मंगळI गौरी पूजन- मंगला गौरी पूजन पर कविता-🙏🎊🌷🕉️

Started by Atul Kaviraje, August 13, 2025, 11:04:31 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मंगळI गौरी पूजन-

मंगला गौरी पूजन पर कविता-

१. श्रावण मास का मंगलवार है आया,
मंगला गौरी पूजन का पर्व है लाया।
सुहागनें करती हैं सोलह श्रृंगार,
पति की लंबी आयु की करती हैं पुकार।

अर्थ: श्रावण महीने का मंगलवार आया है, जो मंगला गौरी पूजन का त्योहार लेकर आया है। सुहागन महिलाएं 16 श्रृंगार करके अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं।

२. माता गौरी, तुम हो सुख की दाता,
तुम ही हो सबकी भाग्य विधाता।
तुम्हें पूजने से मिलता है आशीर्वाद,
दूर होते हैं जीवन के हर विषाद।

अर्थ: हे माता गौरी, आप सुख देने वाली हैं और आप ही सभी की किस्मत लिखने वाली हैं। आपकी पूजा करने से आशीर्वाद मिलता है और जीवन के सभी दुख दूर होते हैं।

३. सोलह दीपक जलाकर करें आरती,
मन में है तुम्हारे लिए ही सच्ची भक्ति।
तुम्हारे बिना अधूरा है यह जीवन,
तुम्हारे चरणों में है हमारा समर्पण।

अर्थ: हम 16 दीपक जलाकर आपकी आरती करते हैं, हमारे मन में आपके लिए सच्ची भक्ति है। आपके बिना हमारा जीवन अधूरा है, हमारा पूरा समर्पण आपके चरणों में है।

४. व्रत रखकर करते हैं तुम्हारी आराधना,
पूरी करो हमारी हर छोटी-बड़ी कामना।
पति-पत्नी का रिश्ता बना रहे अटूट,
खुशियाँ हमारे जीवन में बनी रहें मजबूत।

अर्थ: हम व्रत रखकर आपकी आराधना करते हैं। हमारी हर छोटी-बड़ी इच्छा को आप पूरा करें। पति-पत्नी का रिश्ता अटूट बना रहे और खुशियां हमारे जीवन में मजबूत बनी रहें।

५. हर साल आता है यह शुभ दिन,
तुम्हारा आशीर्वाद बना रहे हर पल, हर क्षण।
मंगला गौरी के इस अवसर पर,
हमारा जीवन हो जाए खुशियों से भरा।

अर्थ: हर साल यह शुभ दिन आता है। आपका आशीर्वाद हर पल हमारे साथ रहे। मंगला गौरी के इस अवसर पर, हमारा जीवन खुशियों से भर जाए।

६. 🙏🎊🌷🕉�
सखी-सहेलियों के साथ करें पूजन,
गाएं मंगल गीत और हो कीर्तन।
इस दिन की है अलग ही रौनक,
हर घर में दिखे प्रेम की दौलत।

अर्थ: हम सहेलियों के साथ मिलकर पूजा करते हैं और मंगल गीत गाते हैं। इस दिन की एक अलग ही चमक होती है, हर घर में प्रेम और खुशियों की दौलत दिखती है।

७. सुहाग अमर रहे, खुशियां बनी रहें,
वैवाहिक जीवन की बगिया खिली रहे।
मंगला गौरी की जय-जयकार हो,
हर घर में सुख और समृद्धि का वास हो।

अर्थ: हमारा सुहाग अमर रहे और खुशियाँ बनी रहें। वैवाहिक जीवन की बगिया हमेशा खिलती रहे। मंगला गौरी की जय-जयकार हो और हर घर में सुख और समृद्धि का वास हो।

--अतुल परब
--दिनांक-12.08.2025-मंगळवार.
===========================================