संतोषी माता और 'अच्छे धार्मिक आचरण' का महत्व-2-

Started by Atul Kaviraje, August 09, 2025, 11:53:54 AM

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Atul Kaviraje

(संतोषी माता और 'अच्छे धार्मिक आचरण' का महत्व)
(Santoshi Mata and the Importance of 'Good Religious Conduct')
Importance of Santoshi Mata and 'good religious behaviour'-

6. दूसरों के प्रति दया और करुणा 🤲❤️
संतोषी माता की पूजा हमें दूसरों के प्रति दया, करुणा और सहानुभूति का भाव रखने की प्रेरणा देती है। उनका व्रत हमें यह सिखाता है कि हमें केवल अपनी खुशी के बारे में नहीं सोचना चाहिए, बल्कि दूसरों की मदद भी करनी चाहिए। यह 'अच्छे धार्मिक आचरण' हमें एक बेहतर इंसान बनाता है और समाज में सद्भाव स्थापित करने में मदद करता है।

7. नियमितता और अनुशासन 📅✍️
संतोषी माता का व्रत नियमित रूप से 16 शुक्रवार तक किया जाता है। यह हमें जीवन में नियमितता और अनुशासन का महत्व सिखाता है। किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नियमित और अनुशासित प्रयास आवश्यक हैं। यह 'अच्छे धार्मिक आचरण' हमें अपने जीवन को सुव्यवस्थित करने में मदद करता है।

8. अनावश्यक खर्चों से बचाव 💰➡️🧘�♂️
यह व्रत हमें अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करना सिखाता है, जिससे हम अनावश्यक खर्चों से बचते हैं। इससे हमें आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है। यह 'अच्छे धार्मिक आचरण' हमें धन का सही उपयोग करने और बचत करने की प्रेरणा देता है।

9. पारिवारिक सामंजस्य और प्रेम 👨�👩�👧�👦💞
संतोषी माता के व्रत से परिवार में प्रेम, सामंजस्य और एकता का भाव बढ़ता है। व्रत के दौरान परिवार के सभी सदस्य मिलकर पूजा करते हैं, जिससे उनके संबंधों में मिठास आती है। यह 'अच्छे धार्मिक आचरण' हमें पारिवारिक जिम्मेदारियों का बोध कराता है और हमें एक आदर्श परिवार बनाने में मदद करता है।

10. सकारात्मक सोच और भाग्य का उदय 🌟🌈
संतोषी माता का व्रत करने से हमारे मन में सकारात्मकता का संचार होता है। जब हम संतोष, दया और ईमानदारी का पालन करते हैं, तो हमारे कर्म शुद्ध होते हैं और हमारा भाग्य भी हमारा साथ देता है। यह 'अच्छे धार्मिक आचरण' हमें यह विश्वास दिलाता है कि हम अपने जीवन के निर्माता स्वयं हैं और हमारी सोच ही हमारे भाग्य का निर्माण करती है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-08.08.2025-शुक्रवार.
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