रसन्न होंगे और जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।

चरण ४:
व्रत का संकल्प ले मन से शुद्ध, (मन से शुद्ध होकर व्रत का संकल्प लें,)
करें शिव का नाम जप, हो सब सिद्ध। (शिव का नाम जप करें, सब सिद्ध हो जाएगा।)
अखंड सौभाग्य, मनचाहा वरदान, (अखंड सौभाग्य और मनचाहा वरदान,)
शिवजी करते हैं सबका कल्याण। (शिवजी सबका कल्याण करते हैं।)
अर्थ: शुद्ध मन से व्रत का संकल्प लें और भगवान शिव का नाम जप करें, जिससे सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। शिवजी अखंड सौभाग्य और मनचाहा वरदान देते हैं और वे सबका कल्याण करते हैं।

चरण ५:
नकारात्मक ऊर्जा हो दूर, (नकारात्मक ऊर्जा दूर हो,)
घर में छाए खुशियों का नूर। (घर में खुशियों का प्रकाश छा जाए।)
ध्यान मग्न हो जाएँ भक्त, (भक्त ध्यान में लीन हो जाएँ,)
मिल जाए परम शिव का भक्त। (परम शिव के भक्त बन जाएँ।)
अर्थ: शिव पूजा से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में खुशियों का प्रकाश फैलता है। भक्त ध्यान में लीन होकर भगवान शिव के परम भक्त बन जाते हैं।

चरण ६:
काँवर लाए, या मंदिर जाएँ, (काँवर लाएँ, या मंदिर जाएँ,)
शिव की भक्ति में, सब रंग जाएँ। (शिव की भक्ति में सब रंग जाएँ।)
जीवन हो उज्ज्वल, भाग्य चमके, (जीवन उज्ज्वल हो, भाग्य चमके,)
शिव के चरणों में, हर सुख दमके। (शिव के चरणों में हर सुख चमक उठे।)
अर्थ: चाहे कांवड़ यात्रा पर जाकर जल चढ़ाएं या मंदिर जाएं, भगवान शिव की भक्ति में पूरी तरह से रंग जाएं। इससे जीवन उज्ज्वल होगा, भाग्य चमकेगा और शिव के चरणों में हर सुख प्राप्त होगा।

चरण ७:
मंगलमय हो यह श्रावण मास, (यह श्रावण मास मंगलमय हो,)
शिव कृपा से पूजे हर आस। (शिव की कृपा से हर इच्छा पूरी हो।)
हर हर महादेव, बोलो हर बार, (हर हर महादेव, हर बार बोलो,)
शिवजी करें सबका उद्धार। (शिवजी सबका उद्धार करें।)
अर्थ: यह पूरा श्रावण मास सबके लिए मंगलमय हो। भगवान शिव की कृपा से हर मनोकामना पूरी हो। हमेशा 'हर हर महादेव' का जाप करें, क्योंकि शिवजी सबका उद्धार करने वाले हैं।

दृश्य और इमोजी

शिवलिंग पर तिल और जल: पवित्र और भक्तिपूर्ण दृश्य। 🕉�💧🌿

ध्यान में लीन व्यक्ति: शांति और एकाग्रता। 🧘�♂️✨

बेलपत्र और धतूरा: शिव पूजन के आवश्यक तत्व। 🍃🌼

घंटी और शंख: मंदिर का पवित्र वातावरण। 🔔🐚

शिव-पार्वती की मूर्ति: दिव्य आशीर्वाद। 💖🙏

इमोजी सारांश
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--अतुल परब
--दिनांक-04.08.2025-सोमवार. 
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