अगस्त क्रांति दिन पर कविता-🇮🇳💪✊❤️🔥🕊️

Started by Atul Kaviraje, August 09, 2025, 09:45:14 PM

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Atul Kaviraje

अगस्त क्रांति दिन पर कविता-

चरण 1: क्रांति की मशाल
नौ अगस्त की वो पावन तिथि, भारत को याद दिलाती है।
गुलामी की जंजीरों से, मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
गांधीजी का आह्वान था, 'करो या मरो' का नारा।
हर भारतीय के मन में, जागा एक नया अंगारा। 🔥

अर्थ: यह चरण 9 अगस्त की ऐतिहासिक तिथि और गांधीजी के 'करो या मरो' के नारे का महत्व बताता है, जिसने भारतीयों के मन में क्रांति की भावना जगाई।

चरण 2: संकल्प की शक्ति
एकजुट हो गए थे सब, राजा हो या रंक।
हिल गया था ब्रिटिशों का, राज-पाट का झंझट।
न कोई नेता था तब, न कोई मार्गदर्शक।
जनता ही थी सेना, जनता ही थी संरक्षक। ✊

अर्थ: इस चरण में बताया गया है कि यह आंदोलन बिना किसी केंद्रीय नेतृत्व के जनता द्वारा चलाया गया था, जिसमें सभी वर्ग के लोग एक साथ आए थे।

चरण 3: महिलाओं का शौर्य
अरुणा और उषा ने, साहस की मिसाल दी।
पुरानी सोच की बेड़ियों को, उन्होंने तोड़ डाली।
गुप्त रेडियो से खबर, हर जन तक पहुंचाई।
आंदोलन की लौ को, हर दिल में जगाई। 🚺

अर्थ: इस चरण में अगस्त क्रांति में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान का जिक्र है, जिन्होंने अपनी हिम्मत और बुद्धिमत्ता से आंदोलन को आगे बढ़ाया।

चरण 4: युवाओं का बलिदान
स्कूल-कॉलेज छोड़कर, सड़कों पर आए थे जवान।
स्वतंत्रता के लिए, देने को तैयार थे जान।
पुलिस की लाठी, गोलियों से न डरे।
देश के लिए, हर दर्द को सहर्ष सहते रहे। 👦

अर्थ: यह चरण बताता है कि कैसे युवाओं ने अपनी पढ़ाई छोड़कर आंदोलन में भाग लिया और देश की आजादी के लिए हर तरह का बलिदान देने के लिए तैयार थे।

चरण 5: दमन का दौर
सरकार ने तब दमन की, नीति अपनाई थी।
जेलों में भरा गया था, हर देशभक्त भाई-भाई।
पर चिंगारी कभी बुझी नहीं, वो आग जलती रही।
आजादी की चाह, हर पल बढ़ती रही। 😠

अर्थ: इस चरण में ब्रिटिश सरकार की दमनकारी नीतियों का वर्णन है, जिसने आंदोलनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी देशभक्ति की भावना को दबा नहीं सकी।

चरण 6: स्वतंत्रता की नींव
इस आंदोलन ने रखा था, आजादी की नींव।
दिखा दिया था ब्रिटिशों को, कि भारत नहीं है धीन।
वो दिन दूर नहीं था जब, तिरंगा लहराएगा।
आजादी का सूरज, भारत में चमक जाएगा। 🇮🇳

अर्थ: यह चरण बताता है कि 'भारत छोड़ो' आंदोलन ने भारत की स्वतंत्रता की नींव रखी थी और यह सुनिश्चित कर दिया था कि आजादी अब दूर नहीं है।

चरण 7: अमरता का संदेश
आज हम याद करें, उन शहीदों को।
जिनके लहू से सींचा गया, इस देश को।
यह दिन हमें सिखाता है, एकता का बल।
देश की प्रगति के लिए, हर कदम चल। 🫶

अर्थ: यह अंतिम चरण उन शहीदों को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। यह हमें एकता के महत्व और देश के विकास के लिए काम करने का संदेश देता है।

इमोजी सारांश: 🇮🇳💪✊❤️🔥🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-09.08.2025-शनिवार.
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