भक्ति और समर्पण का पावन संगम- दीर्घ हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, August 12, 2025, 10:46:03 AM

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Atul Kaviraje

1-राघवेंद्र स्वामी आराधना-मंत्रालय-आंध्र प्रदेश-

२-अशुन्य शयन व्रत समाप्ती -

भक्ति और समर्पण का पावन संगम-

दीर्घ हिंदी कविता-

कडवे १
आज है सोमवार, पुण्य का दिन,
राघवेंद्र स्वामी की आराधना का दिन।
मंत्रालय में उमड़ी है भक्तों की भीड़,
गुरु के दर्शन से होती है हर पीड़ा दूर।

अर्थ: आज सोमवार का दिन है, जो एक पवित्र दिन है, क्योंकि आज राघवेंद्र स्वामी की आराधना का दिन है। मंत्रालयम में भक्तों की भीड़ उमड़ी है, और गुरु के दर्शन से सभी कष्ट दूर होते हैं।

कडवे २
गुरु राघवेंद्र थे भक्ति के सागर,
ज्ञान की गंगा बहाई थी उन्होंने घर-घर।
हर भक्त को दिया था उन्होंने आशीष,
उनकी कृपा से पूरी होती है हर इच्छा।

अर्थ: गुरु राघवेंद्र भक्ति के सागर थे, जिन्होंने घर-घर ज्ञान की गंगा बहाई। उन्होंने हर भक्त को आशीर्वाद दिया, और उनकी कृपा से हर इच्छा पूरी होती है।

कडवे ३
अशुन्य शयन व्रत की हुई आज समाप्ति,
पति-पत्नी के प्रेम की ये है एक सच्ची भक्ति।
लक्ष्मी और नारायण का किया जाता है पूजन,
सुख-शांति से भर जाए हर दंपत्ति का जीवन।

अर्थ: आज अशुन्य शयन व्रत समाप्त हो रहा है। यह व्रत पति-पत्नी के प्रेम की सच्ची भक्ति है। इस दिन लक्ष्मी और नारायण की पूजा की जाती है, ताकि हर दंपत्ति का जीवन सुख-शांति से भर जाए।

कडवे ४
यह व्रत है विश्वास का, प्रेम का,
संसार में सुख और शांति का।
एक दूजे के प्रति समर्पण का भाव,
जीवन में न आए कभी कोई अभाव।

अर्थ: यह व्रत विश्वास और प्रेम का प्रतीक है, जो संसार में सुख-शांति लाता है। यह एक-दूसरे के प्रति समर्पण का भाव सिखाता है, जिससे जीवन में कभी कोई कमी नहीं आती।

कडवे ५
दोनों ही आयोजन हैं एक साथ,
भक्ति और पारिवारिक प्रेम का संगम।
गुरु की महिमा और दांपत्य का सुख,
दोनों से ही मिलता है जीवन को सच्चा सुख।

अर्थ: ये दोनों आयोजन एक साथ हो रहे हैं, जो भक्ति और पारिवारिक प्रेम का संगम हैं। गुरु की महिमा और दांपत्य जीवन का सुख, दोनों से ही जीवन को सच्चा सुख मिलता है।

कडवे ६
आओ हम भी इन पर्वों को मनाएं,
अपने जीवन में इनके उपदेशों को अपनाएं।
भक्ति और प्रेम से हर दिन को सजाएं,
सच्चे सुख की राह पर हम आगे बढ़ें।

अर्थ: आओ, हम भी इन त्योहारों को मनाएं और इनके उपदेशों को अपने जीवन में अपनाएं। भक्ति और प्रेम से हर दिन को सजाएं, और सच्चे सुख की राह पर आगे बढ़ें।

कडवे ७
राघवेंद्र स्वामी का आशीर्वाद मिले,
अशुन्य शयन व्रत का फल हमें मिले।
खुशहाली और समृद्धि से भरा हो जीवन,
यही है आज के दिन का सच्चा निवेदन।

अर्थ: राघवेंद्र स्वामी का आशीर्वाद मिले, और अशुन्य शयन व्रत का फल हमें प्राप्त हो। हमारा जीवन खुशहाली और समृद्धि से भरा हो, यही आज के दिन की सच्ची प्रार्थना है।

--अतुल परब
--दिनांक-11.08.2025-सोमवार.
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