लहाणुजी महाराज पर कविता-🙏🕯️❤️🎶🫶🤝🎊🕊️

Started by Atul Kaviraje, August 09, 2025, 09:44:27 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

लहाणुजी महाराज पर कविता-

चरण 1: गुरुवर की महिमा
ताकरखेड़ की भूमि पर, गुरुवर का था वास।
ज्ञान की ज्योति जलाकर, मिटाया मन का त्रास।
जीवन का हर पल उन्होंने, किया जग के नाम।
लहाणुजी महाराज को, कोटि-कोटि प्रणाम। 🙏

अर्थ: यह चरण संत लहाणुजी महाराज की महिमा का गुणगान करता है, जिन्होंने ताकरखेड़ की भूमि पर जन्म लिया और अपने ज्ञान से लोगों के मन का दुख दूर किया।

चरण 2: प्रेम का संदेश
ऊँच-नीच का भेद नहीं, सब हैं एक समान।
प्रेम और करुणा ही, है सच्चा धर्म महान।
जाति-धर्म की दीवारों को, उन्होंने तोड़ा।
सबको अपने हृदय से, एक सूत्र में जोड़ा। ❤️

अर्थ: इस चरण में बताया गया है कि लहाणुजी महाराज ने समाज से ऊंच-नीच का भेद मिटाया और प्रेम व करुणा को ही सच्चा धर्म बताया।

चरण 3: भक्ति का सागर
भजन-कीर्तन की धारा, बहती थी हर ओर।
विट्ठल के नाम का, था मन पर जोर।
नामस्मरण से ही मिलता, जीवन को आधार।
यही सिखाया उन्होंने, जगत को बार-बार। ✨

अर्थ: यह चरण उनकी भक्ति का वर्णन करता है, जिसमें भजन-कीर्तन के माध्यम से वे भगवान विट्ठल की आराधना करते थे और नामस्मरण के महत्व पर जोर देते थे।

चरण 4: सेवा का संकल्प
भूखे को भोजन दिया, प्यासे को पानी।
हर दुखिया के दिल की, सुनी थी कहानी।
सेवा ही है ईश्वर, यह था उनका ज्ञान।
हर जरूरतमंद के लिए, थे वे भगवान। 🫶

अर्थ: इस चरण में उनकी सेवा भावना का वर्णन है। वे हमेशा जरूरतमंदों की मदद करते थे और मानते थे कि मानवता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है।

चरण 5: प्रेरणा का स्रोत
जीवन उनका आज भी, देता है ये सीख।
सच्चाई और अच्छाई की, हमें नहीं छोड़नी लीक।
प्रेम और शांति के पथ पर, हमें चलना है साथ।
थामना है गरीबों का, हर मुश्किल में हाथ। 🤝

अर्थ: यह चरण बताता है कि उनका जीवन आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। हमें उनके बताए हुए सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर चलना चाहिए।

चरण 6: पुण्यतिथि का पर्व
आज पुण्यतिथि पर, यादें हैं ताजा।
ताकरखेड़ में लगा, भक्तों का बाजा।
श्रद्धा सुमन अर्पित कर, मन को शांति मिले।
गुरुवर की कृपा से, हर चेहरे पर फूल खिले। 🎊

अर्थ: इस चरण में उनकी पुण्यतिथि के उत्सव का वर्णन है, जिसमें भक्तगण एकत्रित होकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।

चरण 7: अमर संदेश
देकर अमर संदेश, वे हुए हैं अमर।
जीवन उनका है, प्रकाश का एक सफर।
सदा रहेंगे हमारे, दिलों में वो वास।
लहाणुजी महाराज की, कभी न मिटे आस। 🕊�

अर्थ: यह अंतिम चरण बताता है कि उनका संदेश हमेशा के लिए अमर है और वे हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।

इमोजी सारांश: 🙏🕯�❤️🎶🫶🤝🎊🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-09.08.2025-शनिवार.
===========================================